बरेली : रेलवे चाइल्ड लाइन के पास एक ऐसा बच्चा है, जो पिछले 3 दिसंबर 2018 से अपने मां-बाप की तलाश में है. वह अभी तक अपने परिवार से नहीं मिल सका है. बच्चा अपने मां-बाप से नाराज होकर अपनी दादी से मिलने नेपाल जा रहा था, दादी का पता भूल गया, जिसके बाद महाराजगंज बाल कल्याण समिति के अधिकारी बच्चे को लेकर उसके अपनों की तलाश में जुट गए हैं.
- परिवार से मिलाने के प्रयास में है अधिकारी.
- रेलवे चाइल्ड लाइन में बैठा यह मासूम 11 साल का अनुराग है.
- मासूम 3 दिसंबर 2018 से अपनों की तलाश में भटक रहा है.
- मासूम को उसके परिवार से मिलाने के लिए बाल कल्याण समिति के अधिकारी भी प्रयास में लगे हुए हैं.
- अभी तक बच्चे के परिजनों का कोई पता नहीं चल सका है.
माता-पिता से नाराज होकर जा रहा था दादी के घर
अनुराग ने बताया कि वह अपनी दादी के पास नेपाल जा रहा था, लेकिन पता भूल गया. इसके बाद बाल कल्याण समिति ने बच्चों को कब्जे में लेकर उसके अपनों की तलाश शुरू कर दी है. बच्चे ने बताया कि वह बरेली के ठाकुराइन गांव का है. उसकी मां का नाम माया है और पिता छोले भटूरे बेचते हैं.
अधिकारी परिवार से मिलाने को लेकर है गंभीर
चाइल्ड लाइन के काउंसलर बच्चे के बताए पते के अनुसार बरेली के ठकुराइन गांव गए, लेकिन वहां बच्चे के मां-बाप का पता नहीं चल सका. बच्चे को अपने परिवार से बिछड़े हुए काफी दिन हो गए हैं. इधर चाइल्ड लाइन के अधिकारी भी काफी गंभीर है कि बच्चा अपने मां-बाप के पास पहुंच जाए. बच्चा भी दिन-रात परिवार को याद कर रहा है.