बाराबंकी: जिले में चार दिन पहले एक कम्पनी के चौकीदार और उसकी पत्नी पर डीजल डालकर आग के हवाले करने वाले युवक को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इस वीभत्स घटना में चौकीदार की मौत हो गई थी जबकि उसकी पत्नी का अभी भी इलाज चल रहा है.खास बात ये कि इस सनसनीखेज वारदात को चौकीदार के साले के पुत्र ने ही अंजाम दिया था.
पुलिस के मुताबिक रामसनेही घाट थाना क्षेत्र के चौरी गांव के रहने वाले शेषनाथ अपनी पत्नी और बच्चों के साथ नगर कोतवाली के सफेदाबाद में रहता था. शेषनाथ सफेदाबाद में स्थित गुलमोहर कम्पनी में चौकीदार था. बीती 30 अगस्त की रात करीब दो बजे उसकी पत्नी और बच्चे कम्पनी के ऑफिस के बाहर सो रहे थे. वहीं पास में ही शेषनाथ एक कुर्सी पर बैठकर चौकीदारी कर रहा था.अचानक किसी ने पीछे से आकर शेषनाथ के ऊपर डीजल डालकर आग लगा दी. चिल्लाने की आवाज पर जब तक पत्नी और बच्चे नींद से जागते कि उसकी पत्नी पर भी हमलावर ने डीजल डालकर आग लगा दी.
शेषनाथ के पुत्र और पुत्री ने बचाने की कोशिश की. सूचना पर पहुंची पुलिस ने बुरी तरह झुलसे दम्पति को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने हालत नाजुक देख लखनऊ रेफर कर दिया था. इलाज के दौरान शेषनाथ की मौत हो गई थी. शेषनाथ के भाई राजेश शुक्ला ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिए थे. सर्विलांस, स्वाट टीम और नगर कोतवाली पुलिस ने मैनुअल इंटेलीजेंस और डिजिटल डाटा की मदद से रविवार को भुहेरा के पास से हैदरगढ़ थाना क्षेत्र के बेहटा निवासी मुनीश कुमार मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया.
पूछताछ में मुनीश कुमार ने बताया कि मृतक शेषनाथ उसके सगे फूफा थे. पुलिस के मुताबिक मुनीश की हरकतें ठीक नही थीं, लिहाजा उसके मां-बाप ने घर से निकाल दिया था.उसके बाद मुनीश सफेदाबाद अपनी बुआ और फूफा के पास रहने आया था लेकिन इन लोगों ने भी उसे अपने साथ रखने से मना कर दिया था. उसके बाद मुनीश ने इसी गुलमोहर कम्पनी में चौकीदारी करने की भी कोशिश की थी लेकिन शेषनाथ ने उसे बेइज्जत कर भगा दिया था. इसी बात को लेकर वो रंजिश रखता था और उसने इस वारदात को अंजाम दिया.
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