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कौशल हैं तो दृष्टिहीन लेकिन उनकी लगन ने बना दिया दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत

बरेली के 35 साल के कौशल जन्म से ही नेत्रहीन हैं, लेकिन इसके बावजूद वो युवाओं को संगीत की शिक्षा देते हैं.

युवाओं के लिए मार्गदर्शक हैं कौशल
युवाओं के लिए मार्गदर्शक हैं कौशल
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Published : Jul 6, 2021, 8:36 AM IST

बरेलीः जीवन की कितनी भी बाधाएं आएं, लेकिन अगर कुछ कर गुजरने का जोश और जूनून हो तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है. कुछ ऐसी ही कहानी बरेली के 35 साल के कौशल की है. कौशल सिसोदिया यूं तो जन्म से ही नेत्रहीन हैं. लेकिन इसके बावजूद वो युवाओं को संगीत की शिक्षा देते हैं.

संगीत को बनाया पैशन

कौशल काफी लंबे समय से संगीत साधना में लगे हैं. उन्होंने संगीत को अपना पैशन बना लिया है. इतना ही नहीं दृष्टिहीन होने के बावजूद कौशल लगातार संगीत में रुचि रखने वाले लोगों को संगीत की शिक्षा भी दे रहे हैं. उनसे शिक्षा लेने वाले कई शिष्य तो कई टीवी शो से लेकर अलग-अलग म्यूजिक के एलबम तक भी अब तैयार कर रहे हैं.

दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत 'कौशल'

युवाओं के लिए मार्गदर्शक हैं कौशल

बरेली के संयजनगर कॉलोनी में रहने वाले कौशल जन्म से ही दृष्टि बाधा के शिकार हैं, वो दुनिया को अपनी आंखों से नहीं देख सकते. लेकिन उन्होंने कभी शारीरिक कमजोरी को अपने हौसलों के आगे नहीं आने दिया. वर्तमान में संगीत के प्रति दिलचस्पी रखने वाले युवाओं के लिए कौशल मार्गदर्शी बने हुए हैं. हाल ही में उन्होंने 'थोड़ा-थोड़ा प्यार हुआ तुमसे' गाने को अपने शिष्यों के साथ रिकंपोज किया है.

युवाओं को संगीत की शिक्षा देते कौशल
युवाओं को संगीत की शिक्षा देते कौशल

संगीत में पीएचडी की तैयारी

कौशल के परिवार के लोगों का कहना है कि जन्म के समय कौशल के बारे में पता चला तो उसके भविष्य को लेकर सभी चिंतित हो गए थे. ये सोचकर उसका नाम कौशल रख दिया. वो किसी के सहारे नहीं बल्कि अपने हुनर के बल पर जी सके. कौशल बड़े हुए तो परिवार ने उन्हें दिव्यांग बच्चों के स्कूल ग्वालियर भेज दिया. कुछ उतार चढ़ाव के साथ उन्होंने संगीत से बीए और फिर ग्वालियर से संगीत में एमए किया. 35 साल के कौशल आज संगीत सांग नाम से कोचिंग चला रहे हैं. जहां उनके पास करीब 10 से 15 युवा संगीत के गुर सीखते आते हैं. कौशल आज संगीत सांग नाम से कोचिंग चला रहे हैं, जहां उनके पास करीब 10 से 15 युवा संगीत के गुर सीखने आते हैं. कौशल कहते हैं कि अब वो संगीत में पीएचडी करने के लिए दृढ़संकल्पित हैं. अभी तक 25 से 30 युवाओं को ट्रेनिंग दे चुके हैं.

छात्रों को संगीत सीखाते हैं कौशल
छात्रों को संगीत सीखाते हैं कौशल

कौशल इंडियन आइडल लेवल-2 में कर चुके हैं प्रतिभाग

कौशल खुद दूरदर्शन के सिंगिंग स्टॉर ऑफ यूपी और इंडियन आइडल लेवल-2 तक प्रतिभाग कर चुके हैं. इतना ही नहीं उन्होंने इंडियाज, विनिंग स्टॉर में जज की भूमिका भी निभाई थी. उन्होंने कई बच्चों को राष्ट्रीय चैनलों पर आने वाले सिंगिंग रियलिटी शो की राह अबतक दिखाई है. जिनमें दीक्षा भसीन, वंश शर्मा, गौरांगी जैसे नाम शामिल हैं. हाल ही में कौशल ने अपने स्टूडेंस के साथ थोड़ा-थोड़ा प्यार हुआ तुमसे गाने को दोबारा तैयार किया है. इस गाने के बोल कौशल ने नए अंदाज में पेश किए हैं. जबकि उनके स्टूडेंट इमरान हुसैन ने गीत को शानदार ढंग से गाया है. इससे पहले भी की गीत कौशल रिकंपोज कर चुके हैं.

कौशल के 'कौशल का इनाम'
कौशल के 'कौशल का इनाम'

इसे भी पढ़ें- सात दिन के प्रवास पर चित्रकूट पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत, चिंतन शिविर में लेंगे हिस्सा

संगीत के प्रति कौशल का पहले से था रुझान

कौशल बताते हैं कि जो इंसान देख नहीं सकता, उसके लिए संगीत उतना आसान नहीं होता. गाना गाने से पहले पढ़ना जरूरी होता है, लेकिन दिखाई नहीं देने की वजह से पहले वो रिकॉर्ड कराते थे और फिर उसको सुनकर याद करते थे. तब जाकर रियाज करते थे. वो बताते है कि संगीतकार मंगल सक्सेना, ओमपाल सागर, श्री कृष्णा से उन्होंने संगीत सीखा.

संगीत टीचर के छात्र
संगीत टीचर के छात्र

कौशल की तारीफ कर चुके हैं संगीतकार इस्माइल दरबार

एक ऑनलाइन संगीत प्रतियोगिता के दौरान मशहूर संगीतकार इस्माइल दरबार भी कौशल की प्रतिभा देखकर हैरान रह गए थे. सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही उनकी आवाज का डंका बॉलीवुड में भी गूंजेगा. उनके पास संगीत की शिक्षा लेने वाले युवाओं का कहना है कि अपने गुरु से मिल रहे ज्ञान, रियाज के बल पर उनमें लगातार निखार आ रहा है. अब कौशल के शिष्यों के कई प्रोजेक्ट्स भी आ रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- हर दुख हरेंगे वीर हनुमान, आज ऐसे करें बजरंगबली की पूजा

बरेलीः जीवन की कितनी भी बाधाएं आएं, लेकिन अगर कुछ कर गुजरने का जोश और जूनून हो तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है. कुछ ऐसी ही कहानी बरेली के 35 साल के कौशल की है. कौशल सिसोदिया यूं तो जन्म से ही नेत्रहीन हैं. लेकिन इसके बावजूद वो युवाओं को संगीत की शिक्षा देते हैं.

संगीत को बनाया पैशन

कौशल काफी लंबे समय से संगीत साधना में लगे हैं. उन्होंने संगीत को अपना पैशन बना लिया है. इतना ही नहीं दृष्टिहीन होने के बावजूद कौशल लगातार संगीत में रुचि रखने वाले लोगों को संगीत की शिक्षा भी दे रहे हैं. उनसे शिक्षा लेने वाले कई शिष्य तो कई टीवी शो से लेकर अलग-अलग म्यूजिक के एलबम तक भी अब तैयार कर रहे हैं.

दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत 'कौशल'

युवाओं के लिए मार्गदर्शक हैं कौशल

बरेली के संयजनगर कॉलोनी में रहने वाले कौशल जन्म से ही दृष्टि बाधा के शिकार हैं, वो दुनिया को अपनी आंखों से नहीं देख सकते. लेकिन उन्होंने कभी शारीरिक कमजोरी को अपने हौसलों के आगे नहीं आने दिया. वर्तमान में संगीत के प्रति दिलचस्पी रखने वाले युवाओं के लिए कौशल मार्गदर्शी बने हुए हैं. हाल ही में उन्होंने 'थोड़ा-थोड़ा प्यार हुआ तुमसे' गाने को अपने शिष्यों के साथ रिकंपोज किया है.

युवाओं को संगीत की शिक्षा देते कौशल
युवाओं को संगीत की शिक्षा देते कौशल

संगीत में पीएचडी की तैयारी

कौशल के परिवार के लोगों का कहना है कि जन्म के समय कौशल के बारे में पता चला तो उसके भविष्य को लेकर सभी चिंतित हो गए थे. ये सोचकर उसका नाम कौशल रख दिया. वो किसी के सहारे नहीं बल्कि अपने हुनर के बल पर जी सके. कौशल बड़े हुए तो परिवार ने उन्हें दिव्यांग बच्चों के स्कूल ग्वालियर भेज दिया. कुछ उतार चढ़ाव के साथ उन्होंने संगीत से बीए और फिर ग्वालियर से संगीत में एमए किया. 35 साल के कौशल आज संगीत सांग नाम से कोचिंग चला रहे हैं. जहां उनके पास करीब 10 से 15 युवा संगीत के गुर सीखते आते हैं. कौशल आज संगीत सांग नाम से कोचिंग चला रहे हैं, जहां उनके पास करीब 10 से 15 युवा संगीत के गुर सीखने आते हैं. कौशल कहते हैं कि अब वो संगीत में पीएचडी करने के लिए दृढ़संकल्पित हैं. अभी तक 25 से 30 युवाओं को ट्रेनिंग दे चुके हैं.

छात्रों को संगीत सीखाते हैं कौशल
छात्रों को संगीत सीखाते हैं कौशल

कौशल इंडियन आइडल लेवल-2 में कर चुके हैं प्रतिभाग

कौशल खुद दूरदर्शन के सिंगिंग स्टॉर ऑफ यूपी और इंडियन आइडल लेवल-2 तक प्रतिभाग कर चुके हैं. इतना ही नहीं उन्होंने इंडियाज, विनिंग स्टॉर में जज की भूमिका भी निभाई थी. उन्होंने कई बच्चों को राष्ट्रीय चैनलों पर आने वाले सिंगिंग रियलिटी शो की राह अबतक दिखाई है. जिनमें दीक्षा भसीन, वंश शर्मा, गौरांगी जैसे नाम शामिल हैं. हाल ही में कौशल ने अपने स्टूडेंस के साथ थोड़ा-थोड़ा प्यार हुआ तुमसे गाने को दोबारा तैयार किया है. इस गाने के बोल कौशल ने नए अंदाज में पेश किए हैं. जबकि उनके स्टूडेंट इमरान हुसैन ने गीत को शानदार ढंग से गाया है. इससे पहले भी की गीत कौशल रिकंपोज कर चुके हैं.

कौशल के 'कौशल का इनाम'
कौशल के 'कौशल का इनाम'

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संगीत के प्रति कौशल का पहले से था रुझान

कौशल बताते हैं कि जो इंसान देख नहीं सकता, उसके लिए संगीत उतना आसान नहीं होता. गाना गाने से पहले पढ़ना जरूरी होता है, लेकिन दिखाई नहीं देने की वजह से पहले वो रिकॉर्ड कराते थे और फिर उसको सुनकर याद करते थे. तब जाकर रियाज करते थे. वो बताते है कि संगीतकार मंगल सक्सेना, ओमपाल सागर, श्री कृष्णा से उन्होंने संगीत सीखा.

संगीत टीचर के छात्र
संगीत टीचर के छात्र

कौशल की तारीफ कर चुके हैं संगीतकार इस्माइल दरबार

एक ऑनलाइन संगीत प्रतियोगिता के दौरान मशहूर संगीतकार इस्माइल दरबार भी कौशल की प्रतिभा देखकर हैरान रह गए थे. सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही उनकी आवाज का डंका बॉलीवुड में भी गूंजेगा. उनके पास संगीत की शिक्षा लेने वाले युवाओं का कहना है कि अपने गुरु से मिल रहे ज्ञान, रियाज के बल पर उनमें लगातार निखार आ रहा है. अब कौशल के शिष्यों के कई प्रोजेक्ट्स भी आ रहे हैं.

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