बरेली: शासन 'मिशन शक्ति' कार्यक्रम के अंतर्गत महिलाओं को सशक्त बनाने पर जोर दे रहा है लेकिन बरेली में एक महिला ही दूसरी महिला की जान की दुश्मन बनी हुई है. जिले की मीरगंज निवासी हिमांचली देवी नाम की महिला खुद को सीएचसी में एएनएम पद पर कार्यरत बताकर एक कमरे की छत पर टीनशेड बनाकर धड़ल्ले से प्रसूताओं के आबॉर्शन और डिलीवरी करा रही है. मामले का खुलासा बीते सोमवार को एक वीडियो से हुआ. वीडियो में महिला ने खुलेआम डिलीवरी करने के एवज में सुविधा शुल्क की मांग की. यह पूरी घटना मोबाइल में कैद कर ली गई.
डिलीवरी कराने वाली एएनएम महिला से बातचीत के कुछ अंश
सवाल: डिलीवरी का कितना पैसा लेती हैं?
जवाब: मैं पहले मरीज को देखती हूं, उस हिसाब से ही पैसे बताती हूं, 9000 रुपये में डिलीवरी कर देती हूं.
सवाल: ये तो अच्छी व्यवस्था है. अगर मरीज लाना हो तो कैसे लाएं?
जवाब: अपने क्षेत्र की आशा को बता दो, मेरे सबसे संपर्क हैं वो आपको यहां ले आएगी.
सवाल: निर्धारित पैसे के बाद भी कुछ और तो नहीं देना होगा?
जवाब: आपके मरीज की सफल डिलीवरी हो जाए, फिर मिठाई तो अलग से देनी ही होगी.
महिला अस्पताल में जान का खतरा
हाल ही में जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. अलका शर्मा ने आशा संगठनों के साथ बैठक कर अधिक से अधिक मरीज अस्पताल भेजने की अपील की है लेकिन, हिमांचली नाम की ये महिला अस्पताल में प्रसूता की जान को बता रही है. एएनएम से बातचीत में यह साफ हो गया कि इस खेल में क्षेत्र की आशाएं भी शामिल हैं. आशाएं मरीज के परिजनों को सरकारी अस्पताल ले जाने के बजाए एएनएम के पास ले जाकर डिलीवरी कराती हैं. अबॉर्शन या डिलीवरी के लिए मरीज के परिजनों से धनराशि ली जाती है, उसमें आशाओं का भी कमीशन तय होता है. हिमांचली देवी टीनशेड में बैठकर ही मरीजों के परिजनों को बरगला कर यह तक बोल रही हैं कि आशा हमारे अंडर में काम करती हैं इसलिए कोई कुछ नहीं बोलेगा.
क्या कहते हैं चिकित्सा अधिकारी
इस बारे में मीरगंज के चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि एएनएम हिमांचली देवी मीरगंज सीएचसी में कार्यरत हैं. अलग टीनशेड डालकर अगर मरीजों की डिलीवरी कर रहीं है तो यह घोर अनियमितता है. मामले को उच्चाधिकारियों को अवगत कराकर कार्रवाई की जाएगी.