बरेली: स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर मंडलायुक्त आर.रमेश कुमार ने बुधवार देर शाम अधिकारियों संग बैठक की. इसमें कमिश्नर ने आदेश दिया कि जहां भी जो भी कार्य चल रहे हैं, वहां एक बोर्ड लगाया जाए, जिस पर कार्य से संबंधित सम्पूर्ण विवरण जैसे कार्य की समयावधि,ठेकेदार का नाम आदि तमाम जानकारी लिखी जाए. इसके अलावा बैठक में स्मार्ट सिटी से जुड़े कई अन्य प्रोजेक्ट भी मंजूर किये गए.
स्काई वॉक का होगा निर्माण
देर रात तक चली बैठक में जिन कार्यों का टेंडर करने के लिए हरी झंडी दी गई, उनमें पटेल चौक पर स्काई वॉक का निर्माण प्रमुख है. जिसकी लागत करीब 10 करोड़ रुपये आएगी. बता दें कि यह अपने आप में एक अनूठा कार्य होगा. वहां करीब तीन मीटर ऊंचा एलीवेटेड रूट बनाया जाएगा.
इसके अलावा मेथोडिस्ट चर्च, नगर निगम तथा कोतवाली की इमारतों पर फसाड लाइट लगाने पर भी निदेशक मंडल ने सहमति दी. फसाड लाइट लगने से शाम को इन इमारतों की ख़ूबसूरती निखर जाएगी. इसके टेंडर की प्रक्रिया तत्काल शुरू की जाएगी.
'गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होगा बर्दाश्त'
बैठक में जिलाधिकारी नितीश कुमार ने कहा कि इन कार्यों की गुणवत्ता का प्रत्येक स्तर पर निरीक्षण एवं अनुश्रवण किया जाएगा. साथ ही उन्होंने भी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यदायी संस्थाएं यह ध्यान रखें कि स्मार्ट सिटी के कार्यों की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होने दिया जाएगा. बैठक में इस बात पर भी सहमति व्यक्त की गई कि सभी कार्यों के लिए नियमित रूप से बैठकें आयोजित कर शेष कार्यों को जल्दी ही पूरा करने के प्रयास किए जाएं.
इसे भी पढ़ें- प्रियंका का आग्रह : राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े घोटाले की जांच करवाए सुप्रीम कोर्ट
बैठक में ये लोग रहे मौजूद
कमिश्नरी सभागार में आयोजित स्मार्ट सिटी परियोजना के निदेशक मंडल की बैठक का आयोजन किया गया. इस अवसर पर कमिश्नर ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि निर्माणाधीन कार्यों के बारे में विवरण पट्टिका लग जाने से क्षेत्र के लोग इससे अनभिज्ञ नहीं रहेंगे कि उनके क्षेत्र में स्मार्ट सिटी का क्या कार्य हो रहा है. बैठक में महापौर डॉ. उमेश गौतम, ज़िलाधिकारी नितीश कुमार, नगर आयुक्त और स्मार्ट सिटी परियोजना के सीईओ अभिषेक आनंद, बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह के अलावा अन्य अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे.