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कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्राइवेट डॉक्टर्स को दी जा रही विशेष ट्रेनिंग

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने एक कदम उठाया है. अब जिले में चल रहे क्लीनिक और प्राइवेट डॉक्टर्स को स्वास्थ्य विभाग ट्रेनिंग देगा.

private doctors will get training
प्राइवेट डॉक्टर्स को मिलेगी ट्रेनिंग
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Published : Apr 25, 2020, 3:10 PM IST

Updated : May 24, 2020, 1:40 PM IST

बाराबंकी: पश्चिम के कुछ जिलों में प्राइवेट डॉक्टर्स के चलते फैले कोरोना संक्रमण को देखते हुए बाराबंकी जिले का स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है. प्राइवेट डॉक्टर्स मरीजों को देखते समय किन प्रोटोकाल को फॉलो करें इसके लिए विभाग डॉक्टरों को ट्रेनिंग दे रहा है. ट्रेनिंग के बाद ये डॉक्टर्स अपने-अपने नर्सिंग होम के स्टाफ को प्रोटोकॉल फॉलो करने के तौर तरीके बताएंगे ताकि कोरोना के संक्रमण को रोका जा सके.

जिले में 103 नर्सिंग होम और 35 क्लिनिक संचालित हो रहे हैं. लॉकडाउन लागू होने के बाद जिले के सभी प्राइवेट अस्पताल और क्लिनिक भी बंद कर दिए गए थे, लेकिन मरीजों की समस्याओं को देखते हुए शासन ने 31 मार्च से फिर से इन डॉक्टर्स को अपनी क्लिनिक संचालित करने का आदेश दिया था. हालांकि तब से ये प्राइवेट डॉक्टर्स मरीजों को देख रहे हैं.

private doctors will get training
प्राइवेट डॉक्टर्स को मिलेगी ट्रेनिंग

मरीजों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का सही ढंग से अनुपालन और सैनिटाइजेशन का प्रयोग नहीं हो पा रहा था. पश्चिम के कुछ जिलों में इसी वजह से कोरोना पॉजिटिव के कई मामले सामने आए, जिससे चिंतित स्वास्थ्य विभाग ने इन डॉक्टर्स को प्रोटोकाल फॉलों कराने के लिए ट्रेनिंग कराने का फैसला किया.

कोरोना मरीजों को क्वारेंटाइन करने से लेकर सैम्पलिंग करने के एक्सपर्ट डॉ. राजीव सिंह की ओर से दी गई इस ट्रेनिंग से आईएमए के डॉक्टरों की तमाम तरह की दुविधाएं दूर हो जाएंगी. डॉक्टर राजीव की ओर से दिए गए टिप्स इनके लिए काफी सहायक होंगे.

बाराबंकी: पश्चिम के कुछ जिलों में प्राइवेट डॉक्टर्स के चलते फैले कोरोना संक्रमण को देखते हुए बाराबंकी जिले का स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है. प्राइवेट डॉक्टर्स मरीजों को देखते समय किन प्रोटोकाल को फॉलो करें इसके लिए विभाग डॉक्टरों को ट्रेनिंग दे रहा है. ट्रेनिंग के बाद ये डॉक्टर्स अपने-अपने नर्सिंग होम के स्टाफ को प्रोटोकॉल फॉलो करने के तौर तरीके बताएंगे ताकि कोरोना के संक्रमण को रोका जा सके.

जिले में 103 नर्सिंग होम और 35 क्लिनिक संचालित हो रहे हैं. लॉकडाउन लागू होने के बाद जिले के सभी प्राइवेट अस्पताल और क्लिनिक भी बंद कर दिए गए थे, लेकिन मरीजों की समस्याओं को देखते हुए शासन ने 31 मार्च से फिर से इन डॉक्टर्स को अपनी क्लिनिक संचालित करने का आदेश दिया था. हालांकि तब से ये प्राइवेट डॉक्टर्स मरीजों को देख रहे हैं.

private doctors will get training
प्राइवेट डॉक्टर्स को मिलेगी ट्रेनिंग

मरीजों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का सही ढंग से अनुपालन और सैनिटाइजेशन का प्रयोग नहीं हो पा रहा था. पश्चिम के कुछ जिलों में इसी वजह से कोरोना पॉजिटिव के कई मामले सामने आए, जिससे चिंतित स्वास्थ्य विभाग ने इन डॉक्टर्स को प्रोटोकाल फॉलों कराने के लिए ट्रेनिंग कराने का फैसला किया.

कोरोना मरीजों को क्वारेंटाइन करने से लेकर सैम्पलिंग करने के एक्सपर्ट डॉ. राजीव सिंह की ओर से दी गई इस ट्रेनिंग से आईएमए के डॉक्टरों की तमाम तरह की दुविधाएं दूर हो जाएंगी. डॉक्टर राजीव की ओर से दिए गए टिप्स इनके लिए काफी सहायक होंगे.

Last Updated : May 24, 2020, 1:40 PM IST
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