बरेली: जिले में बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की मनमानी इस कदर हावी है कि वे विभागीय अफसरों का आदेश भी नहीं मानते हैं. कई शिक्षक बिना अनुमति के छुट्टी पर चले गए हैं. इधर शासन ने बच्चों को किताबें बांटने के लिए पहली खेप पहुंचा दी है. इससे अफसर टेंशन में हैं कि बिना शिक्षकों के किताबें कैसे बटेंगी.
बच्चे घर पर बिना किताबों के ही पढ़ाई कर रहे
सरकार ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने के लिए शिक्षा विभाग को किताबों की पहली खेप पहुंचा दी है. वहीं अभी तक ये किताबें बच्चों को नहीं बांटी गई हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि शिक्षक बिना परमिशन के छुट्टी चले गए हैं और न ही बच्चों की लिस्ट का सत्यापन हुआ है. शिक्षा विभाग की ओर से करीब 3 लाख 77 हजार बच्चों के लिए किताबें आई हैं, जिन्हें विभाग ने गोदाम में ही सुरक्षित रखवा दिया है.
शहर में पहली खेप में 2, 3, 6, और 7वीं कक्षा के लिए हिंदी, अंग्रेजी, गणित और संस्कृत की किताबें भेजी गई हैं. जल्द ही अन्य किताबें भी आनी वाली हैं. बच्चे घर पर बिना किताबों के ही पढ़ाई कर रहे हैं. अधिकांश बच्चों के पास मोबाइल नहीं है कि वह ऑनलाइन क्लासेस अटेंड कर सकें.
बच्चों को बांटने के लिए किताबों की पहली खेप शासन ने भेज दी है. कल 4 ब्लॉक का सत्यापन करा कर किताबें भेज दी गई हैं. बाकी किताबें जल्द और बच्चों की लिस्ट का सत्यापन होने के बाद स्कूलों में पहुंचा दी जाएंगी.
-विनय कुमार, बीएसए