बरेली : जिले के भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) में सरोगेसी के जरिए अच्छी नस्ल की गायों के बच्चे पैदा कराए जा रहे हैं. वैज्ञानिक देसी गायों को सरोगेट मदर बनाकर अब तक 26 बच्चे पैदा करा चुके हैं. दावा है कि इस तकनीक से कम दूध देने वाली गाय से भी अधिक दूध देने वाले नस्ल की बछिया पैदा किए जा सकते हैं. इससे पशुपालक और किसानों की आमदनी बढ़ेगी.
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. बृजेश कुमार यादव ने पीएचडी के छात्र प्रदीप चंद्रा की मदद से शोध कर देसी गाय को सरोगेट मदर बनाकर अच्छी नस्ल के बछिया व बछड़े पैदा कराए. ये बछिया आगे चलकर ज्यादा दूध देने में सक्षम होंगी. दरअसल अधिकतर किसानों के पास और गौ पालकों के पास देसी गाय ही होती है. देसी गाय कम दूध देती है. देसी गायों में अधिक दूध देने वाली नस्ल के बच्चे पैदा करने के लिए आईवीआरआई के वैज्ञानिक शोध छात्र की मदद से यह प्रयोग कर रहे हैं.
वैज्ञानिक ने बताया कि देसी गाय को सराेगेट मदर बनाकर अच्छी नस्ल वाले भ्रूण को विकसित किया जाता है. आईवीआरआई के वैज्ञानिक डॉ ब्रजेश कुमार यादव ने बताया कि शोध के दौरान साहिवाल नस्ल की एक देसी गाय को चुना गया. यह 1 दिन में 20 से 22 लीटर दूध देती है. 4 दिनों तक गाय की हारमोंस थेरेपी की गई. गाय के गर्भ से 12 से 14 दिन में भ्रूण का निर्माण हुआ. इसके बाद इसे स्वस्थ्य देशी गाय के गर्भ में रखवा दिया गया. इससे दूध देने वाली गायें भी सरोगेसी के जरिए अच्छी नस्ल के बच्चे पैदा कर पा रहीं हैं.
आईवीआरआई के छात्र प्रदीप चंद्र ने बताया कि कम दूध देने वाली गाय को सरोगेट मदर बनाकर अधिक दूध देने की नस्ल के बच्चे पैदा कराए जा रहे हैं. 2018 से शुरू हुए इस शोध में अब तक 26 अच्छी नस्ल के बछिया व बछड़े पैदा कराए जा चुके हैं. गाय पालने वाले सतेंद्र ने बताया कि उनके यहां भी आईवीआरआई के वैज्ञानिकों के द्वारा 2 अच्छी नस्ल के बच्चे पैदा कराए गए हैं.
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