ETV Bharat / state

बुखार आने से कोरोना संक्रमित समेत पांच लोगों की मौत

बरेली जिले में बुखार आने की वजह से पांच लोगों की मौत हो गई. इनमें से चार लोगों की कोरोना जांच नहीं कराई गई थी. वे केवल बुखार की दवाई लेते रहे. जबकि एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित था.

bareilly corona update
बुखार आने से कोरोना संक्रमित समेत पांच लोगों की मौत.
author img

By

Published : Apr 30, 2021, 12:56 PM IST

बरेली: जिले के मीरगंज तहसील क्षेत्र में बुखार आने की वजह से पांच लोगों की मौत हो गई. हैरान करने वाली बात यह है कि इलाज करने वाले डॉक्टरों ने इनमें से एक व्यक्ति के अलावा किसी की कोरोना जांच नहीं कराई और केवल बुखार की दवाई देते रहे.

पहला मामला

गांव नगरिया कल्यानपुर के शाहिद नबी (30) रेलवे कर्मचारी हैं. उनको कई दिनों से बुखार था. तबीयत खराब होने पर वह मीरगंज के डॉक्टरों से दवा लेकर खाते रहे. हालत में सुधार नहीं दिखा तो परिजन उन्हें निजी अस्पताल ले गए. चिकित्सक ने कुछ जांचें कराने को कहा, लेकिन रेलवे कर्मचारी ने जांच नहीं कराईं. मंगलवार को उनकी मौत हो गई. ग्रामीणों ने बताया कि शाहिद नबी के पिता रेलवे कर्मचारी थे. पिता के वीआरएस लेने पर उन्हें रेलवे में नौकरी मिली थी.

दूसरा मामला

गांव मनकरा में एक युवक को कुछ दिन पहले बुखार आया. बुधवार को उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी. रात में उनकी मौत हो गई.

तीसरा मामला

गांव गोरा लोकनाथपुर के साबिर हुसैन (55) को गत दिनों बुखार हुआ. मंगलवार की रात में उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी. बुधवार की सुबह साबिर हुसैन की मौत हो गई. ग्रामीणों ने बताया कि बुखार होने पर उन्होंने गांव के डॉक्टर से इलाज कराया था. उनकी कोरोना की जांच नहीं हुई.

चौथा मामला

हुरहुरी गांव के जयपाल पकौड़ी वाले की बुधवार को हालत बिगड़ गई. परिजन उन्हें इलाज के लिए कई अस्पतालों पर ले गए, लेकिन किसी ने उन्हें भर्ती नहीं किया, जिससे उनकी मौत हो गई.

पांचवां मामला

चुरई दलपतपुर निवासी हवीव मलिक के सबसे बड़े बेटे तंजीव मलिक को दिल्ली में जुखाम-बुखार हुआ था और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. वहां उन्हें कोई बेड नहीं मिला. फिर तंजीव मलिक बेटे को लेकर बरेली आए. यहां भी 24 अप्रैल को पूरी रात लेकर घूमते रहे, लेकिन बेड और ऑक्सीजन नहीं मिल रही थी. उसके बाद एक निजी अस्पताल में लेकर गए. वहां उन्हें 15 हजार रुपये में बेड मिला. गुरुवार की रात उनकी मौत हो गई.

ये भी पढ़ें: ऑक्सीजन की कमी से दो कोरोना मरीजों की मौत, परिजनों ने काटा हंगामा

डॉक्टर अमित कुमार, सीएचसी अधीक्षक, मीरगंज ने फोन पर बताया कि कुछ लोगों की प्राइवेट अस्पताल में मौत होने की जानकारी मिली है. बुधवार को तंजीव मलिक के परिवार वाले आए थे, उस समय मरीज मृत हो चुका था. परिवार वाले शव को अपने घर ले गए.

बरेली: जिले के मीरगंज तहसील क्षेत्र में बुखार आने की वजह से पांच लोगों की मौत हो गई. हैरान करने वाली बात यह है कि इलाज करने वाले डॉक्टरों ने इनमें से एक व्यक्ति के अलावा किसी की कोरोना जांच नहीं कराई और केवल बुखार की दवाई देते रहे.

पहला मामला

गांव नगरिया कल्यानपुर के शाहिद नबी (30) रेलवे कर्मचारी हैं. उनको कई दिनों से बुखार था. तबीयत खराब होने पर वह मीरगंज के डॉक्टरों से दवा लेकर खाते रहे. हालत में सुधार नहीं दिखा तो परिजन उन्हें निजी अस्पताल ले गए. चिकित्सक ने कुछ जांचें कराने को कहा, लेकिन रेलवे कर्मचारी ने जांच नहीं कराईं. मंगलवार को उनकी मौत हो गई. ग्रामीणों ने बताया कि शाहिद नबी के पिता रेलवे कर्मचारी थे. पिता के वीआरएस लेने पर उन्हें रेलवे में नौकरी मिली थी.

दूसरा मामला

गांव मनकरा में एक युवक को कुछ दिन पहले बुखार आया. बुधवार को उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी. रात में उनकी मौत हो गई.

तीसरा मामला

गांव गोरा लोकनाथपुर के साबिर हुसैन (55) को गत दिनों बुखार हुआ. मंगलवार की रात में उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी. बुधवार की सुबह साबिर हुसैन की मौत हो गई. ग्रामीणों ने बताया कि बुखार होने पर उन्होंने गांव के डॉक्टर से इलाज कराया था. उनकी कोरोना की जांच नहीं हुई.

चौथा मामला

हुरहुरी गांव के जयपाल पकौड़ी वाले की बुधवार को हालत बिगड़ गई. परिजन उन्हें इलाज के लिए कई अस्पतालों पर ले गए, लेकिन किसी ने उन्हें भर्ती नहीं किया, जिससे उनकी मौत हो गई.

पांचवां मामला

चुरई दलपतपुर निवासी हवीव मलिक के सबसे बड़े बेटे तंजीव मलिक को दिल्ली में जुखाम-बुखार हुआ था और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. वहां उन्हें कोई बेड नहीं मिला. फिर तंजीव मलिक बेटे को लेकर बरेली आए. यहां भी 24 अप्रैल को पूरी रात लेकर घूमते रहे, लेकिन बेड और ऑक्सीजन नहीं मिल रही थी. उसके बाद एक निजी अस्पताल में लेकर गए. वहां उन्हें 15 हजार रुपये में बेड मिला. गुरुवार की रात उनकी मौत हो गई.

ये भी पढ़ें: ऑक्सीजन की कमी से दो कोरोना मरीजों की मौत, परिजनों ने काटा हंगामा

डॉक्टर अमित कुमार, सीएचसी अधीक्षक, मीरगंज ने फोन पर बताया कि कुछ लोगों की प्राइवेट अस्पताल में मौत होने की जानकारी मिली है. बुधवार को तंजीव मलिक के परिवार वाले आए थे, उस समय मरीज मृत हो चुका था. परिवार वाले शव को अपने घर ले गए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.