बस्तीः धान में कंडवा रोग फैलने के कारण किसानों की फसल बर्बाद हो रही है. इससे फसल के पैदावार पर भी काफी असर पड़ा है. वहीं सरकारी धान क्रय केंद्रों पर धान की फसल बेचने में किसानों को काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है.
धान में कंडवा रोग फैलने से किसानों की स्थिति दयनीय
- जिले के किसानों को इस बार काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
- धान में कंडवा रोग फैलने के कारण किसानों की स्थिती बेहद दयनीय है.
- धान में ये रोग होने के कारण केंद्र प्रभारी को भी धान की खरीदारी में काफी दिक्कत हो रही.
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काले धान में चावल की रिकवरी 65 प्रतिशत से कम
क्रय केंद्र के मिलरों का कहना है कि काले धान में चावल की रिकवरी 65 प्रतिशत से कम होती है, जबकि भारतीय खाद्य निगम 65 प्रतिशत रिकवरी लेता है. इससे हम लोगों को नुकसान होता है.
साथ ही मिलरों ने कहा कि इस समय खेत की जुताई और रबी की फसल की बोआई का सीजन चल रहा, किसानों को पैसे की आवश्यकता हैं और खराब धान की खरीददारी न होने से पेमेंट समय पर नहीं हो रहा है. वहीं मिलरों ने बताया कि लेखपालों द्वारा ऑनलाइन खतौनी के सत्यापन में देरी के कारण धान की खरीदारी नहीं हो रही है.