बस्ती: एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए लाखों रुपये खर्च कर रही है. वहीं इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है. चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के प्रभार वाले इस जनपद का जिला अस्पताल खुद वेंटिलेटर पर है.
- कागज में व्यवस्था दुरूस्त है पर हकीकत में साधारण मरीजों के इलाज की भी व्यवस्था नहीं है.
- यहां मरीजों की लंबी कतार पहले डॉक्टर का इंतजार करती है फिर इलाज के लिए अपने नंबर का.
- मरीजों को ओपीडी में डॉक्टर ढूंढे नहीं मिलते हैं.
- यहां अल्ट्रासाउंड की सेवा भी ठप है.
- जिला अस्पताल में ओपीडी खुलने का टाइम सुबह 8 बजे है.
- वहीं अस्पताल में डॉक्टर 11 बजे के पहले नहीं बैठते हैं.
डॉक्टरों की कमी के कारण इमरजेंसी में भी सेवा देनी पड़ती है. डॉक्टर ओपीडी से पहले राउंड पर भी जाते हैं, जिसकी वजह से देरी होता है. वैसे डॉक्टरों को नौ बजे तक ओपीडी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. जो भी लापरवाही करेगा उसके खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
- डॉ. ओपी सिंह, प्रमुख अधीक्षक, जिला अस्पताल