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बस्ती: टिकट हैकर हामिद अशरफ गैंग के 3 सदस्य गिरफ्तार - ANMS नाम से सॉफ्टवेयर

रेलवे पुलिस और बस्ती व गोंडा की संयुक्त टीम ने मऊ जिले से टिकट हैकर हामिद अशरफ के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से तीन लैपटॉप और 5 मोबाइल बरामद किए गए हैं. साथ ही 261 तत्काल और सामान्य टिकट भी मिली हैं.

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हामिद अशरफ गैंग के 3 गुर्गे अरेस्ट.
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Published : Jan 27, 2020, 12:39 AM IST

Updated : Jan 27, 2020, 5:03 AM IST

बस्ती: कथित आतंकी और टिकट हैकर हामिद अशरफ पर अब शिकंजा कसना शुरू हो गया है. रेलवे पुलिस और बस्ती व गोंडा की संयुक्त टीम ने मऊ जिले से हामिद के 3 सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. हामिद ANMS नाम से सॉफ्टवेयर बनाकर पूरे देश में अपने साथियों को बेचता है, जिसके जरिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट को आसानी से हैक कर टिकट बुक किया जाता है.

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टिकट हैकर हामिद अशरफ गैंग के 3 सदस्य गिरफ्तार.

गिरफ्तार किए गए हैकर अमित गुप्ता, नंदन गुप्ता और अब्दुल रहमान मऊ में हामिद के इशारे पर अपना गैंग संचालित कर रहे थे. इस गैंग के पास से तीन लैपटॉप, 5 मोबाइल लगभग 7 लाख के मिले हैं. इसके अलावा 261 तत्काल और सामान्य टिकट बरामद की गई हैं.

ये भी पढ़ें- टेरर फंडिंग के आरोपी हामिद ने खुद को बताया बेकसूर, ईटीवी भारत से की बात

पिछले 3 साल से रेलवे की साइट हैक कर चला रहा धंधा
इस गैंग के पास से 150 फर्जी आईआरसीटीसी की आईडी भी जब्त की गई हैं, जिसकी रेलवे पुलिस जांच कर रही है. इस गैंग का मुख्य सरगना हामिद अशरफ पिछले 3 साल से रेलवे की साइट को हैक कर अपना धंधा चला रहा है, जिस वजह से रेलवे को काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.

2016 में हामिद अशरफ आया था चर्चा में
हामिद अशरफ 2016 में उस वक्त चर्चा में आया था, जब बस्ती में सीबीआई की टीम ने छापा मारकर उसे गिरफ्तार किया था. इसके बाद इस गैंग का खुलासा हुआ था. पूछताछ में पता चला था कि हामिद ने देशभर में हजारों लोगों को इस सॉफ्टवेयर को बेचा और वो लोग इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से रेलवे की साइट को हैक कर मनचाहे तरीके से टिकट बुक किया करते थे.

गैंग के साथी अभी भी चला रहे नेटवर्क
हामिद के गैंग के दो मुख्य साथी अभी बिहार में बैठकर अपना नेटवर्क चला रहे हैं. मोहम्मद महमूद हामिद सॉफ्टवेयर को देशभर में सेल करता है, जबकि उसका दूसरा साथी मनोज महतो सॉफ्टवेयर का फंड मैनेजमेंट करता है. गिरफ्तार हुए अभियुक्तों ने बताया कि बैंक खातों के रिकॉर्ड के अनुसार 1 वर्ष में कई करोड़ रुपये की कमाई की गई है.

2 दिन पहले हामिद अशरफ का नाम फिर आया चर्चा में
2 दिन पहले हामिद अशरफ का नाम एक बार फिर से चर्चा में उस वक्त आ गया था, जब दिल्ली में डीजी रेलवे के द्वारा गुलाम मुस्तफा नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया गया और उसके बाद पूछताछ में पता चला कि बस्ती का हामिद अशरफ इस गैंग का मुख्य सरगना है, जो टिकट हैक करने के साथ-साथ अब टेरर फंडिंग में भी शामिल है.

रविवार को गैंग के 3 सदस्य हुए गिरफ्तार
हामिद अशरफ के साथियों को पकड़ने के लिए रेलवे पुलिस और बस्ती पुलिस सक्रिय हुई. रविवार को तीन लोगों को गिरफ्तार करने के बाद एक बड़ी सफलता मिली है. इससे पहले हामिद ने मीडिया को एक ऑडियो जारी किया था, जिसमें उसने खुद को निर्दोष होने की बात कही थी.

हामिद अशरफ कई राज्यों की पुलिस के लिए बना है पहेली
रविवार को उसके तीन साथियों की गिरफ्तारी होने के बाद यह साबित हो गया है कि हामिद ने कथित तौर पर आतंकी फंडिंग और टिकट का काम बदस्तूर जारी रखा है. फिलहाल हामिद अशरफ रेलवे पुलिस से लेकर एनआईए, सीआईडी, बस्ती पुलिस, गोंडा पुलिस सहित देश के कई राज्यों की पुलिस के लिए पहेली बन गया है. हामिद कहां है और वह कहां से अपना नेटवर्क चला रहा है, इस बात की जानकारी किसी को भी नहीं है.

बस्ती: कथित आतंकी और टिकट हैकर हामिद अशरफ पर अब शिकंजा कसना शुरू हो गया है. रेलवे पुलिस और बस्ती व गोंडा की संयुक्त टीम ने मऊ जिले से हामिद के 3 सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. हामिद ANMS नाम से सॉफ्टवेयर बनाकर पूरे देश में अपने साथियों को बेचता है, जिसके जरिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट को आसानी से हैक कर टिकट बुक किया जाता है.

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टिकट हैकर हामिद अशरफ गैंग के 3 सदस्य गिरफ्तार.

गिरफ्तार किए गए हैकर अमित गुप्ता, नंदन गुप्ता और अब्दुल रहमान मऊ में हामिद के इशारे पर अपना गैंग संचालित कर रहे थे. इस गैंग के पास से तीन लैपटॉप, 5 मोबाइल लगभग 7 लाख के मिले हैं. इसके अलावा 261 तत्काल और सामान्य टिकट बरामद की गई हैं.

ये भी पढ़ें- टेरर फंडिंग के आरोपी हामिद ने खुद को बताया बेकसूर, ईटीवी भारत से की बात

पिछले 3 साल से रेलवे की साइट हैक कर चला रहा धंधा
इस गैंग के पास से 150 फर्जी आईआरसीटीसी की आईडी भी जब्त की गई हैं, जिसकी रेलवे पुलिस जांच कर रही है. इस गैंग का मुख्य सरगना हामिद अशरफ पिछले 3 साल से रेलवे की साइट को हैक कर अपना धंधा चला रहा है, जिस वजह से रेलवे को काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.

2016 में हामिद अशरफ आया था चर्चा में
हामिद अशरफ 2016 में उस वक्त चर्चा में आया था, जब बस्ती में सीबीआई की टीम ने छापा मारकर उसे गिरफ्तार किया था. इसके बाद इस गैंग का खुलासा हुआ था. पूछताछ में पता चला था कि हामिद ने देशभर में हजारों लोगों को इस सॉफ्टवेयर को बेचा और वो लोग इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से रेलवे की साइट को हैक कर मनचाहे तरीके से टिकट बुक किया करते थे.

गैंग के साथी अभी भी चला रहे नेटवर्क
हामिद के गैंग के दो मुख्य साथी अभी बिहार में बैठकर अपना नेटवर्क चला रहे हैं. मोहम्मद महमूद हामिद सॉफ्टवेयर को देशभर में सेल करता है, जबकि उसका दूसरा साथी मनोज महतो सॉफ्टवेयर का फंड मैनेजमेंट करता है. गिरफ्तार हुए अभियुक्तों ने बताया कि बैंक खातों के रिकॉर्ड के अनुसार 1 वर्ष में कई करोड़ रुपये की कमाई की गई है.

2 दिन पहले हामिद अशरफ का नाम फिर आया चर्चा में
2 दिन पहले हामिद अशरफ का नाम एक बार फिर से चर्चा में उस वक्त आ गया था, जब दिल्ली में डीजी रेलवे के द्वारा गुलाम मुस्तफा नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया गया और उसके बाद पूछताछ में पता चला कि बस्ती का हामिद अशरफ इस गैंग का मुख्य सरगना है, जो टिकट हैक करने के साथ-साथ अब टेरर फंडिंग में भी शामिल है.

रविवार को गैंग के 3 सदस्य हुए गिरफ्तार
हामिद अशरफ के साथियों को पकड़ने के लिए रेलवे पुलिस और बस्ती पुलिस सक्रिय हुई. रविवार को तीन लोगों को गिरफ्तार करने के बाद एक बड़ी सफलता मिली है. इससे पहले हामिद ने मीडिया को एक ऑडियो जारी किया था, जिसमें उसने खुद को निर्दोष होने की बात कही थी.

हामिद अशरफ कई राज्यों की पुलिस के लिए बना है पहेली
रविवार को उसके तीन साथियों की गिरफ्तारी होने के बाद यह साबित हो गया है कि हामिद ने कथित तौर पर आतंकी फंडिंग और टिकट का काम बदस्तूर जारी रखा है. फिलहाल हामिद अशरफ रेलवे पुलिस से लेकर एनआईए, सीआईडी, बस्ती पुलिस, गोंडा पुलिस सहित देश के कई राज्यों की पुलिस के लिए पहेली बन गया है. हामिद कहां है और वह कहां से अपना नेटवर्क चला रहा है, इस बात की जानकारी किसी को भी नहीं है.

Intro:रिपोर्ट - सतीश श्रीवास्तव
बस्ती यूपी
मो -9889557333

स्लग - टिकट हैकर हामिद अशरफ गैंग के 3 गुर्गे अरेस्ट (impact)

एंकर - कथित आतंकी और टिकट हैकर हामिद अशरफ पर अब शिकंजा कसना शुरू हो गया हैं। रेलवे पुलिस और बस्ती व गोंडा की संयुक्त टीम ने मऊ जिले से हामिद के 3 गुर्गों को विस्तार करने में सफलता पाई हैं। हामिद ANMS नाम से सॉफ्टवेयर बनाकर पूरे देश में अपने साथियों को बेचता है जिसके जरिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट को आसानी से हैक कर टिकट बुक किया जाता है। गिरफ्तार किए गए हैकर अमित गुप्ता नंदन गुप्ता और अब्दुल रहमान मऊ में हामिद के इशारे पर अपना गैंग संचालित कर रहे थे। इस गैंग के पास से तीन लैपटॉप 5 मोबाइल लगभग ₹700000 के 261 तत्काल व सामान्य टिकट बरामद किए गए हैं इसके अलावा इस गैंग के पास से 150 फर्जी आईआरसीटीसी की आईडी भी जप्त की गई है जिसकी रेलवे पुलिस जांच कर रही है। इस गैंग का मुख्य सरगना हामिद अशरफ पिछले 3 साल से रेलवे की साइट को हैक कर अपना धंधा चला रहा है जिस वजह से रेलवे को काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। हामिद अशरफ 2016 में उस वक्त चर्चा में आया था जब बस्ती में सीबीआई की टीम ने छापा मारकर उसे गिरफ्तार किया था जिसके बाद इस गैंग का खुलासा हुआ था। पुस्तक पर पता चला था कि हामिद देशभर में हजारों लोगों को इस सॉफ्टवेयर को बेचा और वो लोग इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से रेलवे रेलवे की साइट को हैक कर मनचाहे तरीके से टिकट बुक क्या करते हैं। हामिद के गैंग के दो मुख्य साथी अभी बिहार में बैठकर अपना नेटवर्क चला रहे हैं। मोहम्मद महमूद हामिद के बनाएं सॉफ्टवेयर को देशभर में सेल करता है जबकि उसका दूसरा साथी मनोज महतो सॉफ्टवेयर का फंड मैनेजमेंट करता है। गिरफ्तार हुए अभियुक्तों ने बताया कि बैंक खातों के रिकॉर्ड के अनुसार 1 वर्ष में कई करो रुपए की कमाई की गई है।



Body:गौरतलब है कि 2 दिन पहले हामिद अशरफ का नाम एक बार फिर से चर्चा में उस वक्त आ गया था जब दिल्ली में डीजी रेलवे के द्वारा गुलाम मुस्तफा नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया गया और उसके बाद पूछताछ में पता चला कि बस्ती का हामिद अशरफ इस गैंग का मुख्य सरगना है जो टिकट हैक करने के साथ-साथ अब टेरर फंडिंग में भी शामिल है। इसके बाद हामिद अशरफ के साथियों को पकड़ने के लिए रेलवे पुलिस और बस्ती पुलिस सक्रिय हुई और आज उसे तीन लोगों को गिरफ्तार करने के बाद एक बड़ी सफलता भी मिली। इससे पहले हामिद ने मीडिया को एक ऑडियो जारी किया था जिसमें उसने खुद को निर्दोष साबित करना चाह रहा था लेकिन आज उसके तीन साथियों की गिरफ्तारी होने के बाद यह साबित हो गया है कि हामिद कथित तौर पर आतंकी फंडिंग और टिकट है का काम बदस्तूर जारी रखा है। फिलहाल हामिद अशरफ रेलवे पुलिस से लेकर एनआईए सीआईडी बस्ती पुलिस गोंडा पुलिस सहित देश के कई राज्यों की पुलिस के लिए पहेली बन गया है हमीद कहां है और वह कहां से अपना नेटवर्क चला रहा है इस बात की जानकारी किसी को भी नहीं है।


बस्ती यूपी


Conclusion:
Last Updated : Jan 27, 2020, 5:03 AM IST
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