बरेली: स्वामी दयानंद इंटर कॉलेज शेल्टर होम में 40 दिनों से ठहरे बिहार के प्रवासी मजदूरों का शनिवार को आक्रोश फूट पड़ा. सभी एकजुट होकर भूख हड़ताल पर बैठ गए. प्रशासन से घर भेजे जाने तक की चेतावनी देते हुए खाना खाने से इनकार कर दिया, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया.
एसडीएम का आश्वासन
करीब ढाई घंटे के बाद एसडीएम राजेश चंद्र ने मौके पर पहुंचकर मजदूरों को आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें रविवार को हर हाल में उनके गृह जनपद भिजवा दिया जाएगा. उसके बाद सभी ने खाना खाया.
पुलिस पर तंग करने का आरोप
शेल्टर होम में ठहरे मजदूरों का कहना है कि कोई भी अधिकारी आता है तो घर भेजने की बात को बस टालकर चला जाता है. डीएम से फोन पर बात की तो उन्होंने भी हमारी बात का कोई संज्ञान नहीं लिया. अगर हम शेविंग बनवाने के बाहर जाते हैं तो पुलिस उन्हें तंग करती है. इस सबसे परेशान होकर सभी ने भूख हड़ताल का निर्णय लिया.
40 दिनों से हैं क्वारंटाइन
बता दें कि प्रवासी मजदूरों को ठहराने और उन्हें क्वारंटाइन करने हेतु शेल्टर होम बनाया गया है. जहां पर बिहार राज्य के रहने वाले प्रवासी मजदूर तकरीबन 40 दिन से क्वारंटाइन हैं. इसके बावजूद किसी को अभी तक घर नहीं भेजा गया है.