बस्तीः बैंक में लोग पैसा जमा करते हैं कि जरूरत पड़ने पर वो उसका प्रयोग कर सकें. लेकिन बस्ती के एक मिनी बैंक का संचालक अपने उपभोक्ताओं को ऐसा ठगा कि अब इनके आंख से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. जिले के हर्रैया क्षेत्र के नरायनपुर गांव में इलाहाबाद के मिनी ब्रांच से ग्रामीण महिलाओं की बायोमीट्रिक लगाकर खाते से लाखों की रकम गबन करने के बाद मिनी ब्रांच संचालक फरार हो गया. ठगी की शिकार महिलाओं ने चंद्रमणि पांडेय के नेतृत्व में हर्रैया तहसील में विरोध प्रदर्शन किया. महिलाओं ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नंद किशोर कलाल को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
बायोमीट्रिक का गलत तरीके से इस्तेमाल कर निकाला पैसा
सुनीता की नवंबर में शादी है और इसके लिए अब उसके पास एक फूटी कौड़ी नहीं है. शादी की तैयारियों के बीच वह जब बैंक में जमा एक लाख रुपये निकालने गई तो उसके होश उड़ गए क्योंकि खाता का बैलेंस जीरो हो चुका था. इसी तरह नरायनपुर मिश्र गांव की शीलादेवी के खाते से 22, शोभादेवी के खाते से 17, चंद्रादेवी व सुशीला के खाते से 60-60 हजार रुपये सहित अन्य महिलाओं के खाते से धन निकाला गया है. महिलाओं ने मिनी ब्रांच के संचालक तथा बैंक कर्मचारियों पर गबन का आरोप लगाया है. महिलाओं का आरोप है कि जब वह अपनी धनराशि मिनी ब्रांच से निकालने गई तो उन्हें विड्राल पर भरी रकम देने से पहले बायोमीट्रिक न होने की बात कह कर कई बार स्कैनर पर अंगूठा रखवाया गया. बाद में जब जमा रकम की शेष धनराशि निकालने गई तो बताया गया कि खाते में पैसे नहीं है.
बैंक बंद करके संचालक फरार
इलाहाबाद बैंक द्वारा संचालित नरायनपुर ग्राहक सेवा केंद्र से अधिकतर खातों से अक्टूबर माह में ही धन निकाला गया है. पचीस हजार रुपये की निकासी लिमिट होने के बावजूद ग्राहक रामशब्द सोनी निवासी नरायनपुर के खाते से 15 अक्टूबर को चार ट्रांजक्शन के जरिए 35 हजार रुपये की निकासी कर ली गई. लोगों ने संचालक अजय मिश्रा पर भुगतान का दबाव बनाया तो चार नवंबर को वह ब्रांच बंद कर फरार हो गया. ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने ज्ञापन लेने के बाद आरोपित संचालक की गिरफ्तारी का निर्देश थाना प्रभारी सर्वेश राय को दिया है. खाता धारको की मानें तो लगभग 5000 खाताधारकों के साथ करोड़ो की धोखाधड़ी हुई है.
सैकड़ों खाताधारक शिकायत करने पहुंचे थाने
गौरतलब है कि इलाहाबाद बैंक में मर्ज हो चुके इंडियन बैंक द्वारा नरायनपुर गांव में ग्राहक सेवा केंद्र चलाया जा रहा था. यहां गांव के किसान, ग्रामीण महिलाएं थोड़ा-थोड़ा करके छोटे खाते का संचालन करते है. एक सप्ताह से गांव का सेवा केंद्र संचालक केंद्र बंद कर फरार हो गया. इसके बाद खाताधारकों ने मेन ब्रांच पर पहुंचकर अपने खाते की जानकारी की तो खातों में रुपये न होने का पता चलते ही उनके होश उड़ गए. इसके बाद सैकड़ों खाताधारक थाने पर पहुंचकर तहरीर दी. ग्रामीणों ने आरोप लगाया अंगूठा लगाकर गलत तरीके से भुगतान करा लिया गया है. वहीं, कुछ ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि जमा किए गए रुपये को खाते में न जमा कर ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक ने गबन कर लिया.
जांच के बाद की जाएगी उचित कार्रवाई
इस मामले में इंडियन बैंक इलाहाबाद बैंक के शाखा प्रबंधक ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है, जांच कराने के बाद उचित कार्रवाई करेंगे. वहीं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने कहा कि संबंधित बैंक को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. ग्राहकों के पैसे का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा.