बरेली: सौ दिन सौ उधोग लक्ष्य को लेकर बरेली के जिलाधिकारी ने जो प्लान दिसम्बर में तैयार किया था, वो अब साकार होता दिखाई दे रहा है. अब तक बरेली में जिला प्रशासन के पास 111 प्रपोजल प्राप्त हो चुके हैं. बता दें कि डीएम ने 100 दिन में जिले में 100 नई इकाइयों को स्थापित करने की मंशा रखने वाले नए उधमियों को शीघ्र से उनकी समस्याओं का निस्तारण से लेकर हर सम्भव मदद का भरोसा देते हुए इस योजना की शुरुआत की थी, जिसमें मार्च के आखिर तक का समय अभी शेष है.
मिशन 100 दिन 100 उधोग के तहत बरेली में जिलाधिकारी नीतीश कुमार के द्वारा एक फुलप्रूफ प्लान तैयार किया गया था, जो कि अब साकार होता दिखाई दे रहा है. अब तक की बात की जाए तो 100 दिन होने में अभी समय शेष है, लेकिन अब तक बरेली जनपद में ऐसे 111 नव उद्यमियों ने जिले में कोई न कोई उधोग लगाने की मंशा जाहिर करते हुए जिला प्रशासन को प्रपोजल बानाकर भेजे हैं.
जनपद वासियों को काम करने के अवसर
इतना ही नहीं जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने ईटीवी भारत से बताया कि वो चाहते हैं कि देश जहां कोरोना से जूझ रहा है, वहीं नए उधोग स्थापित होंगे तो जनपद के लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा, वो मानते हैं कि जब एक इंडस्ट्री लगती है तो उससे अनेकों लोगों को तो वैसे भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर कई कार्य करने को मिल जाते हैं. अब अगर 100 इकाई यहां स्थापित होंगी, तो न सिर्फ जिले में निवेश होगा बल्कि खाली हाथों को काम भी मिलेगा.
31 मार्च तक कर सकते हैं नव उधमी आवेदन
मिशन 100 दिन 100 उधोग के तहत अब तक 24 ऊधोगों का तो संचालन लगभग शुरु होने वाला है, जबकि 37 भूमि का लैंड यूज़ बदल चुका है. 31 मार्च तक मिशन के तहत उधोग लगाने के लिए आवेदन किये जा सकते हैं. बहरहाल देखा जा सकता है कि कोरोना काल में जिस तरह से युवा उधमी उधोग स्थापित करने को आगे आ रहे हैं ये जिले के लिए सुखद एहसास है.
पहले लटकती थीं दफ्तरों में फाइलें, अब हो रहा तुरंत निस्तारण
जिलाधिकारी कहते हैं कि नव उधमियों को कहीं कोई दिक्कत न आये इस दिशा में अहम फैंसले लिए गए हैं. नई इकाई के लिए जहां भी एनओसी लेना आवश्यक है वहां तत्काल जांच कर एनओसी दी जा रही है. हम आपको बता दें कि नए उधोग स्थापित होंगे तो खाली हाथों को तो काम मिलेगा ही जनपद में निवेश भी बढ़ेग. अभी 31 मार्च तक आवेदन स्वीकार किये जा रहे हैं. जिले के अफसरों को उम्मीद है कि मिशन 100 दिन 100 उधोग योजना सफल होगी. साथ ही माना जा रहा है कि कम से कम सैंकड़ों करोड़ रुपये का निवेश भी ये उधमी जनपद में नए उधोग लगाने में करेंगे.