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बरेली: इलेक्ट्रिक बसों के संचालन में रुकावट बना शहर का अतिक्रमण

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में इलेक्ट्रानिक बसों का संचालन शुरू किया जाना है. ऐसे में शहर में सड़कों के किनारे किया गया अतिक्रमण इलेक्ट्रानिक बसों के संचालन में समस्या खड़ी कर सकता है.

शहर का अतिक्रमण
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Published : Sep 23, 2019, 6:43 PM IST

बरेली: शहर में एक ओर जहां इलेक्ट्रिक बसें चलाने की तैयारी की जा रही है. वहीं यहां इलेक्ट्रिक बसों के लिए अतिक्रमण सबसे बड़ी समस्या है. जगह-जगह फैला अतिक्रमण इलेक्ट्रॉनिक बसों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है. वहीं बरेली के मेयर का कहना है कि इलेक्ट्रानिक बसों के संचालन के दौरान अतिक्रमण खुद हटा लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि जो लोग अतिक्रमण नहीं हटाएंगे वहां नगर निगम खुद अतिक्रमण हटा देगा.

इलेक्ट्रानिक बसों के लिए रुकावट बना शहर का अतिक्रमण.

केंद्र सरकार के फेम इंडिया योजना के दूसरे चरण में देश के 11 राज्यों में इलेक्ट्रॉनिक बसें चलाने की परमिशन दे दी गई है, जिसमें उत्तर प्रदेश का बरेली भी शामिल है. यहां पर 25 इलेक्ट्रॉनिक बसें चलाई जाएंगी, लेकिन केंद्र सरकार की इस योजना में सबसे बड़ा रोड़ा बरेली में जगह-जगह फैला अतिक्रमण है. इलेक्ट्रिक बसों के संचालन में सबसे बड़ी समस्या अतिक्रमण की ही रहेगी. शहर का कोई भी स्थान ऐसा बचा नहीं है, जहां पर अतिक्रमण ने अपना घर नहीं कर कर लिया हो.

इसे भी पढ़ें- सहारनपुर: बम होने की सूचना पर रोकी गई कलिंग उत्कल एक्सप्रेस, मचा हड़कंप

वहीं मेयर उमेश गौतम का कहना है कि अतिक्रमण हटाना हमारा सबसे अहम लक्ष्य है. शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे. जब भी शहर में इलेक्ट्रिक बसें चालू होंगीं, हम उससे पहले ही अतिक्रमण हटा देंगे. इसके अलावा जो लोग खुद अतिक्रमण हटा लें, यह उनके लिए अच्छा है वरना नगर पालिका खुद अतिक्रमण हटा देगी.

बरेली: शहर में एक ओर जहां इलेक्ट्रिक बसें चलाने की तैयारी की जा रही है. वहीं यहां इलेक्ट्रिक बसों के लिए अतिक्रमण सबसे बड़ी समस्या है. जगह-जगह फैला अतिक्रमण इलेक्ट्रॉनिक बसों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है. वहीं बरेली के मेयर का कहना है कि इलेक्ट्रानिक बसों के संचालन के दौरान अतिक्रमण खुद हटा लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि जो लोग अतिक्रमण नहीं हटाएंगे वहां नगर निगम खुद अतिक्रमण हटा देगा.

इलेक्ट्रानिक बसों के लिए रुकावट बना शहर का अतिक्रमण.

केंद्र सरकार के फेम इंडिया योजना के दूसरे चरण में देश के 11 राज्यों में इलेक्ट्रॉनिक बसें चलाने की परमिशन दे दी गई है, जिसमें उत्तर प्रदेश का बरेली भी शामिल है. यहां पर 25 इलेक्ट्रॉनिक बसें चलाई जाएंगी, लेकिन केंद्र सरकार की इस योजना में सबसे बड़ा रोड़ा बरेली में जगह-जगह फैला अतिक्रमण है. इलेक्ट्रिक बसों के संचालन में सबसे बड़ी समस्या अतिक्रमण की ही रहेगी. शहर का कोई भी स्थान ऐसा बचा नहीं है, जहां पर अतिक्रमण ने अपना घर नहीं कर कर लिया हो.

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वहीं मेयर उमेश गौतम का कहना है कि अतिक्रमण हटाना हमारा सबसे अहम लक्ष्य है. शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे. जब भी शहर में इलेक्ट्रिक बसें चालू होंगीं, हम उससे पहले ही अतिक्रमण हटा देंगे. इसके अलावा जो लोग खुद अतिक्रमण हटा लें, यह उनके लिए अच्छा है वरना नगर पालिका खुद अतिक्रमण हटा देगी.

Intro:एंकर:- बरेली जहां इलेक्ट्रिक बसें चलाने की तैयारी कर रहा है वही बरेली के अंदर सबसे बड़ी समस्या अतिक्रमण की है जगह जगह फैला अतिक्रमण इलेक्ट्रॉनिक वर्षों के लिए परेशानियों का कारण बन सकता है। बरेली प्रशासन और नगर निगम को चाहिए कि इलेक्ट्रिक बसे चालू करने से पहले शहर के अंदर फैले जगह-जगह अतिक्रमण को हटाए जिसके कारण इस में सफर करने वाले यात्रियों को कोई भी असुविधा ना हो।


Body:Vo1:- केंद्र सरकार के फेम इंडिया योजना के दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश के 11 राज्यों में इलेक्ट्रॉनिक बसें चलाने की परमिशन दे दी है जिसमें उत्तर प्रदेश का बरेली भी शामिल है यहां पर 25 इलेक्ट्रॉनिक बसें चलाई जाएंगी लेकिन केंद्र सरकार की इस योजना में सबसे बड़ा रोड़ा बरेली में जगह जगह फैला अतिक्रमण है जब भी इलेक्ट्रिक बसे चालू होंगे उसके आगे सबसे बड़ी समस्या  अतिक्रमण की ही रहेगी शहर का कोई भी स्थान ऐसा बचा नहीं है जहां पर अतिक्रमण ने अपना घर नहीं कर कर लिया हो।


बाइट:-उमेश गौत्तम (मेयर बरेली)


Vo2:- वहीं शहर से बीजेपी के मेयर उमेश गौतम का कहना है की अतिक्रमण हमारा सबसे अहम लक्ष्य है शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे। जब भी शहर में इलेक्ट्रिक बसे चालू होंगी हम अतिक्रमण उससे पहले ही हटा देंगे और जो लोग खुद अपने आप अतिक्रमण हटा लें यह उनके लिए अच्छा है वरना हम खुद हटा देगे।




Conclusion:Fvo:- फिलहाल अब ये देखना है। कि बरेली  वासियों को इलेक्ट्रिक बसों की सौगात कब तक मिलती है। साथ ही साथ शहर के अंदर  जगह-जगह फैले अतिक्रमण से कब मुक्ति मिलती है। यह आने वाला समय ही बताएगा।

रंजीत शर्मा।

9536666643

ईटीवी भारत, बरेली।

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