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खनन कारोबारी ने पालनहल्ली मठ को 3 हजार एकड़ जमीन दान में दी, क्या बोले पीबी ओसवाल जैन

ओसवाल ने कहा कि, उनकी चल-अचल संपत्ति, सारा पैसा और व्यापारिक लेन-देन डॉ. सिद्धाराजू स्वामीजी का है, इसका उपयोग समाज सेवा के लिए किया जाए.

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कारोबारी पीबी ओसवाल जैन ने मठ को 3 हजार एकड़ जमीन दान में दी (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 9, 2024, 8:21 PM IST

रामनगर: कर्नाटक के रामनगर में एक खनन व्यवसायी ने मठ को 3 हजार एकड़ जमीन दान कर दी. खबर के मुताबिक, राजस्थान के कोयला और सोने के अयस्क खदान के मालिक पीबी ओसवाल जैन ने मगदी तालुक में पालनहल्ली मठ को जमीन दान की है. मठ के संत सिद्धाराजू ने संपत्ति का दस्तावेज प्राप्त किया.

संपत्ति दान करने वाले व्यवसायी पीबी ओसवाल जैन ने कहा कि, "पिछले 20 सालों से, उन्होंने पालनहल्ली मठ के डॉ. सिद्धाराजू स्वामीजी की परोपकारी सेवा गतिविधियों को करीब से देखा है. उन्होंने कहा कि, वे तुमकुर जिले के गुब्बी तालुक के चेलूर और चिक्कनायकनहल्ली तालुक में स्वतंत्र रूप से खरीदी गई 3 हजार एकड़ जमीन पर खनन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि, उनके पास मुंबई के विभिन्न हिस्सों में इमारतें और अचल संपत्तियों भी है. उन्होंने कहा कि, "मैंने अपनी कमाई गई संपत्ति के लिए हर साल 500 करोड़ आयकर का भुगतान किया है."

उन्होंने कहा, "जर्मनी, जापान, कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों में मेरे खनन और व्यापारिक लेन-देन पूरी तरह से डॉ. सिद्धाराजू स्वामीजी के नाम पर पंजीकृत हैं. 8 अक्टूबर को बैंक लेन-देन और भूमि और वाणिज्य से संबंधित दस्तावेज सौंप स्वामीजी को सौंप दिए गए हैं.

ओसवाल ने कहा कि, उनकी चल-अचल संपत्ति, सारा पैसा और व्यापारिक लेन-देन डॉ. सिद्धाराजू स्वामीजी का है, इसका उपयोग समाज सेवा के लिए किया जाए. पलानाहल्ली मठ के डॉ. सिद्धाराजू स्वामीजी ने कहा, "व्यवसायी पी.बी. ओसवाल जैन ने स्वेच्छा से संपत्ति दान की है. यह संपत्ति धार्मिक, आध्यात्मिक, शैक्षणिक और आयुर्वेदिक विरासत को जारी रखने और गरीबों को लाभ पहुंचाने के इरादे से दी गई है. आने वाले दिनों में इसका अच्छा उपयोग होगा."

ये भी पढ़ें: फतेहपुर के इस मंदिर की महिमा का मुगल शासक औरंगजेब भी था कायल; देवी दरबार में मांगी थी जीत की मन्नत

रामनगर: कर्नाटक के रामनगर में एक खनन व्यवसायी ने मठ को 3 हजार एकड़ जमीन दान कर दी. खबर के मुताबिक, राजस्थान के कोयला और सोने के अयस्क खदान के मालिक पीबी ओसवाल जैन ने मगदी तालुक में पालनहल्ली मठ को जमीन दान की है. मठ के संत सिद्धाराजू ने संपत्ति का दस्तावेज प्राप्त किया.

संपत्ति दान करने वाले व्यवसायी पीबी ओसवाल जैन ने कहा कि, "पिछले 20 सालों से, उन्होंने पालनहल्ली मठ के डॉ. सिद्धाराजू स्वामीजी की परोपकारी सेवा गतिविधियों को करीब से देखा है. उन्होंने कहा कि, वे तुमकुर जिले के गुब्बी तालुक के चेलूर और चिक्कनायकनहल्ली तालुक में स्वतंत्र रूप से खरीदी गई 3 हजार एकड़ जमीन पर खनन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि, उनके पास मुंबई के विभिन्न हिस्सों में इमारतें और अचल संपत्तियों भी है. उन्होंने कहा कि, "मैंने अपनी कमाई गई संपत्ति के लिए हर साल 500 करोड़ आयकर का भुगतान किया है."

उन्होंने कहा, "जर्मनी, जापान, कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों में मेरे खनन और व्यापारिक लेन-देन पूरी तरह से डॉ. सिद्धाराजू स्वामीजी के नाम पर पंजीकृत हैं. 8 अक्टूबर को बैंक लेन-देन और भूमि और वाणिज्य से संबंधित दस्तावेज सौंप स्वामीजी को सौंप दिए गए हैं.

ओसवाल ने कहा कि, उनकी चल-अचल संपत्ति, सारा पैसा और व्यापारिक लेन-देन डॉ. सिद्धाराजू स्वामीजी का है, इसका उपयोग समाज सेवा के लिए किया जाए. पलानाहल्ली मठ के डॉ. सिद्धाराजू स्वामीजी ने कहा, "व्यवसायी पी.बी. ओसवाल जैन ने स्वेच्छा से संपत्ति दान की है. यह संपत्ति धार्मिक, आध्यात्मिक, शैक्षणिक और आयुर्वेदिक विरासत को जारी रखने और गरीबों को लाभ पहुंचाने के इरादे से दी गई है. आने वाले दिनों में इसका अच्छा उपयोग होगा."

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