बरेली: कोरोना के साथ ही देश के कुछ हिस्से इस वक्त टिड्डी दल के आतंक से भी जूझ रहे हैं. ऐसे में यूपी के बरेली में टिड्डी दल की आमद होने पर एहतियातन निपटने के लिए पहले से ही कार्ययोजना बना ली गई है.
जिलाधिकारी नितीश कुमार की अध्यक्षता में बीते हफ्ते एक मीटिंग हुई थी, जिसमें टिड्डी दल से निपटने को लेकर मंथन किया गया था. मुख्य विकास अधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने बताया कि फिलहाल जिले में टिड्डी दल की आमद नहीं हुई है. फिर भी एहतियात के तौर पर सभी ग्राम पंचायतों को निर्देशित कर दिया गया है. साथ ही ग्रामीणों से भी कहा गया है कि वे टिड्डी दल का हमला होने पर उनका रुख मोड़ने के लिए शोर मचाएं, थालियां और बर्तन पीटें. इसके अलावा ये भी सुनिश्चित किया गया है कि ट्रैक्टरों पर लगे स्प्रेयर, पावर स्प्रेयर और कृषि रक्षा रसायनों का गहन छिड़काव करें, ताकि टिड्डी दल को उनके ठिकानों पर ही नियंत्रित या समाप्त किया जा सके.
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि संभावित खतरे वाली जगहों पर कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है ताकि ऐसे किसी भी खतरे का समय रहते पता चल सके. वहीं बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राजस्थान और मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में आफत का सबब बने टिड्डी दल के प्रकोप को देखते हुए राज्य के 10 जिलों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के करीब 10 जिलों में टिड्डी दल के हमले का खतरा है, जिनमें झांसी, ललितपुर, जालौन और औरैया को अलर्ट किया गया है. साथ ही इनसे लगे हमीरपुर, कन्नौज, इटावा और कानपुर देहात के अलावा आसपास के कुछ अन्य जिलों को भी सतर्क रहने की हिदायत दी गई है.