बस्ती: मेडिकल कॉलेज में आउट सोर्सिंग के जरिये 175 पदों पर भर्ती होनी है. इस भर्ती प्रक्रिया में बस्ती के सांसद, विधायक और जिलाध्यक्ष अपने लेटर पैड पर अपने चहेतों का नाम लिख कर भेज रहे हैं. इतना ही नहीं आउट सोर्सिंग कंपनी प्रति कंडीडेट से फॉर्म भरने के लिए 590 रुपये ऑनलाइन वसूल लिए, लेकिन आजीविका मिशन में रजिस्ट्रेशन फीस केवल 200 रुपये है.
चहेतों को नौकरी दिलाने के लिए जारी किया गया लेटर पैड-
ऐसे में 16 हजार बेरोजगारों ने अपना पंजीकरण कराया. इसमें 94 लाख रुपये वसूले गए, जिसमें से केवल आजीविका मिशन में 26 लाख जमा हुए. मेडिकल कॉलेज में सांसद, दो विधायक और भाजपा के जिलाध्यक्ष अपने लोगों को नौकरी दिलाने के लिए लेटर पैड पर सिफारिश के साथ 117 लोगों की लिस्ट जारी की है. जिन माननीयों ने सूची दी है, उसमें सांसद हरीश द्विवेदी ने 70, हर्रैया के विधायक अजय सिंह ने 28, भाजपा जिलाध्यक्ष पवन कसौधन ने 10 और सदर विधायक दयाराम चौधरी ने 09 नामों की सूची जारी की है. सूची इंटेलिजेंस सिक्योरिटी सर्विस को दी गई है.
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धन उगाही का लगा आरोप-
पिछले चार-पांच दिन से मेडिकल कॉलेज में आउट सोर्सिंग के जरिये महानिदेषक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रषिक्षण लखनऊ द्वारा नामित दिल्ली की एक एजेंसी भर्ती की प्रक्रिया पूरी करने में लगी हुई है. साक्षात्कार के पहले दिन से ही एजेंसी के लोगों द्वारा नौकरी पाने की आस लिए बेरोजगारों से दो से ढा़ई लाख रुपये की वसूली करने का आरोप लग रहा है. धन उगाही का शिकायत प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं शिक्षा सहित अन्य अधिकारियों से एमएलसी देवेंद्र प्रताप के प्रतिनिधि हरीश सिंह कर चुके हैं. प्रिंसिपल ने कहा कि धन की वसूली और चयन के मामले में मेडिकल कॉलेज के किसी भी कर्मचारी की कोई भी भूमिका नहीं है.