बस्ती: जिले में गोवंशों को ठंड से बचाने के लिए सीएम योगी के निर्देश कितने प्रभावी हो रहे हैं, इसकी जमीनी हकीकत बस्ती में देखी जा सकती है. यहां एक तरफ जनपद मुख्यालय पर बने गोशाला में गाय को ठंड से बचाने के लिए काऊकोट की व्यवस्था कर प्रशासन भले ही अपनी पीठ थपथपा रहा हो, लेकिन वहीं जिले के ग्रामीण क्षेत्रों मे बनी गोशालाओं में अभी गोवंश इस हाड़ कपा देने वाली ठंड में ठिठुर रहे हैं.
गोशालाओं का स्थिति दयनीय
- हरैया विकास खण्ड और दुबौलिया विकास खण्ड में बनी गोशाला में गोवंशों की हालत दयनीय है.
- सरकार के निर्देश के बावजूद गोवंशों को ठंड से बचाने के लिए काऊ कोट की व्यवस्था नहीं की गई है.
- जब यहां की जांच की गई तो कई अव्यवस्थाएं सामने आईं.
- स्थानीय लोगों ने बताया कि चारा और भूसा होते हुए भी कर्मचारी ठीक ढंग से गोवंशों को खिलाते नहीं हैं.
- रमना तौफी गोशाला में कई गोवंश बीमार हैं और कई की मौत भी हो चुकी है.
- इसके बावजूद भी कर्मचारी संवेदनशील नहीं हैं.
क्या कहते हैं स्थानीय
जोगापुर गोशाला के बारे में एक स्थानीय ने बताया कि यहां पर रोज दारू और मीट की पार्टी होती है और कर्मचारी के अलावा बाहरी लोग भी आते हैं. अभी तक गोवंशों को काऊ कोट भी नहीं पहनाया गया है. अगर किसी जानवर की मौत हो जाती है तो उसे खुले में फेंक दिया जाता है.
जिम्मेदारों की सफाई
वहीं इस पर सफाईकर्मी ने कहा कि काऊ कोट पहनाया जाता है, लेकिन जानवर बार-बार गिरा देते हैं. मौतों के बारे में पशुचिकित्सक ने बताया कि 117 जानवरों में से 2 की मौत हो चुकी है. फिलहाल 115 गोवंश हैं. इनकी नियमित देखभाल की जाती है.
शासन का साफ निर्देश है कि गोशाला में जानवरों के लिए सभी जरूरी चीजें मुहैया कराई जाएं. अगर कहीं लापरवाही पाई जाती है तो जिम्मेदार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. एडीओ पंचायत को नियमित धरातल पर जाकर निरीक्षण के लिए कहा गया है.
-प्रेम प्रकाश मीणा, एसडीएम