बस्तीः उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था के दावों को लेकर प्रदेश सरकार के दावों पर एक बार फिर सवालियां निशान खड़े हुए है. बस्ती में एक अल्पसंख्यक परिवार ने भाजपा के पूर्व विधायक पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. पीड़ित मुस्लिम परिवार को प्रसाशन की तरफ से कोई मदद नहीं मिल रहा है. आरोप है कि सत्ताधारी पार्टी के नेता से जुड़ा मामला होने के कारण पुलिस भी न्याय दिलाने के बजाय इन्हें गालियां दे रही है. पीड़ित परिवार योगी सरकार से न्याय की गुहार लगा रहा है.
जानकारी के अनुसार, वाटर गंज थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर निवासी अली हसन ने डीएम और एसपी से लिखित शिकायत में अपने जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगायी है. पीड़ित अली हसन का आरोप है कि पूर्व विधायक रवि सोनकर के गुर्गे उनकी जमीन को कब्जा करने पर तुले हुए हैं. विधायक रहते रवि सोनकर ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उनकी जमीन को जबरन कब्जा करने के लिए हर संभव प्रयास किया लेकिन राजस्व परिषद कोर्ट ने पीड़ित को राहत देते हुए जमीन पर स्टे का आदेश दे दिया. इसके बाद निर्माण कार्य रुक गया. विधायक के गुर्गे अली हसन को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.
पीड़ित ने बताया कि वाल्टरगंज थाने पर लिखित शिकायत देने के बाद भी आज तक उसके साथ हुई घटना पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. थकहार कर पीड़ित ने मुख्यालय पहुंचकर उच्चाधिकारियों से अपनी जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है. हालांकि इस मामले को लेकर पूर्व बीजेपी विधायक रवि सोनकर की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.
इस मामले को लेकर एएसपी दीपेंद्र चौधरी ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है. थानेदार को मौके पर जांच के लिए भेजा गया है, जो भी कार्यवाही होगी पुलिस द्वारा की जा रही है. वहीं पीड़ित अली हसन का आरोप है कि एएसपी के निर्देश पर मौके पर पहुंचे वाल्टरगंज थाने के थानेदार योगेश सिंह ने उनकी शिकायत का निवारण करने के बजाए उल्टा उन्हें धमकाने लगे, गालियां भी दी. पीड़ित का कहना है कि उन्होंने थानेदार के धमकाने और गाली देने का ऑडियो रिकॉर्ड कर लिया है. इस मामले की भी जांच की जा रही है.
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