बस्ती : जिले में सड़क की पटरियों पर स्थित धार्मिक स्थल ध्वस्त किए जाएंगे. बस्ती में 42 ऐसे स्थल चिन्हित किए गए हैं, इनमें से 23 नगरीय जबकि 19 ग्रामीण क्षेत्र में हैं. यह सूची शासन को भेजी जा चुकी है. हरी झंडी मिलते ही कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी.
ग्रामीण क्षेत्र में 19, नगरीय क्षेत्र में 23 धार्मिक स्थल मिले
दरअसल, सड़क और सार्वजनिक स्थलों पर कब्जे के लिए धार्मिक गतिविधियों का सहारा लेने का एक ट्रेंड सा चल पड़ा है. नजीतन तमाम धार्मिक स्थल रातों-रात खड़े कर दिए गए. यह समस्या काफी लंबे समय से चल रही है. धार्मिक आस्था से जुड़ा होने के चलते शासन-प्रशासन ने इस ओर से मुंह मोड़ लिया. इसका असर यह रहा कि सड़कों के चौड़ीकरण एवं निर्माण में यह धार्मिक स्थल रुकावट बनने लगे हैं. मामला उच्च न्यायालय तक पहुंचा, तो शासन हरकत में आया.
कई मंदिर सार्वजनिक भूमि पर बने
बता दें कि बस्ती के ग्रामीण क्षेत्र में 19 ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जो पूरी तरह से सड़क पर हैं. इसमें एक मंदिर फोरलेन पर है, जबकि अन्य ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों की पटरियों पर हैं. तमाम स्थलों पर इसी तरह से धार्मिक बना दिए गए हैं. इसके अलावा नगरीय क्षेत्र में 23 धार्मिक स्थल सड़क पर पाए हैं, इनमें से सर्वाधित 16 नगर पालिका क्षेत्र में हैं. दक्षिण दरवाजा, स्टेशन रोड हो या फिर मालवीय रोड, कंपनी बाग और गांधीनगर. यहां कई ऐसे मंदिर मिल जाएंगे जो सड़क पर या सार्वजनिक भूमि पर बने हुए हैं.
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डीएम ने भेजी शासन को रिपोर्ट
उच्च न्यायालय इलाहाबाद की लखनऊ खंडपीठ द्वारा दायर की गई जनहित याचिका पर पारित किए गए आदेश के क्रम में शासन ने सार्वजनिक स्थानों से अतिक्रमण को हटाए जाने के संबंध में चिन्हित कर कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए थे. नगरीय और ग्रामीण क्षेत्र में चिन्हित किए गए 42 धार्मिक स्थलों की सूची डीएम ने अपर मुख्य सचिव गृह उत्तर प्रदेश शासन को भेज दी है.