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बरेली: बिना गाइडलाइन के जिम में बिक रहा प्रतिबंधित फूड सप्लीमेंट - बरेली पुलिस

उत्तर प्रदेश के बरेली में जिम संचालकों को एडवाइजरी और चेतावनी जारी किए जाने के बाद भी प्रतिबंधित फूड सप्लीमेंट की बिक्री पर रोक नहीं लग पा रही है. अपना शरीर बेहतर करने के लिए जिम जाने वाले लोगों को जिम मालिक अच्छे फूड सप्लीमेंट की जगह स्ट्राइड और प्रतिबंधित ड्रग्स मुहैया करा रहे हैं.

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जिम में बेचे जा रहे प्रतिबंधित फूड सप्लीमेंट
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Published : Nov 29, 2019, 11:47 AM IST

बरेली: जिम जाने वाले लोग फूड सप्लीमेंट इसलिए लेते हैं ताकि वह अपना शरीर बेहतर कर सकें और इसके लिए वह जिम मालिक या ट्रेनर से सलाह लेते हैं. यही लोग इन्हें अच्छे फूड सप्लीमेंट की जगह स्ट्राइड या प्रतिबंधित ड्रग्स देते हैं, जिससे शरीर और मानसिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.

जिम में बेचे जा रहे प्रतिबंधित फूड सप्लीमेंट

जानें क्या है पूरा मामला-

  • शहर में चल रही दर्जनभर से अधिक जिम में खुलेआम युवाओं के स्वास्थ्य से खिलवाड़ हो रहा है.
  • एडवाइजरी और चेतावनी जारी होने के बाद भी शहर में प्रतिबंधित फूड सप्लीमेंट लगातार बेचा जा रहा है.
  • बिना किसी डॉक्टर की सलाह के प्रतिबंधित सप्लीमेंट्स बेच जिम में बेचे जा रहे हैं.
  • अच्छे फूड सप्लीमेंट की जगह जिम में स्ट्राइड और प्रतिबंधित ड्रग्स खुलेआम बेचा जा रहा है.
  • हाईडोज फूड सप्लीमेंट जिनमें प्रोटीन, न्यूट्रिशन स्टेरॉयड, विग मसल्स टेबलेट्स समेत कई दवाएं शामिल होती हैं.


'बिना डाइट चार्ट के दिया जा रहा सप्लीमेंट'
जिम में बॉडी बिल्डिंग की कई अत्याधुनिक मशीन उपलब्ध होती हैं, लेकिन ज्यादातर जिम में डाइट चार्ट नहीं है. ऐसे में सही डाइट की जानकारीन नहीं होने के चलते युवा फूड सप्लीमेंट्स का सहारा ले रहे हैं. हेल्थ विभाग के अफसरों की मानें तो स्टेरॉयड सिर्फ दवा के तौर पर यूज किया जा सकता है. युवा बिना डॉक्टर की एडवाइज के हाईडोज फूड सप्लीमेंट ले रहे हैं, जिसमें स्टेरॉयड की मात्रा अधिक होती है, स्टेरॉयड का यूज करने से हार्ट अटैक के साथ किडनी पर भी इसका असर पड़ सकता है.

बरेली: जिम जाने वाले लोग फूड सप्लीमेंट इसलिए लेते हैं ताकि वह अपना शरीर बेहतर कर सकें और इसके लिए वह जिम मालिक या ट्रेनर से सलाह लेते हैं. यही लोग इन्हें अच्छे फूड सप्लीमेंट की जगह स्ट्राइड या प्रतिबंधित ड्रग्स देते हैं, जिससे शरीर और मानसिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.

जिम में बेचे जा रहे प्रतिबंधित फूड सप्लीमेंट

जानें क्या है पूरा मामला-

  • शहर में चल रही दर्जनभर से अधिक जिम में खुलेआम युवाओं के स्वास्थ्य से खिलवाड़ हो रहा है.
  • एडवाइजरी और चेतावनी जारी होने के बाद भी शहर में प्रतिबंधित फूड सप्लीमेंट लगातार बेचा जा रहा है.
  • बिना किसी डॉक्टर की सलाह के प्रतिबंधित सप्लीमेंट्स बेच जिम में बेचे जा रहे हैं.
  • अच्छे फूड सप्लीमेंट की जगह जिम में स्ट्राइड और प्रतिबंधित ड्रग्स खुलेआम बेचा जा रहा है.
  • हाईडोज फूड सप्लीमेंट जिनमें प्रोटीन, न्यूट्रिशन स्टेरॉयड, विग मसल्स टेबलेट्स समेत कई दवाएं शामिल होती हैं.


'बिना डाइट चार्ट के दिया जा रहा सप्लीमेंट'
जिम में बॉडी बिल्डिंग की कई अत्याधुनिक मशीन उपलब्ध होती हैं, लेकिन ज्यादातर जिम में डाइट चार्ट नहीं है. ऐसे में सही डाइट की जानकारीन नहीं होने के चलते युवा फूड सप्लीमेंट्स का सहारा ले रहे हैं. हेल्थ विभाग के अफसरों की मानें तो स्टेरॉयड सिर्फ दवा के तौर पर यूज किया जा सकता है. युवा बिना डॉक्टर की एडवाइज के हाईडोज फूड सप्लीमेंट ले रहे हैं, जिसमें स्टेरॉयड की मात्रा अधिक होती है, स्टेरॉयड का यूज करने से हार्ट अटैक के साथ किडनी पर भी इसका असर पड़ सकता है.

Intro:एंकर:--अपना शरीर बेहतर करने के लिए जिम जाने वाले लोगों को जिम मालिक अच्छे फूड सप्लीमेंट की जगह स्ट्राइड और प्रतिबंधित ड्रग्स मुहैया करा रहे हैं. जिम जाने वाले लोग फूड सप्लीमेंट इसलिए लेते हैं ताकि वह अपना शरीर बेहतर कर सकें और इसके लिए वह जिम मालिक या ट्रेनर से सलाह लेते हैं लेकिन यही लोग इन्हें अच्छे फूड सप्लीमेंट की जगह स्ट्राइड या प्रतिबंधित ड्रग्स देते हैं जिससे शरीर और मानसिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. 





Body:Vo1:-हॉलीवुड और बॉलीवुड मूवीज के हीरो की तरह सिक्स पैक मसल्स डेवलप करने की चाह में शहर के युवा अपनी सेहत से खिलावाड़ कर रहे हैं . जिम में पसीना बहाने के साथ ही फूड सप्लीमेंट्स का भी खूब यूज कर रहे है . हैरानी की बात यह है कि लड़कों के अलावा लड़कियां भी फिट दिखाने के लिए फूड सप्लीमैट्स का यूज कर रही हैं . बेच रहे फूड सप्लीमेंट शारीरिक तौर पर पतले - दुबले युवाओं की इसी कमजोरी फायदा शहर के तमाम जिम संचालक उठा रहे है . कुछ एक को छोड़ दें , तो ज्यादातर जिम में ट्रेनर का टोटा है . ऐसे में जिम संचालक बिना किसी डॉक्टर की सलाह पर युवाओं को फूड सप्लीमेंट्स बेच रहे हैं . कम समय में बॉडी बिल्डअप करने का झांसा देकर उन्हें हाईडोज फूड सप्लीमेंट देते हैं . जिनमें प्रोटीन , न्यूट्रिशन स्टेरॉयड , विग मसल्स टेबलेट्स सहित कई दवाएं शामिल है

इन फूड सप्लीमेंट्स पर लोग हर महीने 4 से 5 हजार रुपए | तक खर्च कर रहे हैं


बाइट:-डॉ सुदीप सरन 


Vo2:-*बिना डाइट चार्ट के दे रहे सप्लीमेंट* जिम में बॉडी बिल्डिंग की कई अत्याधुनिक मशीन है , लेकिन यादातर जिम में डाइट चार्ज नदारद है . ऐसे में सही डाइट की जानकारीन नही होने के चलते युवा फूड सप्लीमेंट्स का सहारा ले रहे हैं .


बाइट:-अभिनय कुमार जिम संचालक


Vo3:-*स्टेरॉयड से होता है नुकसान*

 हेल्थ विभाग के अफसरों की मानें तो स्टेरॉयड सिर्फ दवा के तौर पर यूज किया जा सकता है . वह भी डॉक्टरों की सलाह के बाद . लेकिन युवा बिना डॉक्टर की एडवाइज के हाईडोज फूड सप्लीमेंट ले रहे हैं , जिसमें स्टेरॉयड की मात्रा अधिक होती है . जानकारों की मानें तो स्टेरॉयड का यूज करने से हार्ट अटैक , किडनी पर असर और चिड़चिड़ापन की समस्या हो सकती है

बढ़ सकता है हार्ट अटैक का खतरा

इस तरह के स्ट्राइड से हार्ट अटैक का भी खतरा होता है. जिम संचालक युवा पीढ़ी को फूड सप्लीमेंट का आदी बना रहे हैं . इनको दवाईयों को बेचने की अनुमति नही होती है तब भी यह  दवाइयां और सप्लीमेंट बेजते है


इनमें से 90 फीसदी स्ट्राइड एनाबोलिक होते हैं, जो स्थानीय जिम में आसानी से उपलब्ध होते हैं और उन्हें बिना डॉक्टर की सलाह के दिए जाता है."




Conclusion:Fvo:- अक्सर देखा गया है कि जिम की शुरुआत करने वाले ज्यादातर युवा जब जिम  करते हैं तो वह अपने साथ ऐसे युवाओं को देखते हैं जिनकी बॉडी बन चुकी होती है। उनको देखकर इन युवाओं को लगता है कि हमारी बॉडी भी जल्द से जल्द बन जाए। जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर में ऐसे युवा बिना किसी डॉक्टरी सलाह के जिम संचालक के कहने पर या अपने साथी के कहने पर सप्लीमेंट ले लेते हैं जिनका असर आगे चलकर उनकी बॉडी पर पड़ता है यह स्ट्राइड स्थानीय और सस्ते फूड सप्लीमेंट से बनता है और युवा इसे प्रोटीन की भरपाई के लिए उपयोग में लेते हैं. इससे युवा पागल या इन ड्रग्स के आदि बन जाते है।
रंजीत शर्मा
ई टी वी भारत
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