बरेली: उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के समय किसी को बोलने तक की आजादी नहीं थी. डिप्टी सीएम बरेली में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होंने कहा, कि वर्तमान की समाजवादी पार्टी असली नहीं है. असली सपा तो आचार्य नरेंद्र देव की थी.
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा है, कि असली समाजवादी पार्टी आचार्य नरेंद्र देव, राजनारायण की थी. लेकिन अब इन लोगों ने सपा को एक झटके के साथ एक परिवार के कब्जे में लाने का काम किया और प्रदेश में समाजवादी पार्टी होने का संदेश दिया था, जबकि सपा का यह उद्देश्य था कि उनका मुखिया कोई नहीं होगा.
उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि देश की आजादी की लड़ाई कांग्रेस की अगुवाई में लड़ी गई थी. तब उसके नेता महात्मा गांधी माने गए थे. लेकिन आज कांग्रेस ने महात्मा गांधी के आदर्शों को ताले में बंद कर दिया है और गांधी जी को अपने नाम के साथ जोड़कर देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं. डीप्टी सीएम ने बताया कि कांग्रेस ने हमेशा से सत्ता पर काबिज होने का काम किया है. 25 जून 1975 में श्रीमती गांधी के चुनाव को उस समय के तत्कालीन कोर्ट ने रद्द कर दिया था और उस समय के राष्ट्रपति ने श्रीमती गांधी के कहने पर देश में इमरजेंसी लगा दी थी.
मंत्री बृजेश पाठक ने परिवारवाद के मुद्दे पर सपा को घेरते हुए कहा कि भाजपा एक ऐसा दल है, जहां बूथ स्तर का नेता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है. वहीं, अन्य पार्टियों में ऐसा नहीं होता है. उन्होंने ने सपा-कांग्रेस का नाम लेते हुए कहा कि मुलायम सिंह के बाद उनका बेटा अखिलेश यादव पार्टी के अध्यक्ष बने. इसी तरह कांग्रेस में सोनिया गांधी के बाद राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष बने और जब राहुल गांधी शादी कर लेंगे तो उनका बेटा अध्यक्ष बनेगा.
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, कि कांग्रेस की सरकार में नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों को समाप्त कर दिया गया था. हिंदुस्तान के संविधान को तोड़ा गया था. हम लोग कांग्रेस के उन कारनामों को आज जनता को बताने का काम कर रहे है. कार्यक्रम में इमरजेंसी के दौरान बंद रहने वाले क्रांतिकारियों को भी सम्मानित किया गया. बता दें, कि इमरजेंसी में अपनी विशेष भूमिका निभाने वाले 97 लोग आज भी हैं.
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