बरेली: लॉकडाउन के दिन जैसे जैसे बढ़ते जा रहे हैं लोगों की परेशानियां भी बढ़ती ही जा रही है. देश भर में तमाम ऐसे लोग है जो लॉकडाउन की वजह से अपने घर से दूर दूसरे शहरों में फंसे हुए है. ऐसे में अब ये लोग अपने घर जाने की अनुमति मांग रहे हैं और इसके लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहे है. बरेली के डीएम कार्यालय के बाहर भी ऐसे सैकड़ों लोगों की भीड़ देखने को मिली. अपने घर जाने की अनुमति लेने के लिए ये लोग लंबी-लंबी कतारों में खड़े दिखाई दिए. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी जमकर धज्जियां उड़ीं.
सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां
आज सुबह जैसे ही मजिस्ट्रेट अरुणमणि त्रिपाठी कार्यालय पहुंचे परेशान लोगों ने उन्हें घेर लिया. लॉकडाउन के दौरान बरेली में फंसे ये लोग अधिकारियों से अपने घर जाने की अनुमति लेने के लिए वहां जमा हुए थे. मजिस्ट्रेट अरुणमणि त्रिपाठी को लोगों के बीच में घिरा देखकर पुलिसवालों ने किसी तरीके से उन्हें भीड़ से निकाल कर कार्यालय पहुंचाया. इस दौरान जब मजिस्ट्रेट अरुणमणि त्रिपाठी से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, हम क्या कर सकते हैं ये तो लोगों को भी खुद समझना चाहिए.
लोगों ने सुनाई आप बीती
बरेली में बिहार औऱ उत्तराखंड समेत दूसरे अन्य राज्यों औऱ शहरों के लोग फंसे हुए हैं. इनमें से ज्यादातर लोग मजदूरी करते हैं. उनका कहना है कि उनके पास पैसे भी नहीं है और खाने-पीने तक की दिक्कत हो रही है. बिहार के एक मजदूर ने कहा कि, घर जाने के लिए अधिकारियों की अनुमति लेने के लिए वह कई बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट चुका है. लेकिन अभी तक उसे परमीशन नहीं मिली. उसके पास अब रुपये भी नही बचे हैं
वहीं, एक दूसरे व्यक्ति ने कहा कि, वो आर्थिक तंगी से गुजर रहा है लेकिन अधिकारी उनकी नहीं सुन रहे हैं. इसके अलावा डीएम कार्यालय आयी एक महिला ने बताया कि, उनके बेटे का केजीएमयू में सलेक्शन हो गया है और उसको वहां ज्वॉइन करना है. अगर वह समय पर नहीं पहुंचेगा तो उसकी सीट कैंसिल हो जाएगी. वहीं एक दूसरी महिला ने कहा कि, उनकी बेटी दिल्ली में है और वो एक रिश्तेदार की मौत होने पर बरेली आयी थी लेकिन लॉकडाउन के कारण यहीं फंस गई.
परमीशन के लिए ऑनलाइन करें आवेदन
वहीं इस मामले में मजिस्ट्रेट अरुणमणि त्रिपाठी का कहना है की अब केवल ऑनलाइन ही परमीशन हो रही है. फिर भी लोग ऑफिस आ रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि, कोरोना वायरस से बचाव के लिए जनता को खुद ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा.