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फर्जी आधार कार्ड बनवाकर बेच डाली जमीन, एक करोड़ से ज्यादा की ठगी में तीन गिरफ्तार

बरेली पुलिस ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन का बैनामा कर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है.

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Published : Jun 18, 2023, 9:18 PM IST

बरेली: अगर आप कोई जमीन खरीदते हैं तो खरीदने से पहले बेचने वाले के बारे में सही से जानकारी कर ले क्योंकि कहीं ऐसा ना हो जिसे आप जमीन का असली मालिक समझ रहे हो, वह फर्जी विक्रेता हो और आपके करोड़ों रुपए धोखाधड़ी करने वालों के हाथ में चले जाएं. बरेली पुलिस ने रविवार को एक ऐसे ही गैंग का खुलासा किया है. इस गैंग ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एक जमीन का बैनामा करके एक करोड़ 33 लाख 49 हजार रुपए की ठगी कर ली. फिलहाल, पुलिस ने एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

बरेली के सुभाष नगर थाना क्षेत्र निवासी लाल सिंह ने 28 मई को थाने में दर्ज कराई FIR में बताया कि वह अपने दो साथियों के साथ जमीन खरीदना चाहते थे. इसी के चलते उनकी मुलाकात राजपाल यादव से हुई. उसने उन्हें बताया कि एक जमीन जो लगभग 2 करोड़ से अधिक की है वह लालसिंह को अच्छे दामों पर मिल जाएगी. इसके बाद उन्होंने राजपाल यादव के कहने दिसंबर 2022 में एक जमीन का बैनामा करा लिया. इसके बदले में एक करोड़ 33 लाख 49000 रुपए नगद और 85000 रुपए का चेक दिया.

जमीन की रजिस्ट्री होने के बाद जब लाल सिंह अपने साथियों के साथ कब्जा लेने पहुंचे, तो उन्हें पता चला की जमीन को बेचने वाली महिला जसविंदर कौर फर्जी है.फर्जी आधार कार्ड बनवा कर उनके साथ फर्जी तरह से बैनामा कराया है. अपने साथ हुई ठगी का एहसास होने के बाद लाल सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस ने विवेचना के बाद फर्जी दस्तावेज तैयार कर करोड़ों रुपए हड़पने वाले ज्ञान प्रकाश, प्रदीप सिंह और पार्वती वर्मा को गिरफ्तार किया है.

पुलिस की गिरफ्त आरोपियों से पूछताछ में बताया कि गैंग का मुख्य सरगना राजपाल यादव ने बरेली के कैंट थाना क्षेत्र में खाली पड़ी जमीन के मालिक के बारे में पता किया. इस पर इन लोगों को पता चला कि जमीन जसविंदर कौर नाम की महिला के नाम है. इसके बाद राजपाल यादव ने एक महिला पार्वती वर्मा का जसविंदर कौर के नाम का फर्जी आधार कार्ड बनवाया. इसके बाद धोखाधड़ी कर जमीन की रजिस्ट्री करा दी. इसके बाद रजिस्ट्री में मिले करोड़ों रुपयों को आपस में बंटवारा कर लिया.

इस मामले में पुलिस अधीक्षक नगर राहुल भाटी ने बताया कि फर्जी आधार कार्ड बनवाकर फर्जी रजिस्ट्री कराने वाले गिरोह की तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है जबकि मुख्य आरोपी अभी फरार है, उसकी तलाश की जा रही है. इन सब के खिलाफ जमीन की असली मालिक जसविंदर कौर ने भी कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया है, उसमें भी विवेचना चल रही है.


यह भी पढ़ें: लखनऊ की ट्रांसपोर्टनगर योजना के नौ प्लॉटों की रजिस्ट्री में फर्जीवाड़ा, एफआईआर के आदेश

बरेली: अगर आप कोई जमीन खरीदते हैं तो खरीदने से पहले बेचने वाले के बारे में सही से जानकारी कर ले क्योंकि कहीं ऐसा ना हो जिसे आप जमीन का असली मालिक समझ रहे हो, वह फर्जी विक्रेता हो और आपके करोड़ों रुपए धोखाधड़ी करने वालों के हाथ में चले जाएं. बरेली पुलिस ने रविवार को एक ऐसे ही गैंग का खुलासा किया है. इस गैंग ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एक जमीन का बैनामा करके एक करोड़ 33 लाख 49 हजार रुपए की ठगी कर ली. फिलहाल, पुलिस ने एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

बरेली के सुभाष नगर थाना क्षेत्र निवासी लाल सिंह ने 28 मई को थाने में दर्ज कराई FIR में बताया कि वह अपने दो साथियों के साथ जमीन खरीदना चाहते थे. इसी के चलते उनकी मुलाकात राजपाल यादव से हुई. उसने उन्हें बताया कि एक जमीन जो लगभग 2 करोड़ से अधिक की है वह लालसिंह को अच्छे दामों पर मिल जाएगी. इसके बाद उन्होंने राजपाल यादव के कहने दिसंबर 2022 में एक जमीन का बैनामा करा लिया. इसके बदले में एक करोड़ 33 लाख 49000 रुपए नगद और 85000 रुपए का चेक दिया.

जमीन की रजिस्ट्री होने के बाद जब लाल सिंह अपने साथियों के साथ कब्जा लेने पहुंचे, तो उन्हें पता चला की जमीन को बेचने वाली महिला जसविंदर कौर फर्जी है.फर्जी आधार कार्ड बनवा कर उनके साथ फर्जी तरह से बैनामा कराया है. अपने साथ हुई ठगी का एहसास होने के बाद लाल सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस ने विवेचना के बाद फर्जी दस्तावेज तैयार कर करोड़ों रुपए हड़पने वाले ज्ञान प्रकाश, प्रदीप सिंह और पार्वती वर्मा को गिरफ्तार किया है.

पुलिस की गिरफ्त आरोपियों से पूछताछ में बताया कि गैंग का मुख्य सरगना राजपाल यादव ने बरेली के कैंट थाना क्षेत्र में खाली पड़ी जमीन के मालिक के बारे में पता किया. इस पर इन लोगों को पता चला कि जमीन जसविंदर कौर नाम की महिला के नाम है. इसके बाद राजपाल यादव ने एक महिला पार्वती वर्मा का जसविंदर कौर के नाम का फर्जी आधार कार्ड बनवाया. इसके बाद धोखाधड़ी कर जमीन की रजिस्ट्री करा दी. इसके बाद रजिस्ट्री में मिले करोड़ों रुपयों को आपस में बंटवारा कर लिया.

इस मामले में पुलिस अधीक्षक नगर राहुल भाटी ने बताया कि फर्जी आधार कार्ड बनवाकर फर्जी रजिस्ट्री कराने वाले गिरोह की तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है जबकि मुख्य आरोपी अभी फरार है, उसकी तलाश की जा रही है. इन सब के खिलाफ जमीन की असली मालिक जसविंदर कौर ने भी कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया है, उसमें भी विवेचना चल रही है.


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