बरेली : यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे मीरगंज फतेहगंज पश्चिमी निवासी छात्र मोहम्मद आसिफ सकुशल लौट आए हैं. बेट के लौटने पर परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई. मोहम्मद आसिफ ने ईटीवी भारत से आपबीती सुनाई है. छात्र ने बताया कि यूक्रेनियन सैनिक छात्र-छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं. वहीं, उन्होंने सरकार का धन्यवाद किया और कहा कि भारत सरकार अच्छा कार्य कर रही है.
बता दें कि फतेहगंज पश्चिमी के मोहल्ला अंसारी निवासी मोहम्मद जाकिर के बेटे मोहम्मद आसिफ 4 वर्ष पूर्व एमबीबीएस की पढ़ाई पढ़ने गए थे. उन्होंने यूक्रेन के आर्किव नेशनल यूनिवर्सिटी में के लिए वर्ष 2018 में एडमिशन लिया था. लेकिन, जब से यूक्रेन और रूस में युद्ध छिड़ा है तब से सभी भारतीय छात्र-छात्राएं वहां काफी परेशान थे और वहां फंसे हुए थे. मोहम्मद आसिफ सरकार की मदद से यूक्रेन से अपने घर वापस आ पहुंचे हैं.
आसिफ ने बताया कि यूक्रेन के जो हालात हैं वो बहुत ज्यादा खराब होते जा रहे हैं. वहां के सैनिक भारतीय छात्र-छात्राओं के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग भी कर रहे हैं, लेकिन इंडियन गवर्नमेंट बहुत मेहनत कर रही है और सारी सुविधाएं छात्र-छात्राओं को उपलब्ध करा रही है. वहीं, उन्होंने कहा कि सरकार की मेहनत से ही काफी छात्र इंडिया वापस आ चुके हैं. बता दें कि आसिफ के घर आते ही उनके माता-पिता ने उन्हें मिठाई खिलाई और खुशी जाहिर की. लेकिन, सवाल यह उठता है कि आखिर यूक्रेन के सैनिक अपना गुस्सा क्यों उन मासूम छात्राओं पर उतार रहे हैं जो वहां फंसे हैं.
मोहम्मद आसिफ ने बताया कि जब हमें पता लगा कि यूक्रेन और रूस में झगड़ा हो गया है तो हमने अपनी एंबेसी मैं फोन किया. वहां से कहा गया कि आप लोग बॉर्डर पर आ जाइए. हम लोग वहां पहुंचे तो काफी छात्र-छात्राएं थे. लेकिन वहां जो यूक्रेन के सैनिक थे, उन्होंने छात्र-छात्राओं के साथ अभद्रता की. यह बहुत गलत था कि उनके साथ ऐसा हो रहा है. मोहम्मद आसिफ ने कहा कि मैं भारत सरकार की तारीफ करूंगा, जिन्होंने हर कोशिश हर छात्र-छात्राओं को वहां से निकालने का काम किया है और अभी भी कर रही है.
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