बस्ती: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर जिला प्रशासन ग्रामीण अंचलों में भी काफी सतर्कता बरत रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में बाहर से आने वाले लोगों को गांव के बाहर बने स्कूलों में ही 14 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया जा रहा है, लेकिन वहां पर रुकने के बजाय लोग पुलिस के लिए मुसीबत पैदा कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला उस वक्त देखने को मिला, जब बिहार के 10 मजदूर क्वारंटाइन सेंटर से रात के अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए.
लॉकडाउन के दौरान निराश्रित, घुमंतू, दिहाड़ी मजदूरों के लिए तहसील मुख्यालय के बगल सावित्री विद्या विहार इंटर कॉलेज भानपुर में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रोके गए लोगों में से देर रात 10 श्रमिकों के भाग जाने का मामला प्रकाश में आया है.
श्रमिकों के भागने की सूचना पर लेखपाल कृष्ण चंद्र चौधरी ने बिहार प्रदेश के जहानाबाद के ग्राम गनपुरा निवासी सिंटू कुमार, जय प्रकाश, रामानंद, रंजीत कुमार, विनोद कुमार, सुरेश, रूदल, देवानंद विंद, कनिन्दल विंद और सुरेन्द्र बिंद के खिलाफ सोनहा थाना में तहरीर देकर केस दर्ज कराया है.
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लेखपाल की ओर से दी गई तहरीर में बताया गया है कि लॉकडाउन के दौरान सभी श्रमिकों को क्वारंटाइन सेंटर पर रोका गया था, जहां से वे बिना किसी जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी को सूचना दिए चले गए और वापस नहीं लौटे. पुलिस ने लेखपाल की तहरीर पर सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
...इस वजह से आए बस्ती
ये मजदूर बिहार से बस्ती जिले में सड़क का काम करने के लिए आए थे, लेकिन यहां आने के बाद वे सभी फंस गए. उन्हें प्रशासन ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर एहतियातन क्वारंटाइन कर दिया था.