बरेली: कोरोना वायरस को देखते हुए जिले में भी लॉकडाउन का पालन सख्ती के साथ कराया जा रहा है. खासतौर पर बरेली के अंदर माक्स और सैनिटाइजर लोगों तक पूर्ण रूप से उपलब्ध हो सके इसके लिए सरकार और प्रशासन लगातार लोगों की मदद कर रहा है.
वहीं कुछ दिन पहले शहर के अंदर सैनिटाइजर की कमी होने के कारण तत्काल प्रभाव से प्रदेश की सरकार और प्रशासन ने बरेली के ही एक कंपनी को सैनिटाइजर बनाने का लाइसेंस देकर बरेली की जनता को सैनिटाइजर उपलब्ध कराने का काम किया है.
कोरोना वायरस के कारण पूरे विश्व में इस समय आपदा आई हुई है. इस समय जिस चीज की सबसे ज्यादा मांग है वह है सैनिटाइजर. बाजार में मांग और आपूर्ति में भारी अंतर होने के कारण सैनिटाइजर की कालाबाजारी चरम पर है. ऐसे में बरेली के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने आनन-फानन में ही एक उद्यमी को इसको बनाने का लाइसेंस दिया है, जिसके बाद बरेली में सैनिटाइजर का उत्पादन शुरू हो गया है.
रजऊ क्षेत्र में स्थित इस फैक्ट्री में स्विफ्ट के नाम से सैनिटाइजर का उत्पादन किया जा रहा है, जिसमें 50 हजार बोतल प्रतिदिन की क्षमता से उत्पादन किया जा रहा है. इस सैनिटाइजर में 70 प्रतिशत अल्कोहल का उपयोग किया जा रहा है, जो स्वास्थ्य मानकों पर पूरी तरह से खरा है. खासतौर पर 200 ml की बोतलें तैयार की जा रही हैं, जिनका रेट ₹100 रखा गया है. ताकि हर वर्ग के लोग इसको ले सकें. होलसेल रेट की बात करें तो ₹ 82 से ₹ 84 इसका होलसेल रेट रखा गया है, जो बरेली के सभी मेडिकल के साथ-साथ बरेली शहर के आसपास के जिलों के सभी मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध होगा.