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महाभारत काल के अहिच्छत्र को बरेली मंडल कमिश्नर दिलायेंगे नई पहचान - bareilly today news

यूपी के बरेली मंडल कमीश्नर रणवीर प्रसाद महाभारत कालीन पांचाली का मायका और राजा द्रुपद के देश अहिच्छत्र को नई पहचाल दिलाएंगे. जिसके लिए उन्होंने एसडीएम को पत्र भी लिख दिया है. दरअसल कमीश्नर अहिच्छत्र को देखने पहुंचे थे, जिसके बाद उन्होंने उसे ये फैसला लिया.

कमिश्नर, रणवीर प्रसाद
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Published : Sep 23, 2019, 10:00 PM IST

बरेली: मंडल कमिश्नर रणवीर प्रसाद महाभारत कालीन पांचाली का मायका और राजा द्रुपद के देश अहिच्छत्र को देखने पहुंचे थे. जहां उन्होंने इस ऐतिहासिक संरक्षण के बारे में जानकारी प्राप्त की. वहीं ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि इस संरक्षण को बचाने की पहल पहले भी की गई थी लेकिन अब इसको गम्भीरता से लिया गया लेकिन अब मैंने एसडीएम को खत लिखा है कि जो संरक्षण की भूमि है उसे अतिक्रमण से मुक्त किया जाए.

मंडल कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने ईटीवी भारत को दी जानकारी.

पढ़ें: बरेली विकास प्राधिकरण की नई पहल, मंदिरों में रखा जाएगा साफ-सफाई का विशेष ध्यान

कमिश्नर ने लिया अहिच्छत्र क्षेत्र का जायजा
बरेली मंडल के कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने बताया कि ऐतिहासिक खंडहर, भीम गदा और टीलों का भी निरीक्षण किया. सभी को संरक्षित करने के लिए शासन को एक लेटर लिखा गया है.

पांचाल की राजधानी थी अहिच्छत्र
उन्होंने बताया कि इतिहास के पन्नों को पलटते हुए बताया कि अहिच्छत्र पांचाल की राजधानी थी. ऐसा इसलिए किया जा रहा है जिससे इसकी समृद्धि का इतिहास सबके सामने आ सके.

कई संस्कृति का रहा समावेश अहिच्छत्र
कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने ईटीवी भारत को बताया कि अहिच्छत्र में कई संस्कृतियों का समावेश रहा है. यहां राजा द्रुपद का किला भी था और अज्ञातवास के समय पांडव आंवला के जंगलों में भी रहे थे. इसके पास में लिलौर झील है, जिसके किनारे पांडवों से यक्ष प्रश्न किये गए थे.

बरेली: मंडल कमिश्नर रणवीर प्रसाद महाभारत कालीन पांचाली का मायका और राजा द्रुपद के देश अहिच्छत्र को देखने पहुंचे थे. जहां उन्होंने इस ऐतिहासिक संरक्षण के बारे में जानकारी प्राप्त की. वहीं ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि इस संरक्षण को बचाने की पहल पहले भी की गई थी लेकिन अब इसको गम्भीरता से लिया गया लेकिन अब मैंने एसडीएम को खत लिखा है कि जो संरक्षण की भूमि है उसे अतिक्रमण से मुक्त किया जाए.

मंडल कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने ईटीवी भारत को दी जानकारी.

पढ़ें: बरेली विकास प्राधिकरण की नई पहल, मंदिरों में रखा जाएगा साफ-सफाई का विशेष ध्यान

कमिश्नर ने लिया अहिच्छत्र क्षेत्र का जायजा
बरेली मंडल के कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने बताया कि ऐतिहासिक खंडहर, भीम गदा और टीलों का भी निरीक्षण किया. सभी को संरक्षित करने के लिए शासन को एक लेटर लिखा गया है.

पांचाल की राजधानी थी अहिच्छत्र
उन्होंने बताया कि इतिहास के पन्नों को पलटते हुए बताया कि अहिच्छत्र पांचाल की राजधानी थी. ऐसा इसलिए किया जा रहा है जिससे इसकी समृद्धि का इतिहास सबके सामने आ सके.

कई संस्कृति का रहा समावेश अहिच्छत्र
कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने ईटीवी भारत को बताया कि अहिच्छत्र में कई संस्कृतियों का समावेश रहा है. यहां राजा द्रुपद का किला भी था और अज्ञातवास के समय पांडव आंवला के जंगलों में भी रहे थे. इसके पास में लिलौर झील है, जिसके किनारे पांडवों से यक्ष प्रश्न किये गए थे.

Intro:बरेली। बरेली मंडल के कमिश्नर रणवीर प्रसाद महाभारत कालीन पांचाली का मायका और राजा द्रुपद के अवशेष अहिच्छत्र को देखने पहुंचे थे। उन्होंने वहां पहुंचकर इस ऐतिहासिक संरक्षण के बारे में जानकारी प्राप्त की।

ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने बताया कि इस संरक्षण को बचाने की पहल पहले भी की गई थी लेकिन अब इसको गम्भीरता से लिया जाएगा।


Body:पांचाल की राजधानी थी

उन्होंने इतिहास के पन्नों को पलटते हुए बताया कि अहिच्छत्र पांचाल की राजधानी थी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है जिससे इसकी समृद्धि का इतिहास सबके सामने आ सके।

कई संस्कृति का रहा समावेश

अहिच्छत्र में कई संस्कृतियों का समावेश रहा है। यहां राजा द्रुपद का किला भी था और अज्ञातवास के समय पांडव आंवला के जंगलों में भी रहे थे। इसके पास में लिलौर झील है, जिसके किनारे पांडवों से यक्ष प्रश्न किये गए थे।

कमिश्नर ने लिया जायजा

बरेली मंडल के कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने बताया कि ऐतिहासिक खंडहर, भीम गदा और टीलों का भी निरीक्षण किया गया है। सभी को संरक्षित करने के लिए शासन को एक लेटर लिखा गया है। उन्होंने बताया कि इसकी डेटिंग कराने से महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आएंगी।


Conclusion:आने वाले समय में आंवला क्षेत्र में स्थिति अहिच्छत्र को सवारने का काम किया जाएगा। जिससे इसका महत्व बढेगा।

अनुराग मिश्र

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