बरेलीः बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा (पप्पू भरतौल) एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार वो बेटी साक्षी के प्रेम विवाह के खिलाफ और उसे मारने की धमकी की वजह से नहीं बल्कि एक मासूम को जिंदगी देने को लेकर सुर्खियों में हैं. बरेली के बिथरी चैनपुर सीट से पहली बार विधायक बने राजेश मिश्रा को अबतक लोग प्यार के दुश्मन, बाहुबली और न जाने किस-किस तरह से जानते थे, लेकिन अब उन्हीं को लोग मसीहा कहने लगे हैं.
दरअसल, एक महिला ने बच्ची को जन्म दिया. बच्ची प्रीमेच्योर थी. जन्म लेने के कुछ ही समय बाद दुनिया से रुखसत हो गई. पिता अपनी बच्ची की लाश को थामे शमशान पहुंचा. जिगर के टुकड़ा जमीन के सीने में बंद करने को गड्ढा खोदा ही जा रहा था कि अचानक कुदाल एक मटके जा टकराई. झांककर देखा तो मिट्टी के इस छोटे से घर में एक नन्हीं सी जान रो रही थी. बच्ची को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालत नाजुक थी, वजन कम हो चुका था, खून में इंफेक्शन था, सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी.
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जानकारी पर पहुंचे विधायक राजेश मिश्रा
इस बात की खबर जैसे ही विधायक राजेश मिश्रा को हुई. वो इस बच्ची के जनक बनकर अस्पताल पहुंच गए और बच्ची का नाम सीता रखते हुए उसे अपनाने की घोषणा कर दी. विधायक ने बच्ची की हालत को देखते हुए उसे शहर के मशहूर चाइल्ड स्पेशलिस्ट के हास्पिटल में भर्ती कराया. कहा ये मेरी सीता है, इसके इलाज का खर्चा मैं उठाउंगा. मेरी बेटी है ये, ठीक होगी, इसे घर ले जाऊंगा और इसका पिता बन जाऊंगा.
कबीर की वो बात याद आती है 'जाको राखे साइयां, मार सके न कोय'. किसे मालूम था कि कुछ दिन पहले जिस पिता को न्यूज चैनल और सोशल मीडिया मिलकर खलनायक साबित करने पर तुले थे वो यूं किसी सीता का जनक बन लाखों दिलों का राजा बन जाएगा.