बरेली: रामगंगा खादर में दो किसानों पर हमला कर घायल करने वाली बाघिन को पकड़ने में वन विभाग की टीम को सफलता नहीं मिली है. लोकेशन ट्रेस व उसकी (बाघिन) उपस्थिति का पता लगाने के लिए ड्रोन कैमरों की भी मदद सोमवार को ली गई, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. मंडलीय अधिकारियों की उपस्थिति में कांबिंग की गई. जिसके बाद घटनास्थल पर बाघिन को पकड़ने के लिए एक पिंजरा लगाकर ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई. वहीं सोमवार को कुछ ग्रामीणों ने बाघिन को रामगंगा किनारे पानी पीते देखने की जानकारी दी.
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक घटना स्थल पर बाघिन के पगमार्ग मिले हैं. घटनास्थल के पास नरकुल की झाड़ियों में ही बाघिन ने अपना ठिकाना बना रखा था. जिसमें बाघिन ने जंगली जानवर को मारकर खाने के लिए रखी थी. जिसकी जानकारी होने पर लोगों ने झाड़ियों में आग लगाकर शोर मचाना शुरू कर दिया. इस दौरान स्वंय को सुरक्षित रखने के लिए बाघिन ने किसानों पर हमला किया था.
4 टीमें कर रहीं कांबिंग
रविवार दोपहर गन्ने की फसल में पानी लगा रहे किसान धर्मपाल और चन्द्र पाल पर फतेहगंज पश्चिमी की बंद रबर फैक्ट्री में घूम रही बाघिन ने हमला कर लहूलुहान कर दिया था. मामले की जानकारी पर डीएफओ भारत लाल ने 4 टीमें लगा बाघिन को पकड़ने के निर्देश दिए. सोमवार को सभी टीमें जहां कांबिग करती रहीं, वहीं कंजरवेटर के निर्देश पर घटना स्थल पर पिंजरा लगाया गया है इस दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी सुनील कुमार राय मय फोर्स के मौजूद रहें.
पिंजरे में बांधा गया पड्डा
मीरगंज वन विभाग के रेंजर संतोष कुमार ने बताया कि बाघिन को पकड़ने के प्रयास जारी हैं. बाघिन को पिंजरे तक लाने के लिए उसमें एक जिंदा पड्डा बांधा गया है. लोकेशन ट्रेस करने के लिए ड्रोन कैमरे की सहायता ली जा रही है. जरूरत पड़ी तो सेंसर कैमरें भी लगाए जाएंगे.
क्या कहते हैं कंजरवेटर जावेद अख्तर
किसानों पर रबर फैक्ट्री में घूम रही बाघिन ने हमला किया है. मिलें पगचिन्ह से इसकी पुष्टि हुई है. मंगलवार को विशेषज्ञों के पहुंचने के बाद उसे पकड़ा जाएगा. अभी फिलहाल पिंजरा लगा लोगों को सचेत कर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी लगातार कांबिंग कर रहे हैं.
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