बरेली: हमारे समाज में थर्ड जेंडर को हमेशा ही दरकिनार किया जाता है, लेकिन समय के साथ-साथ लोग किन्नर समाज को भी समझने लगे हैं. इसी उद्देश्य के साथ शनिवार को बरेली की डीपीओ निता अहिरवार ने एक नई पहल की. उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, भूण हत्या जैसे गंभीर विषयों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए किन्नर समाज को आगे लाकर यह काम करने का अवसर दिया.
थर्ड जेंडर को मिलेगा सम्मान
बरेली महिला कल्याण विभाग लगातार महिलाओं को जागरूक करने के लिए काम कर रहा है. इसी के मद्देनजर महिला कल्याण विभाग की उपनिदेशक निता अहिरवार ने शनिवार को बरेली के सखी वन स्टॉप सेंटर में किन्नर समाज के सदस्यों के साथ बैठक की. इसमें चर्चा की गई कि महिला कल्याण विभाग के हेल्पलाइन नंबर, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आदि योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए और कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर महिला कल्याण विभाग के साथ अपना सहयोग प्रदान करेंगे. इसी के साथ ही कार्यक्रम में उनका बैच लगाकर स्वागत किया गया. महिला कल्याण विभाग का यह इस वर्ष का पहला कार्यक्रम था. इस मौके पर कार्यक्रम कैलेंडर का भी विमोचन किया गया. इसके साथ ही यह इतिहास में पहली ही बार होगा, जब प्रशासन की योजनाओं के प्रचार-प्रसार में थर्ड जेंडर भी अहम भूमिका निभाएगा.
सरकार की योजनाओं का करेगा प्रचार
उत्तर प्रदेश में बरेली एक ऐसा जिला है, जिसने सबसे पहले किन्नर समाज को इस मुहिम से जोड़ा है. किन्नर समाज ही एक ऐसा समाज है जो लोगों के साथ उनकी खुशियों में सीधे तौर पर जुड़ा है. अगर किन्नर समाज भ्रूण हत्या और बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के संदेश को सभी लोगों तक पहुंचाने में कामयाब होता है, तो सरकार के लिए यह सबसे बड़ी उपलब्धि होगी. सीधे तौर पर सरकार का कोई व्यक्ति समाज के लोगों से जुड़ेगा और उन्हें संदेश देगा. साथ ही साथ सरकार की जो योजनाएं बेटियों के लिए चल रही हैं, उनको बताएगा.