बाराबंकी: पूरे जिले के परीक्षा केंद्रों की निगरानी कर पहली बार यूपी बोर्ड की तर्ज पर मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षा संपन्न हुई. परीक्षा को नकलविहीन और शांतिपूर्ण संपन्न कराने में महती भूमिका अदा करने वाले जिले के 6 उर्दू शिक्षकों को अल्पसंख्यक विभाग ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है.
3 सचल दलों ने की परीक्षा की निगरानी
25 फरवरी से शुरू हुई मदरसा शिक्षा परिषद की अरबी फारसी की परीक्षाएं सकुशल और शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गईं. इस परीक्षा में कुल 3,818 परीक्षार्थी शामिल हुए. परीक्षाएं सम्पन्न कराने के लिए जिले में 11 केंद्र बनाए गए थे. परीक्षाओं को नकलविहीन सम्पन्न कराने के लिए हर केंद्र पर एक केंद्र व्यवस्थापक और एक स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी. यही नहीं तीन सचल दल ने पूरे परीक्षा की निगरानी की.
नकलविहीन परीक्षाएं सम्पन्न
खास बात ये रही कि परीक्षा की निगरानी के लिए मुख्यालय पर एक कंट्रोल रूम बनाया गया था. अल्पसंख्यक विभाग के कार्यालय में स्थापित इस कंट्रोल रूम में 6 शिक्षकों को तैनात किया गया था, जो ड्यूटी वॉर दोनों पालियों की निगरानी कर रहे थे. इन शिक्षकों की सक्रियता के चलते परीक्षाएं सकुशल और नकलविहीन सम्पन्न हो गईं. लिहाजा इन शिक्षकों की कर्मठता को देखते हुए विभाग ने इन्हें सम्मानित किया है.
पहली बार मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षाओं की भी यूपी बोर्ड की तरह खास निगरानी की गई. ऑनलाइन हाजिरी और पेपर बांटने से लगाकर कॉपियों के जमा होने तक हर पॉइंट पर नजर रखी गई ताकि परीक्षा में कोई अनियमितता न हो.