बरेली: शहर का सौ साल से भी पुराना बरेली कॉलेज कभी खेल के मैदान में चैंपियन हुआ करता था लेकिन बदलते दौर में खेल के मैदान से दूर होता जा रहा है. जहां न तो कॉलेज को कोई पदक हासिल हो रहा है न ही छात्र-छात्राएं खेल में रुचि ले रहे हैं. वहीं इस साल आयोजित हुई अंतर विवि प्रतियोगिता में भी कोई भी पदक बरेली कॉलेज हासिल नहीं कर पाया है. इसको लेकर ईटीवी भारत ने कॉलेज के क्रीडा अधिकारी अनुराग मोहन से बातचीत की.
पढ़ें: ...वृद्धाश्रम में रहने को मजबूर हैं ये माता-पिता
बरेली कॉलेज के क्रीड़ा अधिकारी ने कही ये बातें
कॉलेज के अंदर खेल के प्रति रुचि क्यों घट रही है, इसका समाधान खोजा जा रहा है. छात्रों को संसाधन मुहैया कराए जाएंगे ताकि उनकी खेल के प्रति रुचि बढ़ सके. खिलाड़ियों के लिए खेल संबधित चीजें और खेल के मैदान सही कराए जाएगा ताकि वे अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें.
क्रीड़ा अधिकारी ने कहा कि अंतर विवि प्रतियोगिता खेलने वाले खिलाड़ियों को किट और ब्लेजर दिया जाएगा, साथ ही साथ क्रिकेट, हॉकी, बास्केटबॉल, टेनिस के जो मैदान है, उनको भी सही कराया जाएगा. हमने विभागीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन करने पर विचार किया है, इनसे चुनकर आए खिलाड़ियों का कॉलेज स्तर की प्रतियोगिता में चयन होगा.
संसाधन मुहैया हों तो मिल सकता है पुराना दर्जा
अगर खिलाड़ियों पर विशेष ध्यान दिया जाए और उनको संसाधन मुहैया कराए जाएं और उनकी डाइट का ख्याल रखा जाए तो 100 साल से भी पुराना बरेली कॉलेज फिर से वही कीर्तिमान स्थापित कर सकता है, जो पहले करता था. कहीं न कहीं इसमें कमी कॉलेज प्रशासन की कमी रही है. बदलते दौर में कॉलेज प्रशासन खिलाड़ियों पर ध्यान नहीं दे सका है जिसके कारण बरेली कॉलेज कुछ सालों से खेल के मैदान से आउट होता जा रहा है. बस खिलाड़ियों पर विशेष देखभाल और ट्रेनिंग की जरूरत है, जिससे बरेली कॉलेज खेल के मैदान में फिर से अपने झंडे गाड़ देगा.