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बस्ती: लम्बे समय से अनुपस्थित शिक्षक की बीएसए ने की सेवा समाप्त

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Published : Aug 17, 2020, 10:10 PM IST

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में ईटीवी भारत ने कई फर्जी शिक्षकों के खुलासे किए थे, जिसका बड़ा असर देखने को मिला है. शिक्षक के खिलाफ जांच कराकर बीएसए अरुण कुमार ने सेवा समाप्ति की कार्रवाई की है.

शिक्षक पर हुई सेवा समाप्ति की कार्रवाई.
शिक्षक पर हुई सेवा समाप्ति की कार्रवाई.

बस्ती: पूरे प्रदेश में फर्जी शिक्षकों के मामले बड़े तौर पर सामने आ रहे थे. ईटीवी भारत ने भी फर्जी शिक्षकों की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी, जिसका बड़ा असर देखने को मिला है. ईटीवी भारत की खबर पर शिक्षक के खिलाफ जांच करवाने के बाद बीएसए अरुण कुमार ने सेवा समाप्ति की कार्रवाई की है. बता दें कि जनपद के 6 फर्जी शिक्षकों पर पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है.

प्रधानाध्यापक के डॉक्यूमेंट के जांच के आदेश
जिले में कस्तूरबा स्कूलों में एक ही नाम पर कई जगह नौकरी करने वाली फर्जी शिक्षिका का मामला चर्चा में आने के बाद मुख्यमंत्री ने सभी शिक्षकों को जांच के आदेश दिए हैं. ईटीवी भारत ने बस्ती जिले के माझा क्षेत्र के प्राइमरी स्कूल में तैनात प्रधानाध्यापक की खबर को प्रमुखता से दिखाया था, जो कि स्कूल जाता ही नहीं था और घर बैठे सैलरी ले रहा था. इतना ही नहीं प्रधानाध्यापक का स्कूल के रजिस्टर में कुछ और नाम है और गांव के राशन कार्ड, वोटर आईडी में कुछ और नाम है. ऐसे में बीएसए अरुण कुमार ने प्रधानाध्यापक के डॉक्यूमेंट के जांच के आदेश दिए हैं. हालांकि लम्बे समय से अनुपस्थित रहने के आधार पर शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी गई है.

जानकारी देते बीएसए.

बहादुरपुर ब्लॉक के भोड़सर गांव के निवासी रामनिहोर यादव की तैनाती प्रधानाध्यापक पद पर दुबौलिया ब्लॉक के अशोकपुर मांझा के प्राथमिक विद्यालय में थी. राम निहोर पिछले 8 महीने से स्कूल नहीं आ रहे थे. राम निहोर का नाम स्कूल में भोला सिंह यादव के नाम से दर्ज है, जबकि वोटर आईडी जैसे डॉक्यूमेंट में राम निहोर नाम दर्ज है. इतना ही नहीं राम निहोर लॉकडाउन के पहले से ही पिछले 8 महीने से विद्यालय से नदारद हैं. इस स्कूल में एक प्रधानाध्यापक, एक सहायक अध्यापक और दो शिक्षामित्र तैनात हैं. प्रधानाध्यापक की उपस्थिति पंजिका पर चिकित्सीय अवकाश दिखाया गया है.

सेवा समाप्ति की कार्रवाई
बीएसए अरुण कुमार ने बताया कि अशोकपुर माझा के प्रधानाध्यापक भोला सिंह यादव पिछले कई महीनों से गायब हैं. बताया जा रहा है कि वह मेडिकल लीव पर हैं, लेकिन इस तरह के किसी भी पत्र की जानकारी नहीं मिली है. वहीं इनके दो अलग-अलग नाम होने की भी जांच कराई जा रही है. फिलहाल लम्बे समय से अनुपस्थित होने के कारण इन पर सेवा समाप्ति की कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि आगे एफआईआर और वेतन रिकवरी की कार्रवाई भी की जाएगी.

बस्ती: पूरे प्रदेश में फर्जी शिक्षकों के मामले बड़े तौर पर सामने आ रहे थे. ईटीवी भारत ने भी फर्जी शिक्षकों की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी, जिसका बड़ा असर देखने को मिला है. ईटीवी भारत की खबर पर शिक्षक के खिलाफ जांच करवाने के बाद बीएसए अरुण कुमार ने सेवा समाप्ति की कार्रवाई की है. बता दें कि जनपद के 6 फर्जी शिक्षकों पर पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है.

प्रधानाध्यापक के डॉक्यूमेंट के जांच के आदेश
जिले में कस्तूरबा स्कूलों में एक ही नाम पर कई जगह नौकरी करने वाली फर्जी शिक्षिका का मामला चर्चा में आने के बाद मुख्यमंत्री ने सभी शिक्षकों को जांच के आदेश दिए हैं. ईटीवी भारत ने बस्ती जिले के माझा क्षेत्र के प्राइमरी स्कूल में तैनात प्रधानाध्यापक की खबर को प्रमुखता से दिखाया था, जो कि स्कूल जाता ही नहीं था और घर बैठे सैलरी ले रहा था. इतना ही नहीं प्रधानाध्यापक का स्कूल के रजिस्टर में कुछ और नाम है और गांव के राशन कार्ड, वोटर आईडी में कुछ और नाम है. ऐसे में बीएसए अरुण कुमार ने प्रधानाध्यापक के डॉक्यूमेंट के जांच के आदेश दिए हैं. हालांकि लम्बे समय से अनुपस्थित रहने के आधार पर शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी गई है.

जानकारी देते बीएसए.

बहादुरपुर ब्लॉक के भोड़सर गांव के निवासी रामनिहोर यादव की तैनाती प्रधानाध्यापक पद पर दुबौलिया ब्लॉक के अशोकपुर मांझा के प्राथमिक विद्यालय में थी. राम निहोर पिछले 8 महीने से स्कूल नहीं आ रहे थे. राम निहोर का नाम स्कूल में भोला सिंह यादव के नाम से दर्ज है, जबकि वोटर आईडी जैसे डॉक्यूमेंट में राम निहोर नाम दर्ज है. इतना ही नहीं राम निहोर लॉकडाउन के पहले से ही पिछले 8 महीने से विद्यालय से नदारद हैं. इस स्कूल में एक प्रधानाध्यापक, एक सहायक अध्यापक और दो शिक्षामित्र तैनात हैं. प्रधानाध्यापक की उपस्थिति पंजिका पर चिकित्सीय अवकाश दिखाया गया है.

सेवा समाप्ति की कार्रवाई
बीएसए अरुण कुमार ने बताया कि अशोकपुर माझा के प्रधानाध्यापक भोला सिंह यादव पिछले कई महीनों से गायब हैं. बताया जा रहा है कि वह मेडिकल लीव पर हैं, लेकिन इस तरह के किसी भी पत्र की जानकारी नहीं मिली है. वहीं इनके दो अलग-अलग नाम होने की भी जांच कराई जा रही है. फिलहाल लम्बे समय से अनुपस्थित होने के कारण इन पर सेवा समाप्ति की कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि आगे एफआईआर और वेतन रिकवरी की कार्रवाई भी की जाएगी.

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