बरेलीः जिले के टोल प्लाजा पर भारतीय यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने महापंचायत की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली तक किसी भी टोल प्लाजा पर टोल न देने का फैसला लिया. इसके साथ ही प्रशासन को ये भी चेताया कि किसान आंदोलन में अगर किसानों से टोल लिया गया तो कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है. जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
किसानों ने टोल प्लाजा पर की पंचायत
मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के जिला अध्यक्ष गजेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में भाकियू कार्यकर्ताओं ने सैकड़ों की संख्या में पहुंचकर टोल प्लाजा पर पंचायत की. इस मौके पर भाकियू नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मांग की कि किसानों को किसान आंदोलन में शामिल होने दिल्ली जाना होता है. लिहाजा उनसे कोई टोल न वसूला जाए. इसके साथ ही अल्टीमेटम दिया कि अगर टोल प्लाजा पर किसान संगठनों के साथ कोई बदसलूकी हुई तो इसका जिम्मेदार टोल मैनेजमेंट और प्रशासन होगा.
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आपको बता दें कि सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर नेशनल हाईवे 24 फतेहगंज पश्चिम टोल प्लाजा पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता पहुंचने शुरू हो गए. जैसे ही इस बारे में स्थानीय प्रशासन को जानकारी मिली फौरन मौके पर पुलिस फोर्स पहुंच गई. इस मौके पर किसानों ने टोल प्लाजा पर प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में शामिल होने वो साधनों से जाते हैं. ऐसे में उनसे टोल कर्मी टोल वसूलने को दबाव बनाते हैं. उन्होंने एकमत होकर कहा कि किसान का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
भाकियू ने टोलकर्मियों पर बदसलूकी का आरोप लगाया
जिलाधिकारी बरेली के नाम पर एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी मीरगंज बरेली को दिया गया. किसान नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि तीन कृषि कानूनों का विरोध करने से जब वो निकलते हैं तो उनसे पश्तिमी टोला पर अवैध वसूली जाती है.
बहरहाल जबतक एसडीएम ने उन्हें आश्वासन नहीं दिया तबतक भाकियू कार्यकर्ता वहीं डरे रहे. अफसरों ने किसी भी तरह की आशंका को देखते हुए वहां अतिरिक्त पुलिस बल भी बुला लिया था. फिलहाल एसडीएम ने उन्हें आश्वत किया कि किसानों की ट्रेक्टर ट्रॉलियां नहीं रोकी जा सकतीं.इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संबंधित ज्ञापन अधिकारियों तक पहुंचाकर इस बारे में आवश्यक दिशा निर्देश लेंगे.