बरेली: जिले में पुलिस ने नवाबगंज थाना क्षेत्र में हुई भोलानाथ की हत्या का खुलासा कर दिया है. 19 मार्च को भोलानाथ की हत्या कर दी गई थी. वारदात के समय भोलानाथ बरेली कोर्ट में किसी मामले के संबंध में आया था. भोलानाथ की हत्या के संबंध में पुलिस ने दो सुपारी किलर को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार भोलानाथ ने अपने विपक्षी रामप्रकाश हत्या के लिए 50 हजार की सुपारी दी थी, लेकिन किसी कारणवश सुपारी किलरों का मन बदल गया और उन्होंने रामप्रकाश की हत्या करने का इरादा छोड़ दिया.
यह भी पढ़ें: छेड़खानी के आरोपी डॉक्टर पर कसा शिकंजा, CBCID बरेली करेगी जांच
पैसे की करने लगा मांग
भोलानाथ ने रामप्रकाश की हत्या नहीं होने पर सुपारी किलरों से अपने रुपये मांगने शुरू कर दिए थे. इस बात से परेशान सुपारी किलर बांधूराम और बुद्धसेन जीप में बैठाकर भोलानाथ को बरेली ले गए. वापसी में हाफिजगंज और क्योलड़िया थाना क्षेत्र में भोलानाथ की अंगोछे से गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को फेंक दिया.
पैसे न देने पड़ें, इसलिए की हत्या
पुलिस के अनुसार तीन साल पहले मृतक भोलानाथ के भाई छोटेलाल की पत्नी की हत्या हो गई थी. इस मामले में भोलानाथ और उसके परिवार के कई लोग आरोपी थे. बरेली कोर्ट में इस मामले की सुनवाई भी चल रही थी. भोलनाथ और उसका परिवार रामप्रकाश के परिवार पर समझौते का दबाव बना रहा था. लेकिन, पीड़ित परिवार समझौते को तैयार नहीं था. इसलिए भोलानाथ ने रामप्रकाश की हत्या के लिए सुपारी किलरों को पैसे दे दिए. लेकिन, पैसे लेने के बाद सुपारी किलरों का मन बदल गया और सुपारी किलरों ने रामप्रकाश की हत्या होने पर फंसने की आशंका से बचने और रुपये हड़पने के मकसद से भोलानाथ की हत्या कर दी.
आरोपियों ने जुर्म कबूला
इस मामले में एसपी ग्रामीण राजकुमार ने बताया कि नवाबगंज क्षेत्र में भोलानाथ की हत्या दो सुपारी किलर ने की थी. सर्विलांस और स्थानीय लोगों से पूछताछ के आधार पर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. दोनों ने स्वीकार किया है कि उन्हें रामप्रकाश की हत्या के लिए 50 हजार भोलानाथ ने दिए थे, लेकिन उन्होंने रामप्रकाश की हत्या नहीं की. सुपारी का रुपया वापस नहीं करना पड़े, इसलिए उन लोगों ने भोलानाथ की हत्या कर दी.