बरेली: घटना बरेली के थाना इज्जत नगर क्षेत्र के आलोक नगर की है. यहां के निवासी रवि बाबू नगर निगम में कार्यरत हैं. रवि की पहली पत्नी बबली की 7 साल पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी. बबली से दो बेटियां हैं संध्या और 10 साल की काजल. बबली की मौत के बाद रवि ने रितू नाम की महिला से दूसरी शादी कर ली. बताया जाता है कि रितू की भी यह दूसरी शादी है. फिलहाल आरोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
बता दें, शादी के कुछ दिन बाद रितू ने रवि की बेटियों को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. रवि की चुप्पी से बेटियों पर उसका अत्याचार बढ़ता चला गया. घर का सारा काम वह बेटियों से करवाने लगी. इसके बावजूद बेटियों को भर पेट खाना भी नसीब नहीं होता था.
मृतक बच्ची की दादी ने बताई बातें
मृतक बच्ची की दादी शकुंतला ने बताया, "बिटिया मेरे पास रहती थी. इसने मेरे पास नहीं रहने दिया. काम बहुत करवाती थी. बर्तन मंजवाती थी, कपड़े धुलवाती थी और गोबर भी उठवाती थी. अपने नहाने के लिए उससे पानी भी भरवाती थी. जब किसी दिन उसका मन नहीं होता था तो उसे मारने-पिटने लगती थी. उसके पेट और गले पर पैर रखकर मारती-पिटती थी. वो कहती थी मेरा कौन सी पैदा की हुई है. कई बार तो मुझे भी मारती थी. पुलिस चौकी में रिर्पोट भी लिखी हुई है. एक दिन दारोगा जी आए थे तो उसे खूब बोल के गए थे. मेरे गाल में चाकू मारा था और खून बह रहा था. उसने बच्ची को जान से मार डाला और दफना दिया."
बीजेपी नेता ने दी पुलिस को सूचना
बीजेपी नेता मिंटू सिंह ने बताया, "मुझे पता चला कि रितू ने काजल को मारकर घर में ही दफन कर दिया है. इस बाबत मैंने एसएसपी शैलेश कुमार पांडे को सूचना दी. एसएसपी द्वारा थाना इज्जत नगर को मामले की छानबीन करने के लिए कहा गया. पहले पुलिस को गुमराह किया गया. पुलिस को बताया गया कि उनकी कुतिया मर गई है, जिसको इस जगह पर दफन किया गया है. परिजनों ने बताया कि उनकी एक ही बेटी है, दूसरी बेटी नहीं है. इस पर दोबारा एसपी को सूचना दी. साथ ही थाना इज्जत नगर को भी बताया और डीआईजी बरेली को भी सूचित किया. इस मामले में दोबारा पुलिस ने आकर छानबीन की तो पता चला कि रवि बाबू की दो बेटियां हैं."
सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची मौके पर
एसपी क्राइम ने सुशील कुमार के अनूसार, "22 अगस्त को प्रभारी निरीक्षक इज्जत नगर को किसी ने सूचना दी कि रवि बाबू नाम के शख्स ने एक 10 साल की जो बच्ची है, उसका शव दफना रखा है. इस सूचना पर विश्वास कर स्थानीय पुलिस तत्काल उस स्थान पर पहुंची और कवर किया. इसके बाद जिलाधिकारी से नियमानुसार अनुमति लेकर उसकी खुदाई कराई गई. खुदाई में एक बच्ची का शव मिला है."
मृतक बच्ची के पिता ने पहले हत्या की बात से किया इनकार
मृतका के पिता रवि बाबू शर्मा ने बताया, "मैंने नहीं मारा सर. जिस दिन उसकी मृत्यु हुई है, उस दिन मैं मौलवी के पास पंजादासपुर में गया हुआ था. मेरे पास फोन पहुंचा था कि वो खत्म हो गई. मैं तुरंत वहां से आया. यहां आने के बाद मैं घबरा गया और तुरंत यहीं पर मैंने दफना दिया. पत्नी ने उसे नहीं मारा है. क्योंकि जब मां मारती थी तो वह उसे बचाती थी. जब मैं ड्यूटी जाता था तो मां और बहन उसे मारती थी. मेरे से गलती यही हुई कि घबड़ाहट में मैंने उसे गाय वाले कमरे में दफना दिया."
एसएसपी ने बताया महिला ने की थी दूसरी शादी
एसएसपी शैलेश पांडे ने कहा, "थाना इज्जत नगर क्षेत्र के आलोक नगर का मामला सामने आया था. जानकारी सामने आई थी कि एक परिवार ने अपनी ही घर की 10 साल की बच्ची को मार करके अपने ही परिसर में उसकी बॉडी को जमीन के नीचे गाड़कर दफन कर दिया. प्राप्त जानकारी के अनुसार अभियोग पंजीकृत कर विवेचनात्मक कार्रवाई जब की गई तो ये तथ्य सामने आया है कि जो परिजन हैं जिसमें उसके पिता, उसकी सौतेली मां और उसकी बुआ ने उस पर छुरी और लकड़ी का एक औजार जिससे अमूमन घरों में कपड़े धोये जाते हैं, उसका इस्तेमाल करके इसकी हत्या की थी और उसकी बॉडी को वहां गाड़ दिया गया था. मजिस्ट्रेट की अनुमति और उपस्थिति में ये बॉडी निकलवायी गई और पोस्टमार्टम करवाया गया.
पोस्टमार्टम रिर्पोट में इन बातों की पुष्टि हुई. इनको गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है. जब घटना के बारे में जानकारी की गई तो जो तथ्य सामने आया कि जो मृतका है वो सौतेली मां थी. पूर्व में भी ये विवाहिता रही है, ये इसकी दूसरी शादी थी और घर में अपरिचित लोगों का आना जाना था. इसको लेकर कई बार जो मृतका है, ने आपत्ति की थी और उसी से क्षुब्ध होकर इन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया और डेडबॉडी को छिपाया, ताकि किसी को पता न चले. सुसंगत धाराओं में दो लोगों को इसमें गिरफ्तार किया जा चुका है. मृतका के पिता और मृतका की सौतेली मां गिरफ्तार हो चुकी हैं. मृतका की बुआ जो इस घटना में शामिल थी, वो अभी फरार है, जल्द ही उसकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी."