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सड़क हादसे में सिपाही की मौत, परिजनों ने हॉस्पिटल पर लगाया लापरवाही का आरोप

उत्तर प्रदेश के बरेली में सड़क हादसे में घायल सिपाही की इलाज के दौरान मौत हो गई, जहां सिपाही के साथी और परिजनों ने हॉस्पिटल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है. मृतक सिपाही 2018 बैच का शाहजहांपुर के कलान थाने में तैनात था और छुट्टी लेकर अपने घर अलीगढ़ लौट रहा था, कि तभी सोमवार सुबह बदायूं में उसके साथ सड़क हादसा हो गया.

सड़क हादसे में सिपाही की मौत
सड़क हादसे में सिपाही की मौत
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Published : Dec 27, 2021, 2:28 PM IST

अलीगढ़: अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र का रहने वाला 26 वर्षीय करन चौधरी उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही के पद पर दो हजार अट्ठारह में तैनात हुआ था, जिसके बाद उसकी तैनाती शाहजहांपुर के कलान थाने में चल रही थी. बताया जा रहा है कि किसी जरूरी काम के चलते सिपाही करन चौधरी छुट्टी लेकर सोमवार की सुबह शाहजहांपुर के कलान से अलीगंज अपने घर के लिए बाइक से जा रहा था, कि तभी बदायूं के सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र में किसी अज्ञात वाहन ने बाइक से जा रहे सिपाही करन के टक्कर मार दी, टक्कर लगने से सिपाही करन चौधरी के गंभीर चोट आई जिसके बाद उन्हें पहले बदायूं के जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया और फिर वहां से हालत गंभीर होने पर बरेली के एक निजी हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया, जहां उसके साथी पुलिसकर्मियों ने सिपाही करन चौधरी को बरेली के एक निजी अस्पताल भर्ती कराया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई.

मृतक करन चौधरी के साथी पुलिसकर्मी और परिजनों का आरोप है कि निजी अस्पताल में भर्ती करने के कई घंटे बाद भी घायल सिपाही करन चौधरी को समय पर ठीक इलाज नहीं दिया गया. जिसके चलते उसकी मौत हो गई. परिवार जनों ने हॉस्पिटल पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल प्रशासन और डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग की है.


सिपाही की मौत के बाद लापरवाही का लगाया गया आरोप
बताया जा रहा है कि बदायूं में सड़क हादसे में घायल होने के बाद सिपाही करन चौधरी को सुबह ही बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती कर दिया गया था, पर डॉक्टरों ने ठीक से उसका इलाज नहीं किया. साथी पुलिसकर्मियों ने जब उसकी हालत के बारे में पूछा तो हर बार उनको उसके ठीक होने की बात कहते हुए इलाज करने की बात कही गई, पर परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने घायल सिपाही करन चौधरी को समय पर ठीक से इलाज नहीं दिया. जिसके चलते उसकी मौत हो गई. सिपाही की मौत के बाद उसके परिजन और साथी पुलिसकर्मियों की हॉस्पिटल के डॉक्टर से बहस भी हुई यहां उन पर लापरवाही का आरोप लगाया गया, वहीं हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने हालत गंभीर होने होने के चलते मौत होने की बात कही गई.

2 साल पहले हुई थी सिपाही की शादी

अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के रहने वाला 26 बर्षीय करन चौधरी 2018 बैच में उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुआ था, इसके बाद उसकी 2 साल पहले आदित्य के साथ शादी हुई थी, बताया जा रहा है कि मृतक सिपाही का एक 7 माह का बेटा भी है. सिपाही करन चौधरी की मौत के बाद उसके घर में कोहराम मच गया है. मृतक सिपाही करण चौधरी के पिता गांव में खेती किसानी करते हैं और एक छोटा भाई है. जो पढ़ाई करता है जवान बेटे की सड़क हादसे में मौत के बाद पिता पिता सहित सभी घरवालों का रो-रो कर बुरा हाल है.


यह भी पढ़ें- भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर उठाए सवाल, कहा- रात में कर्फ्यू, रैलियों में लाखों की भीड़ समझ से परे


वहीं अस्पताल में सिपाही की मौत की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई. जहां उन्होंने परिजनों से लिखित शिकायत लेने के बाद आगे की कार्रवाई करने की बात कही है. फिलहाल मृतक के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम को भेजा जा रहा है.


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अलीगढ़: अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र का रहने वाला 26 वर्षीय करन चौधरी उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही के पद पर दो हजार अट्ठारह में तैनात हुआ था, जिसके बाद उसकी तैनाती शाहजहांपुर के कलान थाने में चल रही थी. बताया जा रहा है कि किसी जरूरी काम के चलते सिपाही करन चौधरी छुट्टी लेकर सोमवार की सुबह शाहजहांपुर के कलान से अलीगंज अपने घर के लिए बाइक से जा रहा था, कि तभी बदायूं के सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र में किसी अज्ञात वाहन ने बाइक से जा रहे सिपाही करन के टक्कर मार दी, टक्कर लगने से सिपाही करन चौधरी के गंभीर चोट आई जिसके बाद उन्हें पहले बदायूं के जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया और फिर वहां से हालत गंभीर होने पर बरेली के एक निजी हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया, जहां उसके साथी पुलिसकर्मियों ने सिपाही करन चौधरी को बरेली के एक निजी अस्पताल भर्ती कराया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई.

मृतक करन चौधरी के साथी पुलिसकर्मी और परिजनों का आरोप है कि निजी अस्पताल में भर्ती करने के कई घंटे बाद भी घायल सिपाही करन चौधरी को समय पर ठीक इलाज नहीं दिया गया. जिसके चलते उसकी मौत हो गई. परिवार जनों ने हॉस्पिटल पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल प्रशासन और डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग की है.


सिपाही की मौत के बाद लापरवाही का लगाया गया आरोप
बताया जा रहा है कि बदायूं में सड़क हादसे में घायल होने के बाद सिपाही करन चौधरी को सुबह ही बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती कर दिया गया था, पर डॉक्टरों ने ठीक से उसका इलाज नहीं किया. साथी पुलिसकर्मियों ने जब उसकी हालत के बारे में पूछा तो हर बार उनको उसके ठीक होने की बात कहते हुए इलाज करने की बात कही गई, पर परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने घायल सिपाही करन चौधरी को समय पर ठीक से इलाज नहीं दिया. जिसके चलते उसकी मौत हो गई. सिपाही की मौत के बाद उसके परिजन और साथी पुलिसकर्मियों की हॉस्पिटल के डॉक्टर से बहस भी हुई यहां उन पर लापरवाही का आरोप लगाया गया, वहीं हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने हालत गंभीर होने होने के चलते मौत होने की बात कही गई.

2 साल पहले हुई थी सिपाही की शादी

अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के रहने वाला 26 बर्षीय करन चौधरी 2018 बैच में उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुआ था, इसके बाद उसकी 2 साल पहले आदित्य के साथ शादी हुई थी, बताया जा रहा है कि मृतक सिपाही का एक 7 माह का बेटा भी है. सिपाही करन चौधरी की मौत के बाद उसके घर में कोहराम मच गया है. मृतक सिपाही करण चौधरी के पिता गांव में खेती किसानी करते हैं और एक छोटा भाई है. जो पढ़ाई करता है जवान बेटे की सड़क हादसे में मौत के बाद पिता पिता सहित सभी घरवालों का रो-रो कर बुरा हाल है.


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वहीं अस्पताल में सिपाही की मौत की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई. जहां उन्होंने परिजनों से लिखित शिकायत लेने के बाद आगे की कार्रवाई करने की बात कही है. फिलहाल मृतक के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम को भेजा जा रहा है.


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