बाराबंकी: बीती 26 नवम्बर को देर शाम फतेहपुर कोतवाली के फतहापुर गांव के रहने वाले 55 वर्षीय श्रीराम गौतम की उसके इकलौते बेटे और बहू ने चाकू से गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी थी. घटना के बाद से दोनों पति-पत्नी फरार चल रहे थे. चूंकि घर परिवार में कोई और नहीं था. लिहाजा घटना की तहरीर गांव के चौकीदार रणधीर सिंह ने दी थी. चौकीदार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने दोनों आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी.
आरोपी गिरफ्तार
शनिवार को प्रभारी निरीक्षक संजय मौर्य ने दोनों आरोपियों को जरखा पुल के पास उस वक्त गिरफ्तार कर लिया, जब दोनों कहीं भागने की फिराक में थे. आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त डंडा और चाकू भी बरामद कर लिया.
पिता-पुत्र में अक्सर होता था विवाद
आरोपी मनोज कुमार ने बताया कि वह मृतक श्रीराम की इकलौती संतान है. उसके पिता के पास करीब 17-18 बीघे जमीन थी. उसकी मां की मौत हो चुकी है. घर में पिता के अलावा वो और उसकी पत्नी अमिता देवी उर्फ किरन रहते थे. मनोज को जीवन निर्वाह के लिए उसके पिता ने महज एक बीघा ही खेत दे रखा था. खेती की जमीन को लेकर दोनों पिता-पुत्र श्रीराम और मनोज में अक्सर विवाद होता रहता था.
...इसलिए कर दी हत्या
दरअसल, श्रीराम ने अपनी ज्यादातर जमीन गिरवी रख दी थी और कई बैंकों से लोन भी ले रखा था. इस जमीन में से उसका पिता तीन-चार बीघा बेचकर अनाप शनाप खर्च कर रहा था. गुरुवार को बैंक का लोन अदा न कर पाने से बैंककर्मी उसे अपने साथ ले गए थे, लेकिन लोन जल्द अदा करने की चेतावनी देकर शाम को छोड़ दिया था. घर पहुंचने के बाद श्रीराम ने कहा कि वो जमीन बेच देगा और कर्ज अदा करेगा. ये सुनकर मनोज आक्रोश में आ गया. पिता की हरकतों से परेशान मनोज को लगा कि जमीन बिक जाने से उसके हत्थे कुछ भी नहीं लगेगा. लिहाजा उसने और उसकी पत्नी ने मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया.