बाराबंकी: लोगों को डरा-धमका कर उनसे रंगदारी के रूप में अवैध धन वसूलने वाले एक शातिर गैंगेस्टर और उसके गैंग के सदस्य यानी उसके सगे भाई के खिलाफ बाराबंकी जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. इन शातिर भाइयों की अपराध के जरिए हासिल की गई करीब दो करोड़ की अवैध चल अचल संपत्ति को जिला प्रशासन ने कुर्क कर लिया. ये कार्रवाई धारा 14(1) उत्तर प्रदेश गिरोहबंद और समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम के तहत की गई है.
गौरतलब है कि, हैदरगढ़ थाना क्षेत्र के नरौली गांव के रहने वाले अंशू मिश्रा उर्फ आदर्श मिश्रा और उसका भाई विक्की मिश्रा उर्फ प्रशांत मिश्रा दोनों बहुत ही शातिर अपराधी हैं. अंशू मिश्रा गैंग लीडर है जो एक गैंग का संचालन करता है. इसकी गैंग में इसका भाई विक्की मिश्रा भी है. इनके खिलाफ अवैध धन उगाही, रंगदारी के लिए मारपीट, गालीगलौज और जान से मारने की धमकी दिए जाने जैसे कई मामले हैदरगढ़ थाने में दर्ज हैं.
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अंशू के खिलाफ 22 और विक्की के खिलाफ 9 मुकदमे दर्ज हैं.
इन दोनों भाइयों ने इन अपराधों के जरिये अवैध रूप से करोड़ों रुपये की कीमती चल और अचल सम्पत्तियां हासिल की हैं. बाराबंकी जिला प्रशासन ने इनके खिलाफ धारा 3 (1) यूपी गैंगेस्टर ऐक्ट का मुकदमा दर्ज किया था. रविवार को जिला प्रशासन ने इन दोनों भाइयों की सम्पत्ति कुर्क कर ली.
जिला प्रशासन और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में नरौली गांव स्थित अंशू मिश्रा का करीब 17 लाख रुपये की कीमती मकान, नरौली गांव में ही सरकारी जमीन पर बनवाई गई करीब 9 लाख रुपये की दुकान और 10 लाख रुपये की कीमती महिंद्रा स्कार्पियो को कुर्क कर लिया.
इसी तरह विक्की की लिल्हौरा गांव स्थित 73 लाख रुपये की जमीन, लगभग 16 लाख रुपये की मकान, हैदरगढ़ कस्बे के ठठरही वार्ड में स्थित करीब 19 लाख रुपये की जमीन और यही स्थित करीब 7 लाख रुपये की मकान, एक जेसीबी कीमती लगभग 30 लाख रुपये और 15 लाख रुपये की एक महिंद्रा स्कार्पियो को कुर्क किया. इस तरह दोनों भाइयों की कुर्क की गयी सम्पत्तियों की कीमत करीब 1 करोड़ 94 लाख 75 हजार रुपये बतायी गयी है.
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