बरेली: जिले में STF को मंगलवार को बड़ी कामयाबी मिली है. 18 साल से फरार चल रहा 1 लाख के इनामी डकैत कमर अली को STF ने गिरफ्तार किया. यह छुपकर फकीरों के यहा रह रहा था. इसके खिलाफ प्रदेश के कई जिलों में 24 से ज्यादा मुकदमा दर्ज हैं. STF ने उसके पास से 1 तमन्चा और 3 कारतूस बरामद किया है.
STF उ.प्र. को विगत काफी दिनों से पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर आपराधिक घटनाएं कारित करने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी. इस सम्बन्ध में STF की विभिन्न टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देषित किया गया था, जिनके अनुपालन में धर्मेश कुमार शाही, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ के पर्यवेक्षण में एसटीएफ फील्ड इकाई बरेली के नेतृत्व में टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्रवाई शुरु की.
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इस सूचना पर एसटीएफ फील्ड इकाई, बरेली के निरीक्षक अजय पाल सिंह की टीम मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान डोहरा रोड शिव मन्दिर के पास से कमर को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ पर आरोपी कमर ने बताया कि वह अक्टूबर 2000 में अपने पड़ोसी बच्छन पुत्र दशन और लाल पुत्र फिदा हुसैन की गोली मार कर हत्या कर दी थी. इस घटना को अंजाम देने में उसके साथ उसका भाई नन्हे, गुडडू और इसका भांजा जमीर था. जमानत पर छूटने के बाद यह अपने भाई सलीम और अपने साथी मो. अफसर उर्फ नन्हें पुत्र मो. अनवार निवासी मुन्ना खॉ की नीम वाली गली थाना बारादरी बरेली, मतलूम पुत्र अजीम नि. आवॅला बरेली, आसिफ पुत्र जमील नि. सेमलखेडा थाना बारादरी बरेली, इदरीस खॉं उर्फ गुडडू पुत्र नजीर खॉन नि. सेमलखेडा थाना बारादरी बरेली के साथ मिलकर डकैती की घटना को अंजाम दिया था, जिसमें इन लोगों को जेवर और नकद रूपये मिले थे. इस घटना के सम्बन्ध में थाना बारादरी पर वादी नवी अहमद पुत्र जहूर नि. सेमलखेडा थाना बारादरी बरेली ने अभियोग पंजीकृत कराया था. इस घटना में उपरोक्त अभियुक्तों के नाम प्रकाश में आए थे. कमर अली इस घटना के बाद दिल्ली, लखनऊ और मुम्बई में छिपकर रहता था.
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