बरेलीः पीएम मोदी ने हाल ही में पीएम किसान सम्मान निधि योजना की सातवीं किश्त किसानों के खाते में एक साथ डाली थी. लेकिन बरेली के किसानों के खाते में अभी भी पैसे नहीं पहुंचे हैं. अब किसान इसकी किश्त के लिए बैंकों से लेकर अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं.
पीएम सम्मान निधि योजना का नहीं मिला लाभ
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जंयती के मौके पर पीएम ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत मिलने वाले वित्तीय लाभ की सातवीं किश्त बटन दबाकर जारी की थी. लेकिन आपको बता दें कि पीएम मोदी ने 9 करोड़ किसान लाभार्थियों के खाते में करीब 18 हजार रुपये स्थानांतिरित किया था. किसानों के लिए ये खबर खुशखबरी से कम न थी. पीएम ने सीधे किसान के खाते में फंड ट्रांसफर की बात की थी, जिससे किसान उत्साहित थे. लेकिन बरेली जिले में इस योजना के जो पात्र हैं, वो सिर्फ अभी उस किश्त का इंतजार ही यहां कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि उनके खाते में ये रकम नहीं आई है.
बरेली से समय से भेजा गया था पात्रों का ब्यौरा
पैसे का न पहुंचना कई सवाल खड़े करता है. खाते में पैसे का न आना क्या कोई तकनीकी पेंच है या फिर दूसरी वजह. हालांकि इस सवाल के जवाब भी जिला के जिम्मेदार अफसरों के पास नहीं है. जिले के उप कृषि निदेशक अशोक कुमार के मुताबिक प्रदेश सरकार से केन्द्र सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि के तहत हर जिले का ब्यौरा मांगा था. उन्होंने कहा कि जिले से भी किसानों की पूर्ण जानकारी का परीक्षण करके ब्यौरा उपलब्ध कराया गया था.
अन्नदाता कर रहे इंतजार
उनका कहना है कि ये सही है कि किसान लगातार दफ्तर पर पहुंच रहे हैं, और किश्त के न पहुंचने की वजह जानना चाहते हैं. किसानों का कहना है कि वो इंतजार कर रहे हैं, लेकिन पैसा अभी तक नहीं पहुंचा है.
अधिकारी दे रहे किसानों को तसल्ली
उप कृषि निदेशक ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि ये सही है कि अभी किसानों के खाते में ये धनराशि नहीं पहुंची है. हालांकि हो सकता है कि शीघ्र ही ये रकम किसानों के खाते में पहुंच जाये.
गौर करने वाली बात ये है कि केंद्र सरकार की बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना इसे माना जाता है. ये योजना जरूरतमंद किसानों के लिए बनाई गई थी. जिसमें सालभर में 6 हजार रुपये किसानों के खातों में तीन बार में भेजने का प्रावधान है. किसानों का कहना है कि उन्हें कोई भी अफसर इस मामले में संतुष्ट करने वाला जवाब नहीं दे रहा है.
अफसरों के मुताबिक जिले में अब तक 4 लाख 65 हजार 937 कृषकों को इस योजना का लाभ मिल चुका है. यानि उनके खाते में पैसे जा चुके हैं.