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बाराबंकी सांसद का बयान, जब से राजनीति में आए 370 हटाने का कर रहे थे इंतजार

लोकसभा क्षेत्र बाराबंकी से पहली बार चुनकर सांसद बने उपेंद्र सिंह रावत का कहना है कि जब से राजनीति में आए तब से 370 हटाने का इंतजार कर रहे थे. इसके साथ ही तीन तलाक पर कानून बनाने को लेकर उन्होंने खुशी जताई.

बाराबंकी के सांसद ने धारा 370 पर दिया बयान
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Published : Aug 12, 2019, 9:11 PM IST

बाराबंकी : सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने अनुच्छेद 370 हटने पर खुशी जाहिर की. इस प्रक्रिया में भाग लेने पर उन्होंने हर्ष व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि 370 हटना कश्मीर और देश के लिए बहुत ही जरूरी था. मुस्लिम महिलाओं के लिए तीन तलाक पर कानून बनाने को लेकर भी प्रसन्नता व्यक्त की. संसद में यह कर पाने के लिए बाराबंकी की जनता को विशेष धन्यवाद दिया.

बाराबंकी के सांसद ने धारा 370 पर दिया बयान
लोकसभा क्षेत्र बाराबंकी से पहली बार चुनकर देश की सबसे बड़ी पंचायत सांसद उपेंद्र सिंह रावत का मानना है कि अनुच्छेद 370 को हटाने का विचार उनके मन में तब से है, जब से वह राजनीति में आए थे. इससे पहले भी उनका यह कहना था कि ऐसी धारा जो जम्मू-कश्मीर को हमारे देश से अलग स्टेटस देता था, वह नहीं रहना चाहिए.

धारा 370 हटना बहुत जरुरी था-

  • उपेंद्र सिंह रावत का कहना है कि वह इस ऐतिहासिक प्रक्रिया का हिस्सा बने. इसके लिए बाराबंकी की जनता को धन्यवाद करना चाहते हैं.
  • इसके साथ ही वह 17वीं लोकसभा के पहले सत्र में ही मुस्लिम महिलाओं के लिए अभिशाप बन चुके तीन तलाक के विरोध में कानून बनाने का मौका मिला.
  • देश की आजादी के समय से ही नासूर बन चुके भारतीय संविधान की धारा 370 को समाप्त करने का अवसर मिला. इससे वह वास्तव में गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.

धारा 370 जब भारत के संविधान में सम्मिलित किया गया था. तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि यह धीरे धीरे घिस जाएगा, लेकिन यह देश का दुर्भाग्य रहा कि देश के तथाकथित नेताओं ने इसे जस का तस बनाए रखा गया. अब जबकि इसे समाप्त कर दिया गया है और वह इस प्रक्रिया का हिस्सा रहे हैं तो उन्हें अपार प्रसन्नता है.

इसे भी पढ़े- बनारस के कलाकारों ने अनुच्छेद 370 हटने पर गाया गीत, पीएम को किया धन्यवाद

तीन तलाक मुस्लिम बहनों के लिए था अभिशाप-

  • इस बार के चुनाव में मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक बिल के समर्थन में वोट किया.
  • मुस्लिम बहनों के लिए अभिशाप बन चुके तीन तलाक पर कानून बनाने का काम भी किया गया.
  • सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने कहा कि एक बार में तीन तलाक देना तो शरीयत में भी नहीं है.
  • इस प्रकार जो लोग किसी भी बात पर गुस्सा होकर, फोन पर तीन तलाक बोलकर, मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी बर्बाद कर देते थे. यह इस्लाम और शरियत के भी खिलाफ है.

बाराबंकी : सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने अनुच्छेद 370 हटने पर खुशी जाहिर की. इस प्रक्रिया में भाग लेने पर उन्होंने हर्ष व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि 370 हटना कश्मीर और देश के लिए बहुत ही जरूरी था. मुस्लिम महिलाओं के लिए तीन तलाक पर कानून बनाने को लेकर भी प्रसन्नता व्यक्त की. संसद में यह कर पाने के लिए बाराबंकी की जनता को विशेष धन्यवाद दिया.

बाराबंकी के सांसद ने धारा 370 पर दिया बयान
लोकसभा क्षेत्र बाराबंकी से पहली बार चुनकर देश की सबसे बड़ी पंचायत सांसद उपेंद्र सिंह रावत का मानना है कि अनुच्छेद 370 को हटाने का विचार उनके मन में तब से है, जब से वह राजनीति में आए थे. इससे पहले भी उनका यह कहना था कि ऐसी धारा जो जम्मू-कश्मीर को हमारे देश से अलग स्टेटस देता था, वह नहीं रहना चाहिए.

धारा 370 हटना बहुत जरुरी था-

  • उपेंद्र सिंह रावत का कहना है कि वह इस ऐतिहासिक प्रक्रिया का हिस्सा बने. इसके लिए बाराबंकी की जनता को धन्यवाद करना चाहते हैं.
  • इसके साथ ही वह 17वीं लोकसभा के पहले सत्र में ही मुस्लिम महिलाओं के लिए अभिशाप बन चुके तीन तलाक के विरोध में कानून बनाने का मौका मिला.
  • देश की आजादी के समय से ही नासूर बन चुके भारतीय संविधान की धारा 370 को समाप्त करने का अवसर मिला. इससे वह वास्तव में गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.

धारा 370 जब भारत के संविधान में सम्मिलित किया गया था. तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि यह धीरे धीरे घिस जाएगा, लेकिन यह देश का दुर्भाग्य रहा कि देश के तथाकथित नेताओं ने इसे जस का तस बनाए रखा गया. अब जबकि इसे समाप्त कर दिया गया है और वह इस प्रक्रिया का हिस्सा रहे हैं तो उन्हें अपार प्रसन्नता है.

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तीन तलाक मुस्लिम बहनों के लिए था अभिशाप-

  • इस बार के चुनाव में मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक बिल के समर्थन में वोट किया.
  • मुस्लिम बहनों के लिए अभिशाप बन चुके तीन तलाक पर कानून बनाने का काम भी किया गया.
  • सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने कहा कि एक बार में तीन तलाक देना तो शरीयत में भी नहीं है.
  • इस प्रकार जो लोग किसी भी बात पर गुस्सा होकर, फोन पर तीन तलाक बोलकर, मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी बर्बाद कर देते थे. यह इस्लाम और शरियत के भी खिलाफ है.
Intro: बाराबंकी, 12 अगस्त। सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने अनुच्छेद 370 हटने पर खुशी जाहिर की. इस प्रक्रिया में भाग लेने पर उन्होंने हर्ष व्यक्त किया. 370 हटना कश्मीर और देश के लिए बहुत ही जरूरी था. मुस्लिम महिलाओं के लिए तीन तलाक पर कानून बनाने को लेकर भी प्रसन्नता व्यक्त की. संसद में यह कर पाने के लिए बाराबंकी की जनता को विशेष धन्यवाद दिया. पहली बार देश की सबसे बड़ी पंचायत के लिए चुने गए हैं सांसद उपेंद्र सिंह रावत.


Body:लोकसभा क्षेत्र बाराबंकी से पहली बार चुनकर देश की सबसे बड़ी पंचायत लोकसभा में पहुंचे सांसद उपेंद्र सिंह रावत का मानना है कि, अनुच्छेद 370 को हटाने का विचार उनके मन में तब से है, जब से वह राजनीति में आए थे उससे पहले भी उनका का यह मानना था कि ऐसी धारा जो जम्मू-कश्मीर को हमारे देश से अलग स्टेटस देता था, वह नहीं रहना चाहिए.
पहली बार देश की संसद में चुनकर पहुंचे उपेंद्र सिंह रावत का कहना है कि, वह इस ऐतिहासिक प्रक्रिया का हिस्सा बने उसके लिए बाराबंकी की जनता को धन्यवाद करना चाहते हैं. उनके लिए यह विशेष हो गया कि पहली बार सांसद चुने गए ,और इस 17वीं लोकसभा के पहले सत्र में ही , मुस्लिम महिलाओं के लिए अभिशाप बन चुके , तीन तलाक के विरोध में कानून बनाने का मौका मिला ,और देश की आजादी के समय से ही नासूर बन चुके भारतीय संविधान की धारा 370 को समाप्त करने का अवसर मिला . इससे वह वास्तव में गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
धारा 370 जब भारत के संविधान में सम्मिलित किया गया था, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कहा था, कि यह धीरे धीरे घिस जाएगा. लेकिन यह देश का दुर्भाग्य रहा कि देश के तथाकथित नेताओं द्वारा इसे जस का तस बनाए रखा गया.अब जबकि इसे समाप्त कर दिया गया है और वह इस प्रक्रिया का हिस्सा रहे हैं तो उन्हें अपार प्रसन्नता है.
इस बार के चुनाव में उनका मानना है कि मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक बिल के समर्थन में वोट किया. मुस्लिम बहनों के लिए अभिशाप बन चुके , तीन तलाक पर कानून बनाने का काम भी किया गया.
सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने कहा कि एक बार में तीन तलाक देना तो शरीयत में भी नहीं है, तो इस प्रकार जो लोग किसी भी बात पर गुस्सा होकर ,फोन इत्यादि पर तलाक-तलाक-तलाक बोलकर, मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी बर्बाद कर देते थे, यह इस्लाम और शरियत के भी खिलाफ है.


Conclusion:इस प्रकार बाराबंकी के सांसद उपेंद्र सिंह रावत का यह मानना है कि, धारा 370 का हटना बहुत ही आवश्यक था . इससे कश्मीर और देश के लोगों में एकरूपता और कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक , कानून की समानता की अवधारणा जो कि हमारे संविधान का मूल है, परिलक्षित होगी. पर सभी देशवासी मिलजुल कर रहेंगे. मुस्लिम महिलाओं के लिए तीन तलाक पर बनाए गए कानून से भी उनकी जिंदगी में कुछ भी बेहतर होने की संभावना होती है, तो इसे बहुत ही अच्छा कहा जाएगा.


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1- उपेंद्र सिंह रावत ,सांसद , बाराबंकी


रिपोर्ट-  आलोक कुमार शुक्ला , रिपोर्टर बाराबंकी, 96284 76907
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