बाराबंकी: बहराइच के जरवल रेलवे स्टेशन एक महिला यात्री की तबीयत अचानक खराब हो गई. इस पर परिजनों ने रेलवे प्रशासन से मदद की गुहार लगाई लेकिन कोई भी मदद के लिए आगे नहीं आया. इसके बाद परिजनों ने खुद एंबुलेंस को फोन कर मरीज को चादर में लपेट कर एंबुलेंस तक पहुंचाया. अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने युवती को मृत घोषित कर दिया.
क्या है पूरा मामला
- परिजनों ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ संत कबीर नगर के खलीलाबाद से मुंबई के लिए बांद्रा एक्सप्रेस से निकले थे.
- बहराइच के जरवल रेलवे स्टेशन पर उनके परिवार की सदस्य चांदनी गुप्ता की तबीयत खराब हो गई.
- परिजनों ने इसकी सूचना रेलवे प्रशासन को दी, लेकिन करीब एक घंटे तक प्रशासन की तरफ से कोई भी मदद नहीं की गई.
- इसके बाद परिजनों ने खुद एंबुलेंस को फोन किया और बाराबंकी रेलवे स्टेशन पर गाड़ी रुकवाकर मरीज को गाड़ी से उतारा.
- बाराबंकी रेलवे प्रशासन की तरफ से स्ट्रेचर भी न मिलने पर परिजनों ने मरीज को चादर में लपेटकर एंबुलेंस तक पहुंचाया.
- अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने युवती को मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों का कहना था कि इसकी करीब एक घंटे पहले ही मौत हो चुकी है.
'चांदनी गुप्ता नाम की एक मरीज को इलाज के लिए लाया गया था लेकिन अस्पताल आने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी'.
- डॉ. विनायक, चिकित्सक, जिला अस्पताल
'कंट्रोल द्वारा एक यात्री के ट्रेन से गिरने की सूचना मिली थी, सूचना मिलने के बाद हमने एंबुलेंस बुलाकर उसे सिविल अस्पलात भेज दिया है. इसके साथ ही एक महिला के बेहोश होने की सूचना भी मिली थी, महिला को भी उसी एंबुलेंस से सिविल अस्पताल भेज दिया गया. और जहां तक स्ट्रेचर न मिलने की बात है तो अगर स्ट्रेचर लेने आते तो काफी टाइम व्यर्थ होता इसलिए उसे जल्दी से चादर में लपेटकर अस्पताल भेज दिया गया'.
- सत्येंद्र कुमार, स्टेशन मास्टर, बाराबंकी