बरेली: जिले में हाल ही में स्मार्ट सिटी की नई लिस्ट जारी की हुई है, जिसमें जिले की रैंक 17 से घटकर 89 हो गई है. शहर की रैंक खराब होने पर प्रशासन के आलाधिकारियों को धक्का लगा है. एक बार फिर से अच्छी रैंक हासिल करने के लिए बरेली जिला प्रशासन को काफी मशक्कत करनी होगी. हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत ने बरेली मंडल के कमिश्नर रणवीर प्रसाद से बात की.
- बरेली को चौथे चरण में सबसे आखिरी में चुना गया था.
- इसके पीछे उद्देश्य जिले की जनता को स्मार्ट सुविधाएं प्रदान करना.
- एक साल बाद हम लोगों ने कई उपलब्धि प्राप्त की है.
- स्मार्ट सिटी में सबसे पहले कमांड एंड कंट्रोल सेन्टर की स्थापना करना है.
- ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए शहर के सभी चौराहों पर कैमरे लगाए जाएंगे.
- इसके लिए कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है
- स्मार्ट सिटी के तहत सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है.
- इसके निस्तारण पर लगातार नज़र रखी जा रही है.
- गंदे पानी को शुद्ध करने की भी तैयारी है.
- गंदे पानी से जो तालाब बन गए हैं उनको साफ किया जाएगा. इसकी शुरुआत संजय कम्युनिटी सेंटर से की जाएगी.
- शहर की सीवेज सिस्टम को अंडर ग्राउंड किया जाना है. इसके अतिरिक्त इनडोर स्पोर्ट्स का भी ध्यान रखा गया है.
- हैंडीक्राफ्ट और डिजाइनरों के लिए सेंटर खोला जाएगा. हमें आशा है कि बहुत जल्द बदलाव दिखाई देगा.
शहर की सफ़ाई व्यवस्था को लेकर भी हम लोग काफी गंभीर हैं. शहर की गंदगी को दूर करने के लिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एक टीम आएगी जो इसका परीक्षण करेगी. डीपीआर बन गयी है उसके बाद टेंडर जारी किया जाएगा. सीवेज सिस्टम और इनडोर स्पोर्ट्स का भी ख्याल रखा जाएगा .
-रणवीर प्रसाद,कमिश्नर