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'आयुष्मान भारत योजना' में बरेली को मिला पहला स्थान, 12 करोड़ से अधिक का इलाज - बरेली जिला प्रदेश में प्रथम स्थान पर

पीएम मोदी के आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों के इलाज की संख्या में बरेली जिला प्रदेश में प्रथम स्थान पर है. बता दें कि जिले के कुल ढाई लाख परिवारों को इस योजना का पात्र बनाया गया है.

आयुष्मान भारत योजना.
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Published : Oct 7, 2019, 11:42 PM IST

बरेलीः 'आयुष्मान भारत योजना' के तहत जिले में अब तक 12 करोड़ से भी अधिक का इलाज किया जा चुका है. मरीजों की संख्या में यह जिला पूरे प्रदेश में पहले स्थान पर चल रहा है. वहीं अब इलाज के व्यय में भी यह जिला टॉप पर आ गया है. अब तक 12.15 करोड़ रुपये के इलाज में करीब 50 प्रतिशत का भुगतान सरकार की तरफ से हुआ है. आयुष्मान योजना के तहत प्रदेश भर में पहले नंबर पर रहने वाले बरेली जिले के लाभार्थियों की बात की जाए तो सबसे ज्यादा मुस्लिम समुदाय के लोगों को इसका लाभ मिला है. जहां एक ओर मुस्लिम समुदाय बीजेपी से दूरी बनाकर रखता है तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी की योजनाओं का भरपूर लाभ उठा रहा है.

आयुष्मान भारत योजना के तहत बरेली जिला प्रथम स्थान पर.

बता दें कि बीते दिनों लखनऊ में हुई मीटिंग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुष्मान योजना की समीक्षा की थी, जिसमें लाभार्थियों की संख्या के मामले में बरेली पहले नंबर पर रहा. अब ब्लॉक स्तर पर दो-दो ऐसे गांवों की सूची तैयार की जा रही है, जहां लाभार्थियों की संख्या सबसे अधिक है और यह लिस्ट शासन को भेजी जाएगी.

प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान योजना में खर्च हुए रुपये
प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान योजना के तहत जिले के ढाई लाख परिवारों को पात्र चुना गया है. पात्र परिवारों के पांच सदस्यों को हर साल पांच लाख रुपये तक इलाज आयुष्मान योजना की तरफ से किए जाने का प्रावधान है. योजना में इंपैनल्ड होने के लिए 116 सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों ने आवेदन किया था, जिसमें 20 के आवेदन रद्द कर दिए गए हैं. योजना में छह सरकारी अस्पताल समेत 89 चिकित्सालय इंपैनल्ड हैं. आयुष्मान योजना में 11 हजार से अधिक मरीजों का इलाज किया जा चुका है, जिसमें 12 करोड़ 15 लाख रुपये से अधिक खर्च हुआ है. इस तरह औसतन हर मरीज पर आयुष्मान योजना में करीब 11 हजार रुपये खर्च हुए हैं.

निजी अस्पतालों को हुआ 50 फीसदी ही भुगतान
आयुष्मान योजना में सरकारी और निजी दोनों ही चिकित्सालय इंपैनल्ड हैं, लेकिन आश्चर्य की बात है कि जहां सरकारी अस्पतालों को 85 प्रतिशत से अधिक का भुगतान किया जा चुका है. वहीं निजी अस्पतालों को 50 फीसदी ही भुगतान मिल सका है. इस भुगतान के चलते कई निजी अस्पतालों ने शिकायत भी की है.

मुस्लिम समुदाय के लिए रामबाण की तरह आयुष्मान योजना
आयुष्मान योजना की बात की जाए तो बरेली के जिला अस्पताल में सबसे ज्यादा मुस्लिम समुदाय के लोग ही कार्ड बनवाने आते हैं. वहीं सीएमओ का कहना है कि यह योजना किसी एक समुदाय की नहीं बल्कि सभी वर्ग की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी यही नारा है 'सबका साथ सबका विकास' शायद यह योजना मुस्लिम समुदाय के लिए रामबाण की तरह काम कर रही है.

आयुष्मान योजना के लाभ के लिए जागरूकता शिविर
जिले में आयुष्मान योजना के तहत 90 हजार से अधिक लोगों का इलाज हो चुका है. हालांकि प्रदेश में कई जिलों में आयुष्मान योजना में इंपैनल्ड अस्पतालों की संख्या बरेली से अधिक है. इस योजना को बढ़ावा देने और अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ पहुंचाने के लिए सरकार जागरूकता शिविर भी लगाने जा रही है. शासन के आदेश पर जिले में ब्लाक स्तर पर दो-दो गांवों की सूची तैयार की गई है, जिसमें दलेलनगर का खोलड़िया गांव सबसे आगे हैं और यहां 573 लोगों का इलाज किया जा चुका है.

आयुष्मान योजना के तहत जिले के टॉप-5 गांव और लाभार्थियों की संख्या

  • खोलड़िया, 573 लाभार्थी
  • बल्लिया, 522 लाभार्थी
  • कांधरपुर, 483 लाभार्थी
  • करेली, 417 लाभार्थी
  • हरहर मटकली, 404 लाभार्थी

बरेलीः 'आयुष्मान भारत योजना' के तहत जिले में अब तक 12 करोड़ से भी अधिक का इलाज किया जा चुका है. मरीजों की संख्या में यह जिला पूरे प्रदेश में पहले स्थान पर चल रहा है. वहीं अब इलाज के व्यय में भी यह जिला टॉप पर आ गया है. अब तक 12.15 करोड़ रुपये के इलाज में करीब 50 प्रतिशत का भुगतान सरकार की तरफ से हुआ है. आयुष्मान योजना के तहत प्रदेश भर में पहले नंबर पर रहने वाले बरेली जिले के लाभार्थियों की बात की जाए तो सबसे ज्यादा मुस्लिम समुदाय के लोगों को इसका लाभ मिला है. जहां एक ओर मुस्लिम समुदाय बीजेपी से दूरी बनाकर रखता है तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी की योजनाओं का भरपूर लाभ उठा रहा है.

आयुष्मान भारत योजना के तहत बरेली जिला प्रथम स्थान पर.

बता दें कि बीते दिनों लखनऊ में हुई मीटिंग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुष्मान योजना की समीक्षा की थी, जिसमें लाभार्थियों की संख्या के मामले में बरेली पहले नंबर पर रहा. अब ब्लॉक स्तर पर दो-दो ऐसे गांवों की सूची तैयार की जा रही है, जहां लाभार्थियों की संख्या सबसे अधिक है और यह लिस्ट शासन को भेजी जाएगी.

प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान योजना में खर्च हुए रुपये
प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान योजना के तहत जिले के ढाई लाख परिवारों को पात्र चुना गया है. पात्र परिवारों के पांच सदस्यों को हर साल पांच लाख रुपये तक इलाज आयुष्मान योजना की तरफ से किए जाने का प्रावधान है. योजना में इंपैनल्ड होने के लिए 116 सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों ने आवेदन किया था, जिसमें 20 के आवेदन रद्द कर दिए गए हैं. योजना में छह सरकारी अस्पताल समेत 89 चिकित्सालय इंपैनल्ड हैं. आयुष्मान योजना में 11 हजार से अधिक मरीजों का इलाज किया जा चुका है, जिसमें 12 करोड़ 15 लाख रुपये से अधिक खर्च हुआ है. इस तरह औसतन हर मरीज पर आयुष्मान योजना में करीब 11 हजार रुपये खर्च हुए हैं.

निजी अस्पतालों को हुआ 50 फीसदी ही भुगतान
आयुष्मान योजना में सरकारी और निजी दोनों ही चिकित्सालय इंपैनल्ड हैं, लेकिन आश्चर्य की बात है कि जहां सरकारी अस्पतालों को 85 प्रतिशत से अधिक का भुगतान किया जा चुका है. वहीं निजी अस्पतालों को 50 फीसदी ही भुगतान मिल सका है. इस भुगतान के चलते कई निजी अस्पतालों ने शिकायत भी की है.

मुस्लिम समुदाय के लिए रामबाण की तरह आयुष्मान योजना
आयुष्मान योजना की बात की जाए तो बरेली के जिला अस्पताल में सबसे ज्यादा मुस्लिम समुदाय के लोग ही कार्ड बनवाने आते हैं. वहीं सीएमओ का कहना है कि यह योजना किसी एक समुदाय की नहीं बल्कि सभी वर्ग की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी यही नारा है 'सबका साथ सबका विकास' शायद यह योजना मुस्लिम समुदाय के लिए रामबाण की तरह काम कर रही है.

आयुष्मान योजना के लाभ के लिए जागरूकता शिविर
जिले में आयुष्मान योजना के तहत 90 हजार से अधिक लोगों का इलाज हो चुका है. हालांकि प्रदेश में कई जिलों में आयुष्मान योजना में इंपैनल्ड अस्पतालों की संख्या बरेली से अधिक है. इस योजना को बढ़ावा देने और अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ पहुंचाने के लिए सरकार जागरूकता शिविर भी लगाने जा रही है. शासन के आदेश पर जिले में ब्लाक स्तर पर दो-दो गांवों की सूची तैयार की गई है, जिसमें दलेलनगर का खोलड़िया गांव सबसे आगे हैं और यहां 573 लोगों का इलाज किया जा चुका है.

आयुष्मान योजना के तहत जिले के टॉप-5 गांव और लाभार्थियों की संख्या

  • खोलड़िया, 573 लाभार्थी
  • बल्लिया, 522 लाभार्थी
  • कांधरपुर, 483 लाभार्थी
  • करेली, 417 लाभार्थी
  • हरहर मटकली, 404 लाभार्थी
Intro:एंकर:-आयुष्मान योजना के तहत अब तक बरेली में 12 करोड़ से अधिक का इलाज हो चुका है। प्रदेश में पहले से ही मरीजों की संख्या में जिला पहले स्थान पर चल रहा है। अब इलाज के व्यय में भी बरेली टाप पर आ गया है। अब तक 12.15 करोड़ रुपये का इलाज हो चुका है जिसमें करीब 50 प्रतिशत का भुगतान सरकार की तरफ से किया जा चुका है।आयुष्मान योजना के लाभार्थियों में प्रदेश पर पहले नंबर पर रहने वाले बरेली जिले में लाभार्थियों की बात की जाए तो सबसे ज्यादा मुस्लिम समुदाय के लोगों को इसका लाभ मिला है जहां एक और मुस्लिम समुदाय भारतीय जनता पार्टी से दूरी बनाकर रखता है  वही  भारतीय जनता पार्टी की  आसमान योजना का भरपूर लाभ ले रहा है  बरेली की बात करी जाए  तो 46% से भी ज्यादा  मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस योजना का लाभ लिया है। बीते दिनों लखनऊ में हुई मीटिंग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुष्मान योजना की समीक्षा की थी। समीक्षा में लाभार्थियों की संख्या के मामले में बरेली पहले नंबर पर रहा। अब ब्लाक स्तर पर दो-दो ऐसे गांवों की सूची तैयार की जा रही है जहां लाभार्थियों की संख्या सबसे अधिक है। यह लिस्ट शासन को भेजी जाएगी


Body:Vo1:-प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान योजना के तहत जिले के 2.5 लाख परिवारों को पात्र चुना गया है। पात्र परिवारों के 5 सदस्यों का हर साल 5-5 लाख रुपये तक इलाज आयुष्मान योजना की तरफ से किए जाने का प्रावधान है। योजना में इंपैनल्ड होने के लिए 116 सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों ने आवेदन किया था जिसमें 20 के आवेदन निरस्त हो चुके हैं। योजना में 6 सरकारी अस्पताल समेत 89 चिकित्सालय इंपैनल्ड हैं। आयुष्मान योजना में 11 हजार से अधिक मरीजों का इलाज हो चुका है और 12 करोड़ 15 लाख रुपये से अधिक खर्च हुआ है। इस तरह औसतन हर मरीज पर आयुष्मान योजना में करीब 11 हजार रुपये खर्च हुए हैं।


बाइट:-


Vo2:-निजी अस्पतालों को हुआ 50 फीसदी ही भुगतान


आयुष्मान योजना में सरकारी और निजी, दोनों ही चिकित्सालय इंपैनल्ड हैं। लेकिन आश्चर्य की बात है कि जहां सरकारी अस्पतालों को 85 प्रतिशत से अधिक का भुगतान किया जा चुका है वहीं निजी अस्पतालों को 50 फीसदी ही भुगतान मिल सका है। इस देरी के चलते कई निजी अस्पताल शिकायत भी कर चुके हैं।


आयुष्मान योजना एक नजर में


11061 - मरीजों का अब तक हो चुका है इलाज


12,15,66,038 - रुपये अब तक इलाज में हुए खर्च


16,64,000 - रुपये सरकारी अस्पतालों ने किया क्लेम


11,99,02,038 - रुपये निजी अस्पतालों ने किया है क्लेम


Vo3:- बही इस योजना की बात की जाए तो बरेली के जिला अस्पताल में सबसे ज्यादा मुस्लिम समुदाय के लोग ही कार्ड बनवाने आते हैं और इस कार्ड से लाभ लेते हैं वहीं सीएमओ का कहना है कि यह योजना किसी एक समुदाय की नहीं है बल्कि सभी वर्क की है प्रधानमंत्री मोदी जी का भी यही नारा है सबका साथ सबका विकास शायद ये योजना बीजेपी के लिए रामबाण की तरह मुस्लिम समुदाय में काम कर रही है जहां पर उनका यह नारा बिल्कुल सटीक बैठ रहै है




Conclusion:Fvo:-जिले में आयुष्मान योजना के तहत 90 हजार से अधिक लोगों का इलाज हो चुका है। यह संख्या किसी भी जिले से अधिक है। हालांकि प्रदेश में कई जिलों में आयुष्मान योजना में इंपैनल्ड अस्पतालों की संख्या बरेली से अधिक है। आयुष्मान योजना को बढ़ावा देने और अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ पहुुंचाने के लिए सरकार जागरूकता शिविर भी लगाने जा रही है। शासन के आदेश पर जिले में ब्लाक स्तर पर दो-दो गांवों की सूची तैयार की गई है। इसमें दलेलनगर का खोलड़िया गांव सबसे आगे हैं और यहां आयुष्मान योजना में 573 लोगों का इलाज हो चुका है।
के

आयुष्मान योजना में जिले में लाभार्थियों की संख्या सबसे अधिक है। इसमेंं दलेलनगर का गांव सबसे आगे है। सभी ब्लाकों के दो-दो गांवों की लिस्ट प्रशासन को भेज दी गई है। - डा. वीके शुक्ल, सीएमओ


जिले के टाप-5 गांव


गांव लाभार्थी


खोलड़िया 573


बल्लिया 522


कांधरपुर 483


करेली 417


हरहर मटकली 404


रंजीत शर्मा।

9536666643

ईटीवी भारत, बरेली।

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