बरेलीः जनकपुरी में 14 जुलाई को दो समुदायों के बीच हुए बवाल में पुलिस ने 25 अज्ञात के खिलाफ थाना प्रेमनगर में दूसरी एफआईआर दर्ज की है. यह मुकदमा आवास विकास के चौकी इंचार्ज ओम कुमार की ओर से दर्ज किया गया है. वहीं, बवाल में लापरवाही बरतने पर इंस्पेक्टर प्रेमनगर को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है.
बता दें कि नगर निगम की टीम बृहस्पतिवार शाम चार बजे जनकपुरी में रामजानकी मंदिर के पास एक मार्केट में मोहम्मद नवाज की चिकन बिरायानी की दुकान से अतिक्रमण हटाने पहुंची थी. नाले पर किए गए पक्के निर्माण को तोड़ने पर दुकान संचालक की टीम से नोकझोंक हुई थी. टीम ने निर्माण ध्वस्त कर दिया था. आरोप है कि मो. नवाज व उसके साथियों ने दवा व्यापारी अंकित भाटिया, हिंदू युवा वाहिनी के महानगर प्रभारी कमल राणा, नरेंद्र राणा आदि पर छुरों से हमला कर दिया. आरोप है कि दुकान संचालक को शक था कि इन्हीं लोगों ने नगर निगम की टीम से शिकायत की है.
एसएसपी के आदेश पर गुरुवार को पांच नामजद के खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज की गई थी. इनमें चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. एक आरोपी फरार है. वहीं, माहौल खराब करने, बवाल करने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, रास्ता रोकने और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रेम नगर में दूसरा मुकदमा पंजीकृत किया गया. यह मुकदमा आवास विकास के चौकी इंचार्ज ओम की ओर से दर्ज कराया गया है. एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध ने बताया कि कल हुई घटना में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. 25 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मीडिया फुटेज और सीसीटीवी कैमरे की मदद से आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है.
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