बस्ती: जनपद के 105 बेसिक स्कूलों में बच्चे रोज मौत के साये में शिक्षा ले रहे हैं. ये आंकड़ा खुद बिजली विभाग ने बेसिक शिक्षा विभाग को भेजा है और बजट की मांग की है. वहीं शिक्षा विभाग ने शासन को खाका भेज दिया है. अब देखना ये है कि दो विभागों के बीच फंसी बच्चों की सुरक्षा कब तक सरकार के दावे पर खरी उतरती है.
बस्ती जिले के विकास खण्ड विक्रमजोत के नौटोवा जूनियर और प्राथमिक सरकारी स्कूल के साथ-साथ 105 विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के सिर पर मौत का साया मंडरा रहा है. स्कूल के प्रागंण में 11 हजार वोल्टेज का तार विद्युत विभाग की तरफ से खींच दिया गया है. इसी 11 हजार हाई वोल्टेज तार के नीचे प्रतिदिन लगभग सैकड़ों छात्र और छात्राएं अपना भविष्य सुधारने के लिये पढ़ने आते हैं.
यहां नौनिहालों के सिर पर हर वक्त मौत का खतरा मंडराता रहता है. खेल के मैदान के ऊपर से 11 हजार हाई वोल्टेज तार के नीचे नौनिहालों का खेल देखकर आप भी यह कहने को मजबूर हो जायेंगे कि इस स्कूल के बच्चों के ऊपर मौत का तार कभी भी किसी बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है.
योगी सरकार की तरफ से यह सख्त निर्देश दिया गया है कि किसी भी स्कूल के ऊपर से अगर हाईटेंशन तार गुजर रहा हो, तो उससे तत्काल हटाया जाये और इसकी सूचना प्रशासन को भी भेजी जाये. लेकिन सरकार के इस निर्देश का पालन बस्ती जिले में कितना हुआ है, ये आप तस्वीरों को देख कर समझ सकते हैं.
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बार-बार इसकी शिकायत ग्राम पंचायत स्तर पर की गई, लेकिन हाईटेंशन तारों को हटवाने को कौन कहे, अभी तक बिजली विभाग से कोई देखने भी नहीं आया.
-सियाराम पान्डे, प्रधानाध्यापक105 स्कूलों को चिन्हित कर बेसिक शिक्षा विभाग को भेज दिया गया है. बजट शिक्षा विभाग की तरफ से आएगा, तब तार हटाये जाएंगे.
-आरबी कटियार,अधीक्षण अभियंता,बिजली विभाग105 विद्यालयों के ऊपर से बिजली विभाग को कहा गया था, लेकिन उन्होंने बजट के लिए कहा है, जिसके लिए हमने डीएम और अपने विभाग को पत्र भेजा है.
-अरुण कुमार, बीएसए